सोमवार, 30 नवंबर 2020

छत्तीसगढ़ के कांकेर व बेमेतरा तथा हरियाणा के भिवानी व रेवाड़ी जिले को मिला स्वच्छता पुरस्कार

स्वच्छ भारत मिशन-ग्रामीण: विश्व शौचालय दिवस पर 11 राज्यों के 20 सर्वश्रेष्ठ जिले पुरस्कृत हरिभूमि ब्यूरो.नई दिल्ली। स्वच्छ भारत मिशन के तहत देश को खुले शौच से मुक्त कराने के लक्ष्य के साथ देशभर में जनांदोलन के रूप चले अभियान ने भारत की तस्वीर बदल दी है। इसके लिए मनाए गये विश्व शौचालय दिवस के मौके पर पिछले पांच साल में ओडीएफ मील का पत्थर साबित करने के लिए जिन राज्यों और उनके जिलों में इस मुहिम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर स्वच्छता पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। इसमें सर्वश्रेष्ठ जिलों के रूप में पुरस्कृत किये गये 11 राज्यों के 20 जिलों में छत्तीसगढ़ के कांकेर व बेमेतरा के साथ ही हरियाणा के भिवानी व रेवाड़ी जिले भी शामिल हैं। देश में स्वच्छ भारत मिशन के तहत देश को खुले शौच से मुक्त करने के लक्ष्य के तहत जिन राज्यों या जिलों ने सुरक्षित स्वच्छता के लिये जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया है, उन्हें सम्मानित करने के लिए नई दिल्ली में गुरुवार को जल शक्ति मंत्रालय के अंतर्गत पेयजल और स्वच्छता विभाग के स्वच्छ भारत मिशन-ग्रामीण के तहत 'विश्व शौचालय दिवस' समारोह का वर्चुआल तरीके से आयोजन किया गया। इस समारोह में केंद्रीय शक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत और राज्य मंत्री रतन लाल कटारिया ने ओडीएफ स्थिरता और ओडीएफ प्लस लक्ष्यों के लिए महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए चयनित 20 सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले जिलों को स्वछता पुरस्कार-2020 से सम्मानित किया। इस आभासी समारोह में केंद्र, राज्य और जिला एसबीएमजी अधिकारियों द्वारा ऑनलाइन भागीदारी देखी गई। इन 11 राज्यों के 20 जिलों को मिला सम्मान विश्व शौचालय दिवस के आभासी समारोह के दौरान जिन 20 जिलों को स्वच्छता पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया है, उनमें छत्तीसगढ़ के कांकेर और बेमतरा, हरियाणा क भिवानी और रेवाड़ी जिले भी शामिल हैं, जिन्होंने ओडीएफ स्थिरता और ओडीएफ प्लस लक्ष्यों के लिए सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए महत्वपूर्ण योगदान दिया है। इसके अलावा यह पुरस्कार पंजाब के मोगा और फतेहगढ़ साहिब, आंध्र प्रदेश के पश्चिम गोदावरी और पूर्वी गोदावरी, अरुणाचल प्रदेश के सियांग, गुजरात के वड़ोदरा और राजकोट, केरल के एर्नाकुलम और वायनाड, महाराष्ट्र के कोल्हापुर और नासिक, मिजोरम के कोलासिब और सेरशिप, तेलंगाना के सिद्दीपेट और पेद्दापल्ली तथा पश्चिम बंगाल के कूच बिहार जिले को प्रदान करके सम्मानित किया गया है। स्वच्छता के लिए जनांदोलन ने बदली तस्वीर इस समारोह को संबोधित करते हुए केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन-ग्रामीण ने प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन और नेतृत्व में स्वच्छता के लिए एक जन आंदोलन के रूप में ग्रामीण भारत को बदल दिया है। पीएम मोदी ने खुले में शौच मुक्त यानि ओडीएफ ग्रामीण भारत को मिशन मोड में प्राप्त किया है। पिछले पांच साल में इस अभियान का दूसरा चरण इसी साल शुरू किया गया है। यह चरण ओडीएफ स्थिरता और ठोस और तरल अपशिष्ट प्रबंधन पर केंद्रित रहेगा है, जिसका उद्देश्य गांवों में व्यापक स्वच्छता है। उन्होंने ग्रामीण समुदाय के सदस्यों, विशेष रूप से कमजोर और हाशिये पर पड़े समुदायों के लिए सामाजिक, आर्थिक और स्वास्थ्य लाभों के संदर्भ में सुरक्षित स्वच्छता सुविधाओं तक पहुंच के महत्व पर जोर दिया। वहीं समारोह में जल शक्ति राज्य मंत्री रतन लाल कटारिया ने मिशन से जुड़े सभी हितधारकों के प्रयासों की सराहना करते हुए का कि साल 2014 के बाद शुरू हुई यह उल्लेखनीय यात्रा और दुनिया के सबसे बड़े व्यवहार परिवर्तन कार्यक्रम के लिए एक मील का पत्थर साबित हुई है। उन्होंने पुरस्कार विजेताओं को उनके गांवों में स्वच्छता और स्वच्छता के मानकों में सुधार लाने में महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए बधाई दी और सभी से मिशन के चरण 2 में समान भावना के साथ काम करना जारी रखने का आग्रह किया, जो ओडीएफ प्लस के बड़े लक्ष्य पर केंद्रित है। जलशक्ति मंत्रालय में सचिव यूपी सिंह ने भी इस मिशन की विस्तार से जानकारी दी। सरपंचों से ओडीएफ प्लस पर चर्चा इस समारोह के तह ही गुरुवार को केंद्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने ओडीएफ प्लस को लेकर ग्राम पंचायतों के नौ सरपंचों के साथ वर्चुअल तरीके से ही बातचीत करके सरपंच संवाद किया। इसमें जहां सरपंचों ने अपनी प्रमुख गतिविधियों जैसे एसएलडब्ल्यूएम, लोगों की भागीदारी और ओडीएफ सस्टेनेबिलिटी को साझा किया। वहीं सरपंचों ने अपनी प्रेरक सफलता की कहानियों को ऑनलाइन ही साझा किया। मसलन स्वच्छता के पांच मंत्र शीर्षक से ओडीएफ प्लस पर एक लघु फिल्म की प्रस्तुति दी गई। 20Nov-2020

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें