हरिभूमि ब्यूरो.
नई
दिल्ली।

उत्तर रेलवे के
मुख्य
जनसंपर्क
अधिकारी
नितिन
चौधरी
ने
यह
जानकारी
देते
हुए
बताया
कि
रेलवे
बोर्ड
के
चेयरमैन
अश्वनी
लोहानी
ने
उत्तर
रेलवे
महाप्रबंधक
विश्वेश
चौबे
के
साथ
नई
दिल्ली
स्टेशन
और
उसके
आस
पास
के
क्षेत्र
में
रेल
ट्रैक
की
जांच
के
लिए
अल्ट्रासोनिक
फ्ला
डिटेक्शन
की
मदद
से
चल
रहे
अभियान
का
निरीक्षण
किया
है।
रेल
संरक्षा
उपयों
को
बढ़ावा
देने
हेतु
रेलवे
बोर्ड
के
अध्यक्ष
अश्वनी
लोहानी
ने
नई
दिल्ली
स्टेशन
क्षेत्र
का
दौरा
कर
अधिकारियों
एवं
कर्मचारियों
के
साथ
खड़े
होकर
यूएसएफबी
मशीन
के
कार्य
करने
के
तरीके
का
प्रदर्शन
देखा
और
निरीक्षण
भी
किया।
लोहानी
ने
इस
दौरान
यह
भी
सुझाव
दिया
कि
ऐसी
यूएसएफडी
मशीनों
को
रेलवे
ट्रैक
पर
तेजी
से
चल
सकने
वाले
वाहनों
के
ऊपर
लगाया
जाना
चाहिए,
ताकि
इस
कार्य
को
अधिक
गति
दी
जा
सके।
रेलवे
बोर्ड
के
चेयरमैन
लोहानी
और
महाप्रबंधक
विश्वेश
चौबे
ने
इस
मशीन
के
सक्रिय
कार्यरत
स्टाफ
से
चर्चा
करके
उनसे
यूएसएफडी
मशीन
के
उपयोग
पर
उनका
फीडबैक
भी
लिया।
उन्होंने
रेल
कर्मियों
तथा
प्राधिकारियों
को
प्रोत्साहित
करते
हुए
कहा
कि
वे
रेल
परिसम्पत्तियों
की
विफलताओं
को
न्यून
करने
के
उपायों
में
बढ़
चढ़कर
हिस्सा
ले,
ताकि
भारतीय
रेल
कारगर
रूप
से
रेल
सेवाओं
की
गुणवत्ता
में
और
अधिक
सुधार
ला
सके।
जांच में सक्षम यूएसएफडी
रेलवे के अनुसार
यह
अल्ट्रासोनिक
फ्ला
डिटेक्शन
नामक
की
मशीन
आल्ट्रासाउंड
वेवज
की
सहायता
से
रेल
ट्रैक
की
उन
बारीक
से
बारीक
कमियों
को
देखने
में
सक्षम
है
जिन्हें
नंगी
आँखों
से
अन्यथा
नहीं
देखा
जा
सकता
है।
जिस
प्रकार
अल्ट्रासाउंड
मशीन
द्वारा
मानव
शरीर
की
भीतरी
जाँच
संभव
है
इसी
प्रकार
यूएसएफडी
मशीन
भी
रेल
ट्रैक
की
कमियों
को
चिन्हित
कर
सकती
है
ताकि
बाद
में
रेल
ट्रैक
में
किसी
भी
प्रकार
की
अवांछनीय
विफलता
न
हो।
यूएसएफडी
मशीन
बेहद
महीन
दरार
को
ढ़ूंढ
लेने
में
सक्षम
होती
है
जिन्हें
यदि
समय
पर
न
देखा
जाए
तो
समय
बीतने के साथ अथवा
उस
दरार
के
ऊपर
से
गुजरने
वाले
रेल
ट्रेफिक
के
कारण
यह
और
बढ़
सकती
हैं।
उन्होंने
सुझाव
दिया
कि
ऐसी
यूएसएफडी
मशीनों
को
रेलवे
ट्रैक
पर
तेजी
से
चल
सकने
वाले
वाहनों
के
ऊपर
लगाया
जाना
चाहिए
ताकि
इस
कार्य
को
अधिक
गति
मिल
सके
।
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