मंगलवार, 19 दिसंबर 2017

हंगामे की भेंट चढ़ी संसद की कार्यवाही



मनमोहन पर पीएम की टिप्पणी को लेकर कांग्रेस का हंगामा                             
हरिभूमि ब्यूरो. नई दिल्ली।
संसद के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन भी कांग्रेस सदस्यों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर लगाए गए आरोपों का मुद्दा उठाते हुए बार-बार हंगामा किया, जिसके कारण लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गई।
लोकसभा की सोमवार को शुरू हुई कार्यवाही के दौरान कांग्रेस सदस्यों द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अपने पूर्ववर्ती मनमोहन सिंह पर लगाए गए आरोपों का मुद्दा उठाते हुए बार-बार हंगामा करने के कारण लोकसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही को दिनभर के लिए स्थगित कर दिया। सदन में कार्यवाही शुरू होने के कुछ मिनट बाद ही कांग्रेस सांसदों के इस मुद्दे को लेकर विरोध करके हंगामा करने लगे तो भाजपा सांसद किरीट सोमैया ने तंज कसते हुए गुजरात व हिमाचल प्रदेश के चुनावी रूझान पर जीत की तरफ बढ़ती भाजपा का हवाला देते हुए कांग्रेस पर वार किया, लेकिन कांग्रेस सांसद हंगामा करते रहे और लोकसभा लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने सत्ता पक्ष व विपक्ष के हंगामे के बीच सदन की कार्यवाही दोपहर तक के लिए स्थगित कर दिया। इसके बाद दोबारा शुरू हुई कार्यवाही के दौरान भी कांग्रेस सदस्यों ने फिर से प्रधानमंत्री मोदी के आरोपों का मुद्दे उठाने का प्रयास किया लेकिन अनुमति न मिलने पर सदस्यों ने लोकसभा अध्यक्ष के आसन के पास आकर प्रधानमंत्री मोदी से माफी मांगने के लिए नारे लगाने शुरू कर दिये। हालांकि इसी हंगामे के बीच सदन के पटल पर दस्तावेज रखे गए और विधेयक पेश किए गए, जिसके बाद लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने सदन की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित कर दिया।
राज्यसभा में भी हंगामा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर लगाए गए आरोपों का कांग्रेस सदस्यों द्वारा पुरजोर विरोध करने के कारण सोमवार को सुबह ऊपरी सदन राज्यसभा की कार्यवाही होते ही नियम 267 के तहत चर्चा के लिए कांग्रेस के नोटिस के खारिज होने के बाद बिफरे कांग्रेस सांसदों ने आसन के पास आकर मोदी और भाजपा के खिलाफ नारेबाजी की। नोटिस खारिज होने पर विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि सदन में रोजाना हर चीज खारिज नहीं की जा सकती। यदि ऐसा है तो हम यहां क्या कर रहे हैं? 10 साल तक राज करने वाले एक पूर्व प्रधानमंत्री पर लगे आरोपों को साबित करना पड़ेगा। भाजपा लोगों के प्रति जवाबदेह है। गौरतलब है कि गत शुक्रवार को भी यह मुद्दा उठा था, लेकिन सभापति एम वेंकैया नायडू ने उनके नोटिस खारिज कर दिए थे। हंगामा देख उपसभापति पी.जे कुरियन ने हंगामे के बीच राज्यसभा की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक स्थगित कर दी। इसके बाद प्रश्नकाल के लिए राज्यसभा की कार्यवाही जैसे ही शुरू हुई, कांग्रेस सांसदों ने एक बार फिर इस मुद्दे को उठाया और सभापति वेंकैया नायडू से इस मुद्दे पर चर्चा करने की अनुमति मांगी। जब नायडू ने प्रश्नकाल को जारी रखने पर जोर दिया तभी कांग्रेस के सांसद फिर से ‘प्रधानमंत्री माफी मांगो’ के नारे लगाते हुए सभापति के पोडियम के पास इकट्ठा हो गए। कार्यवाही में व्यवधान होने पर नायडू ने सदन की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित कर दी।
19Dec-2017

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