मंगलवार, 11 अक्तूबर 2016

सिमी के खतरे से निपटने की भी तैयारी!

आतंकी हमलों की ढाल बनने की आशंका
ओ.पी. पाल. नई दिल्ली।
उरी हमले के बाद भारतीय सेना द्वारा की पीओके में की गई सर्जिकल स्ट्राइक का बदला लेने की फिराक में जुटे आतंकी संगठन भारत में सिमी को ढ़ाल बना सकते हैं। ऐसी आशंका पर केंद्र सरकार ने सुरक्षा बलों को सतर्क करके सिमी की गतिविधियों पर पैनी नजर रखने के निर्देश दिये हैं।
भारतीय सेना की पीओके में आतंकी ठिकानों पर सर्जिकल स्ट्राइक के बाद भारत व पाक के बीच लगातार बढ़ते तनाव के बीच आतंकी संगठन भारतीय सेना की इस कार्रवाई का बदला लेने के प्रयास में जुटा है, जिसकी आतंकी संगठनों की ओर से लगातार धममियां भी दी जा रही है। भारत-पाक सीमा पर भारतीय सुरक्षा बलो की सतर्कता और कड़ी चौकसी के बाद हरेक दिन आतंकियों की घुसपैठ के प्रयास नाकाम किये जा रहे हैं। पाक खुफिया एजेंसी और आतंकी संगठन भारत में आतंकी हमलो को अंजाम देने में पहले भी देश के भीतर ऐसे में भारत में प्रतिबंधित इंडियन मुजाहिदीन (आईएम) के संपर्क में हैं, जिसके लिए स्टूडेंट इस्लामिक मूवमेंट आफ इंडिया (सिमी) के सदस्य अपनी गतिविधियों को अंजाम देते रहे हैं। सूत्रों के अनुसार आईएम और सिमी लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्म्द जैसे आतंकी संगठनों के संपर्क में हैं। ऐसी रिपोर्ट भारतीय खुफिया एजेंसी भी सरकार को मुहैया करा चुकी है। सर्जिकल स्ट्राइक का बदला लेने को बेताब पाक के आतंकी संगठन ऐसे में सिमी के सदस्यों को ढ़ाल बनाने के प्रयास में है। गृह मंत्रालय ने ऐसी खुफिया रिपोर्ट के आधार पर सुरक्षा बलो और राज्यों की पुलिस को भी सतर्क रहने के निर्देश दिये हैं। हालांकि सिमी संगठन पर प्रतिबंध लगाया हुआ है, लेकिन उसके सदस्यों ने अपने तौर तरीके बदलकर अपनी गतिविधियों का खाका तैयार किया हुआ है। ऐसे में केंद्र सरकार देश में किसी भी खतरे के प्रति पूरी तरह से सतर्कता बरत रही है।
सूचीबद्ध करने की कार्रवाही
गृह मंत्रालय के सिमी के खिलाफ जारी सुरक्षा अलर्ट के अनुसार पिछले एक-डेढ़ दशक में उन तमाम सिमी सदस्यों को सूचीबद्ध करके उनकी गतिविधियों पर पैनी नजर रखने को कहा गया है जो आतंकी संगठन के निर्देश मिलने सक्रिय होकर अपनी गतिविधियों को अंजाम देने खाका तैयार करते हैं। ऐसे सिमी सदस्यों को सूचीबद्ध करने का काम शुरू कर दिया गया है। गृह मंत्रालय की ओर से देश में सुरक्षा बलों का अलर्ट पहले ही जारी किया हुआ है। चूंकि सिमी का गठन पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में हुआ था और खुफिया रिपोर्ट के अनुसार सिमी के सदस्य अपनी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए सक्रिय हैं। ऐसी आशंका पर सिमी के सदस्यों पर पैनी नजर रखी जा रही है।
संसद की सुरक्षा चाकचौबंद
पाक अधिकृत कश्मीर में भारतीय सेना की सर्जिकल स्ट्राइक जैसी कार्रवाई से बौखलाए पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई, सेना और आतंकी संगठनों की नजरे भारत से बदला लेने पर फोकस हैं। मीडिया रिपोर्ट के बाद आईएसआई ने जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों को किसी भी हालत में सर्जिकल स्ट्राइक का बदला लेने को कहा है, जिसमें आतंकी संगठन मौलाना मसूद अजहर का एक बार फिर भारतीय संसद पर हमला करने की साजिश रच रहा है। ऐसी आशंका को देखते हुए संसद की सुरक्षा को चाकचौबंद कर दिया गया है,जिसमें तकनीकी उपकरण का इस्तेमाल भी किया जा रहा है, जिससे किसी भी तरह के आतंकी खतरे से निपटा जा सके। इससे पहले संसद की सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा भी की गई है।
कई इमारते निशाने पर
सुरक्षा एजेंसियों को खुफिया रिपोर्ट मिली है कि यदि संसद पर हमला नाकाम होता है तो दिल्ली सचिवालय या अक्षरधाम और लोटस टैंपल जैसी कई इमारतों के अलावा भीड़भाड़ वाले बाजार या शॉपिंग मॉल तक आतंकी संगठनों के निशाने पर हैं, जहां सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत कर दिया गया है। सूत्रों के अनुसार खुफिया रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि दो फिदायीनों के दिल्ली में घुसने की सूचना है, जो किसी भी रूप में अपनी गतिविधियों को अंजाम दे सकते हैं।
11Oct-2016

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें