गुरुवार, 22 सितंबर 2016

पांच राज्यों में जल्द बनेंगे 415 किमी लंबे हाईवे

परियोजना की लागत 2600.31 करोड़ रुपये होगी
हरिभूमि ब्यूरो. नई दिल्ली।
केंद्र सरकार ने पांच राज्यों में नौ राष्ट्रीय राजमार्ग के 414.401 किमी लंबे निर्माण की नौ परियोजनाओं को अंतिम रूप दिया है, जिस पर 2600.31 करोड़ रुपये की लागत का अनुमान लगाया गया है।
केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के अनुसार उत्तर प्रदेश, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक और नागालैंड में राष्ट्रीय राजमार्ग की तैयार की गई नौ परियोजनाओं को इन राज्यों के वित्तीय निगम ने अंतिम रूप दे दिया है। मंत्रालय के अनुसार उत्तर प्रदेश 137.627 किमी लंबे राजमार्ग की तीन परियोजनाओं के लिए 637.25 करोड़ रुपये की लागत तय की गई है। इसमे यूपी के इलाहाबाद-मिर्जापुर खंड पर ईपीसी मोड़ पर 241.37 करोड़ की लागत से 49.272 किमी राजमार्ग के निर्माण होगा, जबकि पीलीभीत-पूरनपुर के बीच 34.80 किमी सड़क निर्माण के लिए 176.94 करोड़ रुपये की लागत तय की गई है। इसी प्रकार यूपी में बांदा से इलाहाबाद खंड पर राष्ट्रीय राजमार्ग में 53.555 किमी सड़क निर्माण का विस्तार करने के लिए 218.94 करोड़ रुपये की राशि रखी गई है। राज्य वित्तीय निगम की बैठक में आंध्र प्रदेश राष्ट्रीय राजमार्ग के पुनरूद्धार के लिए 63.013 किमी लंबी सड़क परियोजना को मंजूरी दी गई है जिस पर 378.24 करोड़ रुपये की लागत आएगी।
तेलंगाना में तीन परियोजना
मंत्रालय के अनुसार तेलंगाना में 88.32 किमी राजमार्ग की तीन सड़क परियोजनाओं के लिए 547.15 करोड़ रुपये की लागत को अंतिम रूप दिया गया है, जिसमें निजामाबाद-जगदलपुर मार्ग पर 42.4 किमी सड़क निर्माण पर 248.83 करोड़ रुपये तथा हग्गारी-जदचेरिया मार्ग पर 298.32 करोड़ रुपये की लागत से 45.92 किमी सड़क का निर्माण किया जाएगा। इसी प्रकार कर्नाटक राज्य में भी 91.27 किमी लंबी दो सड़क परियोजनाओं के लिए 711.86 करोड़ रुपये की लागत का प्रावधान तय किया गया है। इसमें राज्य यादगिर बाईपास से 36.9 किमी निर्माण के लिए 314.90 करोड़ तथा महाराष्ट्र सीमा से बीदर तक 54.37 किमी सड़क निर्माण के लिए 396.96 करोड़ रुपये की लागत को अंतिम रूप दिया गया है। निमग की बैठक में नागालैंड में दीमापुर से कोहिमा तक 34.171 किमी लंबे मार्ग के निर्माण के लिए अंडर इंटर स्टेट स्कीम के तहत 325.81 करोड़ रुपये खर्च करने का निर्णय लिया गया है। मंत्रालय के अनुसार इन सभी नौ सड़क परियोजनाओं को जल्द शुरू कर दिया जाएगा, ताकि सड़कों को एक-दूसरे राष्ट्रीय राजमार्ग से जोड़कर सड़क परिवहन को आसान बनाया जा सके।
22Sep-2016

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