सोमवार, 30 नवंबर 2020

कोरोना दिशानिर्देशों के बीच 26 जून से होगी हज यात्रा-2021

. हज यात्रियों के ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया आज से 10 नवंबर तक चलेगी हरिभूमि ब्यूरो.नई दिल्ली। वैश्विक कोरोना महामारी के कारण इस साल हज यात्रा नहीं हो सकी, लेकिन हज यात्रा करने वाले भारतीयों के लिए अगले साल 2021 में हज यात्रा की संभावनाएं बढ़ गई है, जिसके लिए भारत से 26 जून को हज यात्रियों का पहला जत्था सऊदी के लिए रवाना किया जाएगा। इसके लिए कल शनिवार सात नवंबर से 10 नवंबर तक हज यात्रा-2021 के लिए ऑनलाइन आवेदन किये जाएंगे। केंद्रीय अल्पसंख्यक मंत्रालय के अनुसार हज यात्रा-2021 के लिए भारतीय हज समिति ने एक एक्शन प्लान जारी किया हे, जिसके तहत अगले साल हज यात्रा करने वालों के लिए ऑनलाइन आवेदन करने की प्रक्रिया कल शनिवार सात नवंबर से शुरू की जा रही है, जिसके तहत 10 नवबंर तक हज यात्रा के लिए ऑनलाइन आवेदन किये जा सकेंगे। इस एक्शन प्लान के मुताबिक हज यात्रा के आवेदकों द्वारा स्वास्थ्य प्रमाण पत्र जमा करने के लिए एक जनवरी 2021 तक का समय दिया गया है। हालांकि इस हज यात्रा की तैयार की गई कार्य योजना में कोरोना महामारी के दिशानिर्देशों के तहत बदलाव नजर आएगें, जिसके लिए जल्द ही अलग से दिशानिर्देश जारी किये जाएंगे। यह तो तय है कि हज यात्रा के दौरान कोविड-19 के दिशानिर्देशों का पालन करना आवश्यक होगा। जहां तक हज यात्रा के लिए धनराशि जमा करने का सवाल है उसके लिए पहली किश्त एक मार्च होगी, जबकि पूर्ण निर्धारित धनराशि का भुगतान अप्रैल तक किया जा सकेगा। इस कार्य योजना के अनुसार हज यात्रा-2021 के लिए 15-16 मई को वैक्सीन कैंप में यात्रियों को वैक्सीन दी जाएगी और 26 जून से हज यात्रियों की सऊदी अरब रवानगी शुरू होगी और 13 जुलाई को हज यात्रा के लिए आखिरी उड़ान भरी जाएगी। जबकि वापसी 14 अगस्त से शुरू होगी। गौरतलब है कि केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने गत 26 सितंबर को हज यात्रा-2021 को लेकर इस बात के संकेत दे दिये थे कि उनका मंत्रालय अक्तूबर-नवंबर से हज यात्रा-2021 के लिए आवेदन जमा करने समेत सभी प्रकार की प्रक्रिया शुरू करने पर विचार कर रहा है। जैसे ही सऊदी अरब सरकार के दिशानिर्देश और इसके लिए हरी झंडी मिली तो भारत ने उसी आधार पर कार्य योजना तैयार करके हज यात्रा के लिए आवेदन जमा करने की प्रक्रिया को शुरू कर दी है। मसलन अगले साल भारतीय श्रद्धालुओं की हज यात्रा की संभावनाएं प्रबल हो गई हैं। कोरोना की वजह से हज 2020 पर ना जा पाने वाले 1 लाख 23 हजार लोगों के 2100 करोड़ रुपए बिना किसी कटौती के वापस कर दिए गए। वहीं सऊदी अरब सरकार ने 2018-19 के हज यात्रियों के यातायात के लगभग 100 करोड़ रुपए वापस किए हैं। इस साल नहीं हो सकी हज यात्रा मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार हज यात्रा-2020 कोरोना वायरस के कारण निरस्त कर दी गई थी, जिसमें 2.30 लाख से ज्यादा भारतीय श्रद्धालुओं ने आवेदन किया था। मंत्रालय के अनुसार इस साल कोई भी भारतीय हज यात्रा पर नहीं जा सका, जिसके लिए आवेदनकर्ताओं के जमा धनराशि को सरकार बिना किसी कटौती के पूरा वापस लौटा रही है। गौरतलब है कि इस मौजूदा साल यानी हज यात्र-2020 के लिए सऊदी अरब सरकार ने कोविड-19 संक्रमण को देखते हुए रद्द करने का फैसला लिया है। हज कमिटी ऑफ इंडिया ने सभी हज यात्रियों का जमा पूरा रुपया वापस करने की प्रक्रिया पूरी कर ली है, जिसाके लिए कमेटी ने हज यात्रियों के इस जमा धन को उनके खातों में हस्तांतरित कराया है। मंत्रालय के अनुसार कोरोना की वजह से हज यात्रा-2020 रद्द होने के कारण भारत के 1 लाख 23 हजार लोगों के 2100 करोड़ रुपए बिना किसी कटौती के वापस कर दिए गए। वहीं सऊदी अरब सरकार ने 2018-19 के हज यात्रियों के यातायात के लगभग 100 करोड़ रुपए वापस किए हैं। 07Nov-2020

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