गुरुवार, 5 नवंबर 2020

पंजाब में किसान आंदोलन से रेलवे को लगी करोड़ो की चपत

कृषि कानूनों के खिलाफ पंजाब में 32 जगह रेलवे ट्रैक पर आंदोलन जारी महज तीन दिन में हुआ 1200 करोड़ रुपये का नुकसान यात्री ट्रेनों के रदद होने के कारण रु. 45 करोड के कुल राजस्व की हानि रेल ट्रैकों पर जमे किसानों के कारण 1373 यात्री व 2225 माल गाड़ी ट्रेनें प्रभावित हरिभूमि ब्यूरो.नई दिल्ली। कृषि कानूनों के विरोध में पंजाब में 32 स्थानों पर रेलवे परिसर और ट्रैकों पर किसान संगठनों को आंदोलन जारी रहने से रेलवे को करोड़ों रुपये के राजस्व का नुकसान हो रहा है। नवंबर माह के पहले तीन दिन में ही इस आंदोलन के कारण 1373 यात्री ट्रेनों और 2225 से अधिक माल गाड़ियों के रद्द होने से उत्तर रेलवे को यात्रि ट्रेनों से 45 करोड़ रुपये समेत करीब 1200 करोड़ रुपये के राजस्व का नुकसान हुआ है। रेल मंत्रालय के अनुसार पंजाब में किसानों द्वारा रेल पटरियों को बाधित किये जाने से रेल यात्रा और माल भाड़ा ढुलाई की गतिविधियां ठप होने के कारण 1200 करोड़ रुपये से भी ज्यादा राजस्व का नुकसान हुआ है। रेलवे के अनुसार इस किसान आंदोलन के कारण 1373 यात्री ट्रेनों और 2225 से अधिक माल गाड़ियों को रद्द करना पड़ा है। मंत्रालय के अनुसार प्रदर्शनकारी प्लेटफॉर्मों और रेल पटरियों के नजदीक धरना दे रहे हैं, जिसकी वजह से संचालनात्मक और सुरक्षा कारणों को लेकर ट्रेनों की आवाजाही एक बार फिर रद्द की गई है। किसानों का यह आंदोलन जान्दियाला, नाभा, तलवंडी, साबू और भटिण्डा में अचानक पटरियों को रोके जाने से ट्रेनों की आवाजाही संचालन और सुरक्षा कारणों की वजह से एक बार फिर रोकी गई। इस किसान आंदोलन की वजह से काफी संख्या में माल भाड़ा ढुलाई रेल गाड़ियां और भरी हुई रेल गाड़ियां 15 से 20 दिनों से फँसी हुई हैं। व्यापार में हुए नुकसान के बाद अनेक माल भाड़ा उपभोक्ता आवश्यक वस्तुओं को भेजने अन्य विकल्पों का सहारा ले रहे हैं। पंजाब से आवश्यक वस्तुओं को लेकर बाहर जाने वाली रेल गाड़ियों पर भी इसका असर पड़ा है। इसकी वजह से खाद्यानों, कन्टेनर, ऑटोमोबाइल, सीमेंट, पेटकोक और उर्वरकों की लोडिंग पर पंजाब में औसतन 40 रैक प्रतिदिन का नुकसान हुआ है। पंजाब में आने वाला यातायात भी इसकी वजह से प्रभावित हुआ है और आंदोलन के कारण कंटेनर, सीमेंट, जिप्सन, उर्वरक राज्य में महत्वपूर्ण स्थानोंपर पहुंच नहीं पा रहे हैं और यह प्रतिदिन 30 रैक का औसतन नुकसान है। आंदोलन के कारण 33 रेल इंजनों के पहिए भी थमे उधर उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक आशुतोष गंगल ने बुधवार को पंजाब में 32 जगहों पर रेलवे परिसरों व पटरियों पर किसानों के रेल रोको आंदोलन के बारे में बताया कि कि इस आंदोलन के कारण यात्री ट्रेनों व मालगाड़ियों के प्रभावित होने से उत्तर रेलवे को 1200 करोड़ रुपये के राजस्व का यह नुकसान महज तीन दिन यानि एक नवंबर से तीन नवंबर के बीच आंका गया है। गंगल ने बताया कि पंजाब के रेल मार्गो पर प्रतिदिन आवागमन करने वाले औसतन 70 रैक का संचालन पूरी तरह से प्रभावित है। गंगल ने बताया कि पंजाब राज्य से कोयला, उर्वरक, सीमेंट, पीओएल, कंटेनर, इस्पात तथा अन्य वस्तुओं के 230 रैकों का पंजाब में आना रूक गया और पंजाब राज्य में विभिन्न वस्तुओं के कुल 33 रैक वहीं रूक गए हैं। जबकि पंजाब में विभिन्न स्थानों पर कुल 33 रेल इंजन के पहिये भी थमे हुए हैं। मसलन यह किसान आंदोलन विद्युत संयंत्रों को कोयले की आपूर्ति और शेष भारत में खाद्यान्न तथा उवर्रक की आपूर्ति को भी व्यापक रूप से प्रभावित कर रहा है। उन्होंने बताया कि गत एक अक्टूबर से पंजाब में 32 विभिन्न स्थानों पर रेलवे लाइन और प्लेटफॉर्म पर धरना दे रहे हैं। जनजीवन भी प्रभिवत- रेल मंत्रालय ने पटरियों की सुरक्षा तथा रेलवे गतिविधियों को दोबारा शुरू करने के मद्देनजर स्टाफ की सुरक्षा को लेकर पंजाब के मुख्यमंत्री को 26 अक्टूबर को पत्र लिखा था। खासकर कोविड महामारी के समय यात्रियों को गम्भीर असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। वहीं पंजाब में कई स्थानों पर रेल पटरियों को लगातार बाधित किए जाने की वजह सेकई स्थानों पर से मालभाड़ा गतिविधियों पर प्रतिकूल असर पड़ने से खेती, उद्योग और आधारभूत ढांचे से जुड़े क्षेत्रों को आवश्यक वस्तुओं की उपलब्धता पर असर पड़ा है। पंजाब, जम्मू कश्मीर, लद्दाख और हिमाचल प्रदेश में आवश्यक वस्तुओं को लाने और लेजाने वाली सभी रेलगाड़ियों पर प्रतिकूल असर पड़ा है। रेलवे ने दिवाली और छठ विशेष ट्रेनों से हटाए अनारक्षित कोच हरिभूमि ब्यूरो.नई दिल्ली। भारतीय रेलवे ने दीवाली व छठ जैसे त्‍योहारों के दौरान रेल यात्रा की सुविधा देते हुए कई विशेष ट्रेनें चलाई हैं, लेकिन इन ट्रेनों में लगाए गये सभी आरक्षित कोचों के कारण अनारक्षित टिकट पर यात्रा नहीं हो सकेगी। यही नहीं बिना आरक्षित टिकट के रेलवे स्टेशनों के प्लेटफार्म पर भी प्रवेश नहीं मिलेगा। रेल मंत्रालय ने दीवाली और छठ त्योहार विशेष ट्रेनों के लिए बुधवार को यात्रियों के लिए इस जानकारी को सार्वजनिक किया है। उत्तर रेलवे के प्रवक्ता ने कहा कि कोरोना महामारी के दिशानिर्देशों के अनुसार इन त्योहार विशेष रेलगाड़ियों में केवल आरक्षित टिकट पर ही यात्रा करने की अनुमति होगी, जिसे देखते हुए इन ट्रेनों से सभी अनारक्षित कोचों को हटा लिया गया है। इसलिए त्यौहारों के दौरान इन ट्रेनों में यात्रा करने के लिए रेलवे ने सार्वजनिक सूचना के जरिए आरक्षण कराने का आव्हान किया है। उत्तर रेलवे के अनुसार आरक्षित टिकट के बिना किसी भी यात्री को रेलवे स्टेशनों के प्लेटफार्म पर भी प्रवेश नहीं दिया जाएगा। इस संबन्ध में रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष विनोद कुमार यादव ने बताया कि फिलहाल 736 विशेष रेलगाड़ियां चलाई जा रही हैं, जिनमें 327 ट्रेनें प्रतीक्षारत हैं। इन 327 ट्रेनों की लगातार निगरानी की जा रही है, ताकि प्रतीक्षा सूची का निर्धारण होने के बाद ऐसे रेल मार्गो पर क्लोन ट्रेने चलाने पर विचार किया जाएगा। भारतीय रेलवे ने 21 सितंबर से ऐसी क्लोन ट्रेनों के रूप में 20 रेलगाड़ियों को चलाया है। जबकि त्योहार विशेष रेलगाड़ियों के रूप में 436 ट्रेनों को चलाया गया है, जिनकी संख्या आवश्यकता के अनुसार बढ़ाने की भी योजना है। किसान आंदोलन: एक दर्जन से ज्यादा और ट्रेने रद्द पंजाब में किसान आंदोलन को देखते हुए रेलवे ने बुधवार को एक दर्जन से ज्यादा और ट्रेनों को रद्द कर दिया है। उत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी दीपक कुमार ने यह जानकारी देते हुए बताया कि पंजाब व हरियाणा की ओर आने जाने वाली ट्रेनों को रद्द करने का कारण पंजाब में करीब तीन दर्जन स्थानों पर रेलवे ट्रैक व स्टेशनों पर धरना देकर आंदोलन कर रहे किसान हैं, जिससे लगातार ट्रेनें प्रभावित हो रही हैं। इन निरस्त ट्रेनों में दोनों और से आने जाने वाली नई दिल्ली-जम्मूतवी-नई दिल्ली एक्सप्रेस विशेष, अमृतसर-हरिद्वार एक्सप्रेस, नई दिल्ली-श्रीमाता वैष्णोदेवी कटरा-नई दिल्ली वंदेभारत एक्सप्रेस, नई दिल्ली-श्रीमाता वैष्णोदेवी कटरा एक्सप्रेस, नई दिल्ली-कालका-नई दिल्ली शताब्दी एक्सप्रेस विशेष ट्रेनों को निरस्त कर दिया गया है। इसके अलावा पूजा यानि त्यौहार विशेष ट्रेनों में जम्मूतवी-अजमेर-जम्मूतवी, लखनऊ-चंडीगढ़-लखनऊ, बाडमेर-ऋषिकेश-बाडमेर, दिल्ली-बठिंडा-दिल्ली, श्रीगंगानगर-दिल्ली-श्रीगंगानगर, नई दिल्ली-कटरा-नई दिल्ली, चंडीगढ़-गोरखपुर-चंडीगढ़, चंडीगढ़-पाटलीपुत्र-चंडीगढ़, अजमेर-अमृतसर-अजमेर तथा जम्मूतवी-हावड़ा-जम्मूतवी पूजा विशेष ट्रेनों को निरस्त किया गया है। इसके अलावा कुछ ट्रेनों के मार्ग में परिवर्तन किया गया है, तो वहीं कुछ को आंशिक रूप से रद्द किया गया है। 05Nov-2020

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