रविवार, 2 अक्तूबर 2016

राग दरबार: सर्जिकल स्ट्राइक बनाम सद्बुद्धि..

केजरीवाल व राहुल गांधी ने की मोदी की तारीफ
देश की सियासत भले ही आपसी प्रतिद्वंद्धता में किसी भी हद को पार करते देखी जाती रही हो, लेकिन जब देश की एकता और अखंडता या फिर देश की सुरक्षा का मामला हो, तो देशभर के सभी राजनीतिक दलों की एकजुटता की मिसाल देश की भावना के साथ सुर में सुर में मिलाकर हमेशा की तरह ही दुश्मनों के भ्रम को तोड़ने का काम करती नजर आई ब्है। मसलन उरी आतंकी हमले पर पीएम मोदी के बदला लेने वाले वादे पर पहले तो मजाक उड़ाते रहे सियासीदानो को उस समय हैरानी हुई, जब गुरुवार को सुबह खबर मिली कि पीएम की कूटनीति के तहत भारतीय सेना ने पीओके में घुसकर सर्जिकल स्ट्राइक जैसी कार्रवाई करके पाक समर्थित आतंकी कैंपों को ध्वस्त ही नहीं कर दिया, बल्कि कम से कम 50 आतंकवादियो को मौत के घाट उतार दिया। भाारतीय सेना के इस पराक्रम की देशभर में ऐसी जय जयकार हुई कि लगातार पीएम मोदी की आलोचना करते आ रहे केजरीवाल व राहुल गांधी जैसे उन नेताओं को भी सद्बुद्धि आ गई और उनकी नकारात्मक सोच ने गिरगिट की तरह ऐसे रंग बदला कि वे भी शायद पहली बार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की तारीफ करते नजर आए और उनके 56 इंच का सीना साबित करने का लोहा मानने को मजबूर हो गये। दिल्ली के सीएम केजरीवाल ने तो मोदी सरकार व भाजपा के खिलाफ अपने कई कार्यक्रम स्थगित तक कर दिये। सियासी गलियारे में चर्चा है कि जब पाकिस्तान के आतंकवाद के खिलाफ उसके घर में घुसकर सर्जिकल स्ट्राइक जैसी कार्रवाई को पूरी दुनिया ने समर्थन दिया तो ऐसे सियासीदानों को अपने सियासी भविष्य भंवरजाल के चक्रव्यूह में फंसना तय था, इसलिए उनकी यह हकीकत की मजबूरी मानी जा सकती है या फिर सद्बबुद्धि...।
सुशासन बाबू की चिंता
नीतीश कुमार यानि बिहार के सुशासन बाबू अपने छवि बचाने की जद्दोजहद में फंसे हुए हैं। मोहम्मद शहाबुद्दीन के जमानत पर आने के बाद से बिहार के मुख्यमंत्री विपक्षी नेताओं से लेकर मीडिया के निशाने पर रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट ने शहाबुद्दीन की जमानत रद्द की तो नीतीश को राहत मिली पर उधर पटना हाईकोर्ट ने राज्य में लागू शराबबंदी को खत्म कर दिया तो मुख्यमंत्री सकते में आ गये। पिछला विधानसभा चुनाव जीतवाने में शराबबंदी का बड़ा रोल रहा था, नीतीश कुमार ने इसे लागू किया भी। हाईकोर्ट का फैसला आने के बाद बिहार में मय के दीवानों की तो जैसे मुंह मांगी मुराद पूरी हो गयी। पर नीतीश ने कह दिया कि बिहार में शराबबंदी लागू रहेगी, राज्य सरकार सुप्रीम कोर्ट जायेगी। बिहार में चर्चा है कि सुशासन बाबू के राज में अमीर लोग ही मोटी कीमत पर तस्करी की शराब गटक रहे हैं जबकि गरीब लोग गला तर नहीं कर पा रहे हैं। बिहार में लोग चाहते हैं कि शराब पर पाबंदी पूरी तरह अमल में लाने का हौंसला नीतीश में हो तो इसे लागू करें अभी तक तो राज्य में अवैध तस्करी जोरों पर है और पुलिस करोड़ों रूपये की शराब जब्त कर चुकी है। देखते हैं सुप्रीम कोर्ट शराबबंदी पर क्या फैसला सुनाता है, फिलहाल तो सुशासन बाबू अपने फैसले पर अडिग हैं।
न्यौता पहुंच गया, मंत्री नहीं पहुंचे
सरकारी व्यवस्था का आम चलन है कि इसमें मंत्री से लेकर अधिकारी तक को किसी कार्यक्रम में बुलाने के लिए आमंत्रण पत्र भेजने से लेकर स्वीकृति लेनी पड़ती है। लेकिन कई बार ऐसा भी होता है कि जब इनकी उपस्थिति को लेकर आमंत्रण भेज दिया जाता है,स्वीकृति भी ले ली जाती है। लेकिन फिर भी कोई नहीं पहुंचता। ऐसा ही एक मामला हाल में राजधानी में आयोजित अंतरराष्टÑीय स्तर के कार्यक्रम में देखने को मिला। यहां विभाग की ओर से संबंधित केंद्रीय मंत्री की उपस्थिति को लेकर कागजी कार्रवाई तो की गई। लेकिन उनके कार्यक्रम में बदलाव को लेकर अनुपस्थिति की सूचना को सार्वजनिक नहीं गया। बस फिर क्या था लोग कार्यक्रम में मंत्री जी के पहुंचने का इतंजार करते रह गए लेकिन वो नहीं पहुंचे।
01Oct-2016

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