शुक्रवार, 1 दिसंबर 2017

देश में बढ़े अपराध: उत्तर प्रदेश में सर्वाधिक हत्याएं



राजनाथ सिंह ने जारी किये एनसीआरबी के आंकड़े
हरिभूमि ब्यूरो. नई दिल्ली।
देशभर में अपराधों का ग्राफ कम होने का नाम नहीं ले रहा है। राष्ट्रीय अपराध रिकार्ड ब्यूरो द्वारा जारी वर्ष 2016 के दौरान विभिन्न अपराधों के राज्यवार आंकड़े यही गवाही दे रहे हैं। इन आंकड़ो के अनुसार उत्तर प्रदेश में हत्या और महिलाओं के खिलाफ सर्वाधिक अपराध हुए हैं, जबकि दिल्ली में भी महिलाओं की सुरक्षा दांव पर लगी हुई है। हालांकि बलात्कार के मामले में मध्य प्रदेश सबसे ऊपर है।
केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को राष्ट्रीय अपराध रिकार्ड ब्यूरो यानि एनसीआरबी के आपराधिक आंकड़ो वाली पुस्तक ‘भारत में अपराध 2016-सांख्यिकी’ जारी किया। एनसीआरबी जारी आंकडो के मुताबिक वर्ष 2016 के दौरान देश के 19 महानगरीय शहरों में अपराध विश्लेषणों की रिपोर्ट तैयार की है। इस रिपोर्ट के मुताबिक 2016 के दौरान दिल्ली में महिलाओं के खिलाफ 33.0 प्रतिशत अपराध दर्ज किए गए हैं, जिनमें 41,761 में से 13,803 अपराधिक मामले दर्ज किए गए। इनमें दिल्ली शहर में लगभग 40 प्रतिशत बलात्कार के मामले दर्ज किए गए हैं। इसके अलावा पति और उसके रिश्तेदारों द्वारा दहेज के कारण मौतों की संख्या में भी 29 प्रतिशत है। दिल्ली में अपहरण और अगवा करने के सबसे अधिक मामले (5,453) दर्ज किए गए हैं, जो 2016 के दौरान कुल अपराधों के (48 प्रतिशत) है। दिल्ली शहर हत्याओं के मामले में भी 21.8 प्रतिशत यानि कुल (2194 मामलों में 479) हत्याएं हुई। दिल्ली में आईपीसी और एसएलएल अपराध महिलाओं के खिलाफ ज्यादा हैं, जिसमें आईपीसी अपराधों में 38.8 प्रतिशत दर्शाया गया है। 19 महानगरीय शहरों में से दिल्ली में किशोर अपराध मामलों की संख्या सबसे अधिक बताई गई है। 2016 में दिल्ली में ऐसे मामलों की संख्या 35.6 प्रतिशत बताई गई यानि कि (2368) अपराधिक मामले दिल्ली में हुए।
उत्तर प्रदेश में सर्वाधिक हत्या
राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के आंकड़ों के मुताबिक हत्या और महिलाओं के खिलाफ अपराध जैसे सर्वाधिक मामले वर्ष 2016 में उत्तर प्रदेश में दर्ज किए गए। देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में हत्या की घटनाएं सबसे ज्यादा हुईं। यहां हत्या की 4,889 घटनाएं हुईं, जो ऐसे कुल मामलों का 16.1 फीसदी है। उत्तर प्रदेश के बाद हत्या की सबसे ज्यादा 2,581 (8.4 फीसदी) घटनाएं बिहार में दर्ज की गईं। वर्ष 2016 में महिलाओं के खिलाफ अपराधों के कुल मामलों में से 14.5 फीसदी (49,262 मामले) उत्तर प्रदेश में हुए, जिसके बाद 6 फीसदी यानी 32,513 मामलों के साथ पश्चिम बंगाल रहा।
बलात्कार के मामलों में एमपी अव्वल
आंकड़ो के अनुसार वर्ष 2016 में वर्ष 2015 के मुकाबले देश में बलात्कार की घटनाएं 12.4 फीसदी बढोतरी देखी गई। आंकड़ों के मुताबिक बलात्कार के मामले सबसे ज्यादा मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में हुए। ऐसी कुल घटनाओं में से 12.5 फीसदी (4,882 मामले ) मध्य प्रदेश में, 12.4 फीसदी (4,816 मामले) उत्तर प्रदेश तथा 10.7 फीसदी यानी 4,18 मामले महाराष्ट्र में हुए।

आर्थिक अपराध
वर्ष 2016 के दौरान दिल्ली में आर्थिक अपराधों के तहत सबसे अधिक मामले (5492) दर्ज किए गए जोकि 19.36 प्रतिशत हैं। इसके बाद जयपुर 15.4 (4742) मामले और 13.6 प्रतिशत के साथ मुंबई (4191) मामले दर्ज किए गए।
साइबर अपराध
2016 के दौरान मुंबई में साइबर अपराध सबसे अधिक बताए गए हैं। कुल (4172) मामलों में से 23.5 प्रतिशत के साथ (980) साइबर अपराध मुंबई में दर्ज किए गए। महिलाओं के खिलाफ अपराध मामलों में 2015 की बजाए 2016 में 2.9 प्रतिशत की वृद्धि हुई। महिलाओं के खिलाफ अधिकांस मामले पति या उसके रिश्तेदारों द्वारा अत्याचारों के बनाए जाते है जिनकी संख्या (32.6 प्रतिशत) है। महिलाओं के यौन शोषण मामले में (25 प्रतिशत) दर्ज किए गए। जबकि (19 प्रतिशत) मामले बलात्कार और अपहरण के दर्ज किए गए।
01Dec-2017

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