सोमवार, 4 दिसंबर 2017

दुनिया में भारत का दबदबा कायम!

फिर जीता अंतर्राष्ट्रीय समुद्री संगठन का चुनाव
हरिभूमि ब्यूरो
. नई दिल्ली।
भारत का दुनिया में दबदबा लगातार बढ़ रहा है, जिसके चलते भारत को अंतर्राष्ट्रीय समुद्री संगठन की परिषद में फिर से सदस्य के रूप में फिर से चुन लिया गया है। इसके लिए परिषद के चुनाव में जर्मनी के बाद भारत को सर्वार्धिक मत मिले।
केंद्रीय जहाजरानी मंत्रालय ने यह जानकारी देते हुए बताया कि आईएमओ मुख्यालय लंदन में गत 27 नवंबर से 6 दिसंबर तक चलने वाली आईएमओ विधानसभा के 30वें सत्र आईएमओ संगठन की तीन श्रेणियों के चुनाव हुए। भारत ने संगठन की बी श्रेणी वाली परिषद के चुनाव में जीत हासिल कर अगले दो साल के लिए सदस्यता को फिर से मजबूत कर लिया है। भारत ने दूसरे स्थान के मत हासिल कर आस्ट्रेलिया जैसे देश को भी पछाड़ा है। सबसे ज्यादा 146 मत जर्मनी को मिले, जबकि भारत ने 144 मत हासिल किये। भारत इस संगठन में दस सदस्यों वाले संगठन का 1959 से सदस्य है। अंतर्राष्ट्रीय समुद्री संगठन की बी श्रेणी की परिषद के लिए पहली बार हुआ है, जिसमें भारत अब अगले दो और सालों तक संगठन का सदस्य बना रहेगा। देश को ऐसे देशों के प्रतिनिधि के रूप में चुना गया है जिनका समुद्रीय मार्ग से व्यापार में बड़ा हित जुड़ा हुआ है। लंदन जाकर आईएमओ के वार्षिक समारोह में हिस्सा लिया था और भारत के लिए समर्थन भी मांगा था। इस बैठक में भारत का प्रतिनिधित्व ब्रिटेन में भारत के उच्चायुक्त वाई.के. सिन्हा ने  किया।
क्या है आईएमओ
यह संगठन यूएन की तरह ही एक अंतर्राष्ट्रीय एजेंसी है, जहाजरान के बचाव और सुरक्षा की निगरानी के साथ इस बात पर भी नजर रखती है कि समुद्री जहाजों द्वारा ज्यादा प्रदूषण न किया जाए। भारत और जर्मनी के साथ ऑस्ट्रेलिया, फ्रांस, कनाडा, स्पेन, ब्राजील, स्वीडन, नीदरलैंड और यूएई इसके सदस्य हैं। ऑस्ट्रेलिया और यूएई इस संगठन के नए सदस्य हैं। इससे पहले तक बांग्लादेश और अर्जंटीना सदस्य हुआ करते थे।
आस्ट्रेलिया तीसरे पायदान पर
इस संगठन में जर्मनी के बाद भारत दूसरे स्थान पर रहा है, जबकि 143 मत लेकर ऑस्ट्रेलिया तीसरे पायदान पर सदस्यता बरकरार रखने वाला देश रहा। इसके अलावा फ्रांस को 140, कनाडा को 138, स्पेन को 137, ब्राजील को 131, स्वीडन को 129, नीदरलैंड को 124 और संयुक्त अरब अमीरात को 115 मत हासिल हुए।
गडकरी ने मांगा था समर्थन
मंत्रालय के अनुसार पिछले सप्ताह ब्रिटेन के दौरे पर गये केंद्रीय सड़क परिवहन एवं जहाजरानी मंत्री नितिन गडकरी ने लंदन में आईएमओ की बैठक के एक सत्र के दौरान संगठन की बी श्रेणी के तहत आईएमओ में फिर सदस्य के रूप में आईएमओ के संशोधित उद्देश्यों के लिए भारत की प्रतिबद्धता को दोहराते हुए भारत की भागीदारी को मजबूती से रखने का आश्वासन दिया था। उन्होंने कहा था कि भारत विकासशील देशों और समुद्र आधारित व्यापार में महत्वपूर्ण भूमिका रखने वाले देशों का प्रतिनिधित्व करेगा। इस सत्र में गडकरी के नेतृत्व में उच्च स्तरीय भारतीय प्रतिनिधिमंडल हिस्सा ले रहा है, जिसमें जहाजरानी मंत्रालय के सचिव गोपाल कृष्णा, अतिरिक्त महानिदेश्क अमिताभ कुमार, नौवहन निदेशालय के उप समुद्री सलाहकार कैप्टन जयकुमार आदि शामिल हैं।
इसलिए भी मजबूत रही दावेदारी
जहाजरानी मंत्रालय के अनुसार तेजी से बढ़ती भारतीय अर्थव्यवस्था में समुद्री क्षेत्र के व्यापार को प्रोत्साहन दे रहे भारत में 1359 जहाजों का एक बड़ा मर्चेंट समुद्री बेड़ा है, जिनकी आवाजाही विदेशों और तटीय आपरेशनों पर 12.2 मिलियन टन के रूप में एक संयुक्त सकल भार है। इनके द्वारा लगभग 90 प्रतिशत विदेशी व्यापार समुद्री परिवहन के माध्यम से किया जा रहा है। भारत में 1.45 लाख से से ज्यादा सक्रिय समुद्री नाविकों का एक मजबूत दल तैयार है।
03Dec-2017

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