मंगलवार, 3 नवंबर 2020

बिहार विधानसभा के दूसरे चरण का चुनाव आज: दांव पर होगी नीतीश सरकार के चार मंत्रियों व लालू के दो बेटों की प्रतिष्ठा!

सत्रह जिलों की 94 सीटों की चुनावी जंग में 1463 प्रत्याशी सियासी दलों ने 502 दागियों व 495 करोड़पतियों पर भी खेला दांव ओ.पी. पाल. नई दिल्ली। बिहार में दूसरे चरण में कल मंगलवार को 94 विधानसभा सीटों के लिए वोट डाले जाएंगे, जिसमें विभिन्न दलों के 1463 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं, जिसमें राज्य की नीतीश सरकार के चार मंत्रियों और लालू के दोनों बेटों की प्रतिष्ठा भी दावं पर होगी। बिहार में दूसरे चरण में 94 सीटों के लिए विभिन्न सियासी दलों ने 502 आपराधिक पृष्ठभूमि वाले और 495 कुबेरों पर दांव लगाया है। बिहार की 243 विधानसभा सीटों पर पहले चरण में 71 सीटों के लिए प्रत्याशियों की मतपेटियों में बंद हुई किस्मत के बाद अब कल मंगलवार को दूसरे चरण में राज्य के 17 जिलों की 94 सीटों के लिए मतदान होगा, जिसमें 147 महिलाओं समेत 1463 उम्मीदवार चुनावी जंग में हैं। इन उम्मीदवारों में राज्य की नीतीश सरकार के चार मंत्री पटना साहिब से नंदकिशोर यादव, नालंदा से श्रवण कुमार, मधुबन से राणा रणधीर सिंह और हथुआ से रामसेवक सिंह की प्रतिष्ठा दांव पर है, तो वहीं राजद की सियासी जमीन का विस्तार करने के इरादे से पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के दो बेटों तेजस्वी यादव की राघोपुर और तेज प्रताप यादव की हसनपुर विधानसभा सीट से चुनावी मैदान में हैं। हैं। दूसरे चरण में 1,50,33,034 पुरुष, 1,35,16,271 महिलाओं के अलावा 980 ट्रांसजेंडर मतदान करके चुनावी जंग में उतरे प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करेंगे। राजद ने उतारे सर्वाधिक दागी प्रत्याशी बिहार में दूसरे चरण में 94 सीटों के लिए 1463 प्रत्याशियों की चुनावी जंग में प्रमुख दलों समेत विभिन्न पार्टियों ने 502 यानि 34 फीसदी आपराधिक पृष्ठभूमि वाले प्रत्याशियों पर दांव खेला है। दागियों में 389 यानि 27 फीसदी प्रत्याशियों के खिलाफ तो हत्या, लूट, डकैती, बलात्कार, हत्या के प्रयास जैसे गंभीर माले अदालतों में लंबित हैं। इनमें 56 में से 36 दागियों को राजद ने टिकट दिया है, जिसमें 28 के खिलाफ गंभीर अपराधों में मामले लंबित हैं। जबकि लोजपा के 52 में 24, भाजपा के 46 में 29, बसपा के 33 में 16, कांग्रेस के 24 में 14 और जदयू के 43 में 20 उम्मीदवार दागियों की फेहरिस्त में शामिल हैं। इन दागियों में राजद के 28, लोजपा के 24, भाजपा के 20, बसपा के 14, कांग्रेस के 10 तथा जदयू के 15 प्रत्याशियों के खिलाफ गंभीर अपराधिक मामले लंबित चल रहे हैं। करोड़पति की सियासत प्रमुख दलों समेत इस दूसरे चरण के चुनाव में 495 करोड़पति उम्मीदवार भी विभिन्न दलों से अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। इनमें भी राजद अन्य प्रमुख दलों से आगे है, जिसके 45 प्रत्याशी करोड़पति हैं। जबकि भाजपा ने 39, लोजपा ने 38, जदयू ने 35, कांग्रेस ने 20, बसपा ने 11,एनसीपी व शिवसेना ने 3-3 ने करोड़पतियों को अपना प्रत्याशी बनाया है। इसके अलावा इस चरण के चुनाव में 184 निर्दलीय व अन्य प्रत्याशी भी करोड़पति प्रत्याशियों की सूची में शामिल हैं। संवेदनशील श्रेणी में 84 सीटें बिहार की 94 विधानसभा सीटों में से 84 सीटें संवेदनशील सीटों में शामिल हैं। मसलन इन 84 सीटों पर तीन या उससे अधिक प्रत्याशी आपराधिक पृष्ठभूमि वाले चुनावी जंग में हैं। इनमें सबसे ज्यादा 15 वैशाली जिले की लालगंज, 14 सिवान जिले के महाराजगंज व 13 गोपालगंज सीटों पर दागी प्रत्याशी हैं। इसक अलावा पांच सीटों पर 9, आठ सीटों पर 8, छह सीटों पर 7, सात सीटों पर 6, 11 सीटों पर 5, 13 सीटों पर चार तथा 10 सीटों पर तीन प्रत्याशी ऐसे हैं जो दागियों की फेहरिस्त में शामिल हैं। राजग व महागठबंधन के बीच जंग बिहार विधानसभा चुनाव में प्रमुख रूप से राजग और महागठबंधन के बीच चुनावी जंग हो रही है। इस दूसरे चरण में राजग में भाजपा के 45, जदयू के 43 और वीआईपी के छह प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे हैं, तो महागठबंधन में राजद के 56, कांग्रेस के 24, भाकपा-माले के छह, माकपा और भाकपा के 4-4 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। इसके अलावा पांच दर्जन से भी ज्यादा सियासी दल चुनाव में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। 10 राज्यों में 24 सीटों पर उप चुनाव बिहार विधानसभा चुनाव में दूसरे चरण के मतदान के साथ ही, 10 राज्यों के 54 निर्वाचन क्षेत्रों के मतदाता भी बुधवार यानी 3 नवंबर को अपने विधायकों का चयन करेंगे। मध्य प्रदेश में 28 विधानसभा, गुजरात में आठ, उत्तर प्रदेश में सात, कर्नाटक, ओडिशा, झारखंड और नगालैंड में दो-दो और तेलंगाना, छत्तीसगढ़ और हरियाणा में एक-एक सीट है, जो बिहार विधानसभा चुनावों के साथ-साथ उपचुनावों की गवाही देगी। यहां भी 10 नवंबर को ही मतों की गिनती होगी। इन राज्यों में होंगे उप चुनाव मध्य प्रदेश: जौरा, सुमौली, मुरैना, दिमनी, अंबाह, मेहगांव, गोहद, ग्वालियर, ग्वालियर पूर्व, डबरा, भांडेर, करेड़ा, पोहरी, बमोरी, अशोक नगर, मुंगौली, सुरखी, मल्हारा, अनूपपुर, सांची, बियोरा, आगर, हाटपिपलिया, मंधाता, मंधाता। नेपानगर, बदनवर, सांवेर और सुवासरा गुजरात: अब्दसा, लिमडी, मोरबी, धारी, गढ़ा (एसटी), कर्जन, डांग्स (एसटी) और कपराडा (एसटी) उत्तर प्रदेश: नौगांव, घाटमपुर (कानपुर), बुलंदशहर, टूंडला (फिरोजाबाद), बांगरमऊ (उन्नाव), देवरिया और मल्हनी कर्नाटक: सिरा, राजा राजेश्वरी नगर ओडिशा: बालासोर, तीर्थोल झारखंड: दुमका, बेरमो नगालैंड: दक्षिणी अंगामी-I, पुंग्रो-किफिर तेलंगाना: दुब्बाका- छत्तीसगढ़: मरवाही हरियाणा: बड़ौदा 03Nov-2020

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