सोमवार, 3 अक्तूबर 2016

सड़कों पर स्पीड ब्रेकर की जगह लेंगे 3-डी जेब्रा

केंद्र के आदेश पर हटाये जाने लगे स्पीड़ ब्रेकर
ओ.पी. पाल. नई दिल्ली।
देश में सड़क हादसों पर अंकुश लगाने की दिशा में केंद्र सरकार द्वारा जारी आदेशों के बाद राष्ट्रीय राजमार्गो के अलावा अन्य सभी प्रमुख सड़कों से स्पीड ब्रेकरों को हटाने का काम तेजी से चल रहा है। सरकार की ऐसे स्पीड बे्रकरों के स्थान पर थ्री डाइमेंशनल जेब्रा क्रॉसिंग बनाने की योजना है। जिसमें स्पीड बे्रकर तो नहीं होगा, लेकिन सड़क पर सफर करने वाले को गति अवरोधक नजर आने से सावधानी जरूरत बरतने को मजबूर होना पड़ेगा।
दरअसल देश में सड़क हादसों से चिंतित केंद्र सरकार दुर्घटनाओं में होने वाली मौतों की संख्या कम से कम करके दुनियाभर में लगे इस कलंक को मिटाने के लिए तरह-तरह के ठोस उपाय करके योजनाएं चला रही है। सरकार द्वारा कराए गये एक अध्ययन में सड़क दुर्घटनाओं के कारकों में स्पीड़ ब्रेकर यानि गति अवरोधक भी शामिल है। मसलन देश में कुल सड़क हादसों में 40 फीसदी दुर्घटनाओं का कारण स्पीड ब्रेकर बन रहे हैं। सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्रालय के अनुसार सरकार इन स्पीड़ बे्रकरों के बजाए राष्ट्रीय राजमार्गो पर उन चुनिंदा जगहों पर 3-डी जेब्रा क्रासिंग बनाने की योजना पर काम कर रही है, जिसमें केवल रंगों के चयन करने पर विचार किया जा रहा है, ताकि सड़कों पर दौड़ने वाले वाहनों को भ्रमित न होना पड़े। हालांकि सरकार अन्य कुछ विकल्पों पर भी विचार कर रही है, लेकिन 3डी जेब्रा क्रासिंग केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री को भी रास आ रहा है, जो इसके इस्तेमाल को इसलिए बेहतर मान रहे हैं कि राष्ट्रीय राजमार्गो या अन्य किसी प्रमुख सड़कों पर कोई स्पीड़ ब्रेकर तो नहीं होगा, लेकिन सफर करने वालों को महसूस होगा कि सामने अवरोधक है। मसलन इस योजना में सड़क पर कोई उभार वाला अवरोधक नहीं होगा और केवल वह रंगों से पोती जाने वाली तकनीक होगी, जो उभरी नजर आएगी। सूत्रों के अनुसार दुनिया के कई विकसित देशों में ऐसी जेब्रा क्रासिंग का इस्तेमाल हो रहा है।
नियमों में नहीं स्पीड ब्रेकर
मंत्रालय के अनुसार नियमों में स्पीड बे्रेकर का कोई प्रावधान नहीं है। राष्ट्रीय राजमार्गो को रμतार के लिए बनाया जाता है, लेकिन स्थानीय लोगों के दबाव में देशभर में बड़ी संख्या में अवैध तरीके से बेतरकीब स्पीड ब्रेकर बन जाने से वाहनों को क्षति हो रही है और दुर्घटनाओं की संभावना को भी टालना संभव नहीं है। इसलिए मंत्रालय ने देशभर में हाइवे और मुख्य मार्गो पर बने स्पीड़ बे्रकर हटाने के पहले ही निर्देश दे दिये हैं, जिसके बाद देशभर में स्पीड़ ब्रेकर हटाने का काम स्पीड पकड़ रहा है। सरकार के स्पीड ब्रेकर हटाने के निर्णय का चौतरफा स्वागत हो रहा है, ऐसे मामले कई बार संसद में भी उठाए जा चुके हैं। सरकार और परिवहन के जानकारों का मानना है कि एक्सप्रेस-वे व राष्ट्रीय राजमार्ग वाहनों की गति बढ़ाने के मकसद से बनाए जाते हैं, तो ऐसे में स्पीड़ ब्रेकर बेमानी होगा। गौरतलब है कि इंडियन रोड कांग्रेस के नियमों की बात की जाए तो राजमर्गो पर रेलवे क्रासिंग, दुर्घटना बाहुल्य क्षेत्र, तीखे मोड़, संपर्क मार्ग, पेट्रोल पंप आदि स्थानों पर तय मानक के अनुसार रंबल स्ट्रिप (गतिरोधक पट्टियां) बनाने का ही प्रावधान है।
गडकरी को रास आया जेब्रा
देश में सड़क हादसों पर अंकुश लगाने के लिए केंद्र सरकार योजनाएं बनाने में व्यवस्त रही तो वहीं गुजरात के अहमदाबाद शहर की मां-बेटी सौम्या ठक्कर व उनकी मां शकुंतला ठक्कर ने ऐसा डिजाइन बनाया जो केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी को भी रास आ गया। दरअसल यह डिजाइन ऐसा है जिसमें सड़क पर तेज गति से वाहन चलाते हुए रास्ते में अगर आपको उभरी हुई जेब्रा क्रॉसिंग दिखाई दे, तो कोई भी अचानक चौंक जाएंगा अपने वाहन की गति को धीमा जरूर करेगा। इस 3डी जेब्रा डिजाइन को केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कई शहरों में स्पीड ब्रेकर के स्थान पर 3-डी जेब्रा का इस्तेमाल प्रयोगिक रूप से कराया भी है, जिसके देशभर में कारगर होने की बड़ी उम्मीद बताई जा रही है।
क्या है 3-डी जेब्रा क्रॉसिंग
देश में सड़क हादसों को रोकने की दिशा में इन जेब्रा क्रॉसिंग को इस तरह डिजाइन किए गए हैं, ताकि तेज स्पीड से आ रहे वाहन चालक के सामने इल्युजन क्रिएट हो और वह इस आभासी तस्वीर से चकमा खाकर अपनी स्पीड कम कर ले। इस तरह पैदल चलने वाले भी सुरक्षित ढंग से सड़क पार कर सकेंगे। इस डिजाइन को गुजरात में स्कूलों के पास थ्री डायमेंशनल स्ट्रीट आर्ट पहले से ही प्रयोग की जा रही है।
03Oct-2016

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें