बुधवार, 12 अक्तूबर 2016

भारत-पाक सरहद खतरनाक सीमा में शुमार!

आतंकी घुसपैठ रोकने के मकसद से होगी सील
ओ.पी. पाल. नई दिल्ली।
दुनियाभर में भारत-पाक सीमा को सबसे खतरनाक और संवेदनशील माना जाने लगा है, जहां सुरक्षा के तमाम इंतजामों के बावजूद पाकिस्तान की ओर से आतंकियों की घुसपैठ बादस्तूर जारी है। इसी कारण उरी हमले और पीओके में सर्जिकल स्ट्राइक से सीमापार की आतंकी संगठनों के आक्रमक तेवरों को देख भारत को पाक से लगी सीमाओं को सील करने का फैसला करना पड़ा है।
पिछले सप्ताह ही केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने जम्मू-कश्मीर, पंजाब, राजस्थान और गुजरात की सरकारों के साथ विचार विमर्श करने के बाद पाकिस्तान से लगी भारत की करीब 3,323 किमी लंबी सीमा को पूरी तरह से सील करने का ऐलान किया। पाकिस्तान की सेना और खुफिया एजेंसी आईएसआई द्वारा भारत के खिलाफ आतंकवाद का इस्तेमाल करने के रूप में पाकिस्तान की पूरी दुनिया में पहचान हो चुकी हे। खासकर उरी आतंकी हमले ने पाक को अलग-थलग दिया। हाल ही में जारी एक रिपोर्ट के अनुसार दुनिया भर में भारत और पाकिस्तान के बीच लगी सीमा रेखा सबसे खतरनाक और संवेदनशील मानी गई है। दरअसल इन चार राज्यों से पाकिस्तान से 2900 किमी से ज्यादा लंबी सीमा भारत और पाकिस्तान के बीच लगती है। यही नहीं रिपोर्ट में तो भारत की तटीय रेखा को भी दुनिया की सबसे ज्यादा खतरनाक करार दिया गया है, जिसकी लंबाई पूर्व में पश्चिमी बंगाल से दक्षिणी राज्यों से लगती हुई पश्चिम में महाराष्ट्र तक 7,516 किमी है। दुनियाभर में तटीय रेखा की लंबाई नौवें स्थान पर होते हुए भी सर्वाधिक खतरे के दायरे में है। हालांकि पाकिस्तान की ओर से आतंकवाद के जरिए भारत को अस्थिर करने के प्रयास जम्मू-कश्मीर से गुजरात तक लगी सीमा के जरिए ही ज्यादा की जा रही है, जिसे भारत 2018 तक पूरी तरह दीवार खड़ी करके सील करने का निर्णय ले चुका है।
अंतरराष्ट्रीय सीमा का उल्लंघन
भारत-पाक के जानकारी विशेषज्ञों के अनुसार जम्मू-कश्मीर की पाकिस्तान के साथ 264 किमी लम्बी अंतरराष्ट्रीय सीमा अंतरराष्ट्रीय सीमा का नाम इसलिए दिया गया है, क्योंकि इस पर संयुक्त राष्ट्र संघ के तत्वावधान में सीमा बुर्जियों की स्थापना की हुई है। मसलन ऐसी निशानदेही का मकसद दोनों देशों की हद की सीमा तय करना था। इस सीमा पर अंतर्राष्ट्रीय नियमों का पालन करते कभी भी गोलीबारी न करने के निर्देश हैं, लेकिन पाकिस्तान है जो कि मानता नहीं, जिसकी सेना अंतरराष्ट्रीय नियमों और सीजफायर का लगातार उल्लंघन करता आ रहा है और साथ में आतंकवाद का सहारा लेकर भारत में भी घुसपैठ कराने की नापाक हरकत से बाज आने को तैयार नहीं है। जहां तक जम्मू-कश्मीर से लगी कुल 2062 किमी लम्बी सीमा चीन और पाकिस्तान से लगी हुई है, जिसमें से पाक से सटी 1202 किमी सीमा अति संवेदनशील और खतरनाक साबित हो रही है। अंतर्राष्ट्रीय सीमा में चीन और पाक के अलावा भारत की म्यांमार से करीब 1624 किमी की सीमा मिलती है, जहां से देश के पूर्वी क्षेत्र के अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, मिजोरम और मणिपुर राज्य सटे हुए हैं। ये ऐसी सीमाएं हैं जहां से नकली मुद्रा, हथियार और नशीले पदार्थों की तस्करी रोकने के लिए सुरक्षाकर्मियों को दिन-रात गश्त करनी पड़ती है। इसी प्रकार भारत और बांग्लादेश के बीच करीब 4096 किमी लंबी सीमा रेखा है। यह दुनिया का पांचवा सबसे बड़ी सीमा रेखा है। इसमें करीब 262 किमी की सीमा रेखा असम, त्रिपुरा से करीब 856 किमी, मिजोरम से करीब 180 किमी, बंगाल से 2217 किमी और मेघालय से 443 किमी की सीमा रेखा मिलती है। वहीं बांग्लादेश के मेमनसिंह, खुलना, राजशाही,रंगपुरा, सेलहट और चिटगांव भारतीय सीमा रेखा से मिलते हैं।
भारत के इंतजाम
गृह मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार पाकिस्तान की नापाक हरकत पर नजर रखने के लिए भारत ने पाक से सटी सीमाओं पर तकनीक के साथ तमाम इंतजाम करने के आलवा करीब पचास हजार ऐ खंभे लगाए हुए हैं, जिन पर रात्रि के समय सुरक्षा बलों की निगरानी को आसान बनाने के लिए करीब डेढ़ लाख μलट लाइट्स लगाई गई हैं। यही नहीं पिछले दिनों सरकार ने भारत-पाक सीमा पर बहुस्तरीय सुरक्षा योजना भी शुरू की है, लेकिन पाकिस्तान की ओर से आतंकियों की घुसपैठ और नापाक हरकत थमने का नाम नहीं ले रही हैं तो भारत को सीमा सील करने का सख्त फैसला करने को मजबूर होना पड़ा है, भले ही चीन जैसा देश भी इस फैसले पर सवाल उठाता नजर आ रहा हो।
12Oct-2016

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