सोमवार, 4 दिसंबर 2017

राग दरबार: रिपोर्ट के बाद बदला कांग्रेसी चेहरा

बेमन का कांग्रेसी चेहरा
कांग्रेस ने गुजरात चुनाव पर जिस प्रकार फोकस करके भाजपा को उसी की रणनीतियों से पटकने की सियासी मुहिम चला रखी हैं, जिसमें कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल का गुजरात दौरों के दौरान मंदिरों में पूजा करने की परंपरा शुरू की है, उससे कांग्रेस का चेहरा बदल जाएगा यह किसी के गले नहीं उतर रहा है। इसका कारण साफ है कि कांग्रेस के हिंदू विरोधी होने के धब्बे अभी मिटे नहीं हैं यानि कांग्रेस का हिंदू विरोध कोई कहावत नहीं, बल्कि जिता-जागता उदाहरण है कि जब सोनिया-मनमोहन युग में कांग्रेस खुल कर हिंदू विरोध पर उतरती देखी गई। मसलन आतंकवाद का काई रंग या मजहब नहीं होता जैसी बाते करने वाले कांग्रेसनीत सरकार यूपीए के तत्कालीन गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे ने भगवा आतंकवाद की खोज कर हिंदू आतंकवाद की परिभाषा गढ़ डाली थी। यही नहीं सुप्रीम कोर्ट में एक हलफनामा देकर मनमोहन सरकार ने राम के अस्तित्व को नकारते हुए उन्हें कवि की कोरी कल्पना करार देने का भी पाप किया और कांग्रेस के प्रधानमंत्री ने देश में संसाधनों पर पहला हक अल्पसंख्यकों का बताने में भी कोई कसर नहीं छोड़ी। राजनीतिकारों का तो मानना है कि गुजरात चुनाव में बदलते कांग्रेस के हिंदू चहरे के पीछे 2014 के लोकसभा चुनाव में करारी हार हैं, जिसके कारणों की पडताल के लिए गठित एंटोनी समिति ने बहुसंख्यक समाज की उपेक्षा को एक बडा कारण माना था। हालांकि इसी रिपोर्ट के बाद भी कांग्रेस का रवैया नहीं बदला और कांग्रेस एक के बाद एक प्रदेशों में पराजय होती रही। इन हारों से सबक लेकर अब एंटोनी रिपोर्ट पर गुजरात में कांग्रेस को नरम हिंदुत्व की राह पर आने के लिए मजबूर होना पड़ा और कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल खुद को हिंदू होने के सुबूत के तौर पर जनेऊ धारण कर शिव भक्त बनकर मंदिर दर मंदिर जाकर दर्शन और पूजन कर रहे हैं। कांग्रेस प्रवक्ता उनके हिंदू होने के सुबूत के तौर पर जनेऊ वाले चित्र दिखा रहे हैं।
गुजरात में बैकपुट पर कांग्रेस
गुजरात चुनाव में भाजपा को पीछे धकलने के लिए कांग्रेस की रणनीतियों पर शायद उत्तर प्रदेश में निकाय चुनावों के परिणाम ने ऐसा पानी फेरा कि कांग्रेस को बैकफुट पर लाकर खड़ा कर दिया है। यह भी तय माना जा रहा है यूपी निकाय चुनाव के भाजपा का परचम लहराने वाले नतीजों को गुजरात चुनाव में भाजपा के लिए संजीवनी का काम करेगा। भले ही कांग्रेस युवराज गुजरात चुनाव में हिंदुत्व का चोला ही क्येां न धारण करते नजर आ रहे हों। सोशल मीडिया पर सुर्खियां बने यूपी निकाय चुनाव के नतीजों में यहां तक टिप्पणी सामने आ रही हैं कि भाजपा के लिए कांग्रेस की परांपरागत संसदीय क्षेत्र एवं उसके सियासी गढ़ राजयबरेली और अमेठी में कांग्रेस को हिलाना नामुमकिन था, वहां भी भाजपा ने कांग्रेस के किले को ध्वस्तकर धूल चटा दी है, तो गुजरात में कांग्रेस की क्या मजाल है कि वह भाजपा की रणनीति को ध्वस्त कर दें। राजनीतिक गलियारों में चर्चाएं तेज हो गई हैं कि यह कांग्रेस के लिए यह दुर्भाग्यकाल ही माना जा सकता है कि गुजरात चुनाव की सियासत में भाजपा के लिए मुश्किल बनती जा रही कांग्रेस की रणनीति पर यूपी निकाय के चुनाव नतीजों ने पानी फेर दिया है। हालांकि इसकी असल पुष्टि तो गुजरात विधानसभा चुनाव के 18 दिसंबर को आने वाले नतीजे ही तय करेंगे, लेकिन गुजरात चुनाव से पहले यूपी में कांग्रेस की बुरी तरह खिसकी सियासी जमीन उसके लिए शुभ संकेत कतई नहीं है?
बे-असर जीएसटी
देश में नोटबंदी और जीएसटी लागू करने वाली मोदी सरकार पर पिछले एक साल से विपक्ष लगातार हमलावर बना हुआ है और सरकार के खिलाफ सड़क से संसद तक अपनी आवाज बुलंद करने का ही प्रयास किया। अब केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय द्वारा जब हाल में चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही रिपोर्ट में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर 5.7 प्रतिशत से बढ़ 6.3 पहुंची तो कांग्रेस समेत विपक्ष इस रिपोर्ट को लेकर कोई प्रतिक्रिया देने को तैयार नहीं है। इसके लिए सरकार का दावा है कि इन आंकड़ो से स्पष्ट हो रहा है कि नोटबंदी और जीएसटी का प्रभाव खत्म हो चुका है और देश की अर्थव्यवस्था अब तेजी से आगे बढ़ रही है। खासकर एक जुलाई को लागू हुई जीएसटी के बाद जीडीपी में वृद्धि का यह पहला आंकड़ा है इसलिए विपक्ष को जीएसटी को लेकर विरोध के स्वर वापस लेने की जरूरत है।
और अंत में …..
देश में अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप की सलाहकार एवं सुपुत्री इवांका ट्रंप ने भारत के दौरे पर हैदराबाद के एक सम्मेलन में महिलाओं को बराबरी का हक देने की वकलात क्या कि आईएएस अधिकारी स्नेहलता श्रीवास्तव लोकसभा को आजाद भारत के इतिहास में पहली बार महिला महासचिव मिल गई हैं, जो संसद के शीतकालीन सत्र में सदन की कार्यवाही की संवैधानिक प्रक्रियाओं में मदद करती नजर आएंगी। इसी प्रकार केन्‍द्रीय लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) के सदस्य के रूप में सुश्री स्मिता नागराज की नियुक्ति की गई है। 
03Dec-2017

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