रविवार, 24 दिसंबर 2017

कांग्रेस के हंगामे की भेंट चढ़ी राज्यसभा की कार्यवाही



2जी घोटाले के फैसले पर विपक्ष ने सरकार को घेरा
हरिभूमि ब्यूरो. नई दिल्ली।
संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान दोनों सदनों में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कथित टिप्पणी को लेकर चल रहा हंगाम थमने का नाम नहीं ले रहा है। गुरुवार को इसके साथ ही 2-जी घोटाला मामले में आए अदालती फैसले को लेकर भी कांग्रेस ने सत्ता पक्ष से स्पष्टीकरण की मांग को लेकर हंगामा किया, जिसके कारण राज्यसभा की कार्यवाही दो बजे बाद पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गई।
राज्यसभा में गुरुवार को सुबह बैठक शुरू होने के करीब बीस मिनट बाद ही कांग्रेस के हंगामें के कारण सदन की कार्यवाही दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई थी। इससे पहले बैठक शुरू होते ही सभापति एम वेंकैया नायडू ने आवश्यक दस्तावेज सदन के पटल पर रखवाए। इसके बाद सदन में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि करीब एक सप्ताह से कांग्रेस सदस्य मांग कर रहे थे कि प्रधानमंत्री मोदी सदन में आएं और गुजरात विधानसभा चुनाव के दौरान पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के खिलाफ की गई अपनी कथित टिप्पणी पर स्पष्टीकरण दें। पीएम मोदी से माफी को लेकर हंगामे से ज्यादा कांग्रेस ने बहुचर्चित 2जी स्पेक्ट्रम घोटाले पर अदालत द्वारा सभी आरोपियों को बरी करने पर कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों ने सत्तापक्ष पर जमकर हमला बोला और सदन में हंगामा किया। आजाद ने कहा कि 2जी घोटाले पर आए अदालती फैसले पर सत्तापक्ष से स्पष्टीकरण देने की मांग की, जिसमें सत्तापक्ष पर पूर्ववर्ती सरकार पर 2जी घोटाले पर लगाए गये आरोप गलत साबित हुए। सभापति एम वेंकैया नायडू ने आजाद को यह 2जी का मुद्दा उठाने से रोकते हुए कहा कि इसके लिए कोई नोटिस नहीं दिया गया है, इसलिए इस मुद्दे को उठाने की अनुमति नहीं दी जा सकती। सभापति ने शून्यकाल शुरू करने के लिए सदस्यों के नाम भी पुकारे, लेकिन कांग्रेस सदस्य हंगामा करते रहे। इसी बीच कांग्रेस सदस्य आसन के समक्ष आ कर सरकार और प्रधानमंत्री के खिलाफ नारे लगाने लगे और सदन की कार्यवाही को दो बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया। सदन की दो बजे शुरू हुई कार्यवाही के दौरान भारत में खेल का अधिकार और खेल-कूद का भविष्य पर सांसद एवं महानतम क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर को अल्पकालीन चर्चा की शुरूआत करनी थी, लेकिन कांग्रेस सदस्यों ने पीएम से माफी मांगने को लेकर नारेबाजी करके हंगामा शुरू कर दिया और सदन की कार्यवाही पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गई।

सरकार का तर्क
कांग्रेस के स्पष्टीकरण की मांग पर संसदीय कार्य राज्य मंत्री विजय गोयल ने कहा कि इस सदन में कोई ऐसी बात नहीं हुई है जिस पर स्पष्टीकरण देना पड़े। बहुत सारा सरकारी कामकाज रूका हुआ है इसलिए सदन की कार्यवाही चलने देना चाहिए। लेकिन कांग्रेस सांसद पीएम से स्पष्टीकरण की मांग करने पर अडिग रहे और सदन में नारेबाजी करके हंगामा किया।
हंगामा करने वालों को चेतावनी
सभापति वेंकैया नायडू ने दो बजे शुरू हुई सदन की कार्यवाही के दौरान हंगामा कर रहे कांग्रेस सदस्यों को चेताया कि कल शुक्रवार को उन सदस्यों को सूचीबद्ध किया जाएगा जो हंगामा करके सदन की कार्यवाही बाधित कर रहे हैं। उन्होंने यह भी दलील दी कि सदस्यों को विभिन्न मुद्दे उठाने के वास्ते कामकाज निलंबित करने के लिए नियम 267 के तहत कई नोटिस दे दिए जाते हैं। नायडू ने कहा कि आसन की अवज्ञा करना सही नहीं है और ऐसी कोई पद्धति भी नहीं है। उन्होंने कहा कि यह भाजपा या कांग्रेस का मसला नहीं है, बल्कि यह सदन है सदन में मौजूद सदस्यों की तीन चौथाई संख्या सदन को चलाना चाहती है, लेकिन हंगामा करने वाले सदस्य सदन नहीं चलने देना चाहते। जबकि उन्होंने गतिरोध खत्म करने के लिए विपक्ष के नेता और सदन के नेता से बात कर बीच का रास्ता निकालने का सुझाव दिया है, जो कांग्रेस सदस्य स्वीकार करने को तैयार नहीं हैं। 
22Dec-2017
 


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