मंगलवार, 19 अप्रैल 2016

अब सरपट दौडेंगे यूपी-उत्तराखंड में वाहन

सौलह साल बाद परवान चढ़ा परिवहन समझौता
नई दिल्ली. उत्तर प्रदेश से उत्तराखंड के अलग होने के बाद ही दोनों राज्यों के बीच परिवहन निगम की बसों को एक-दूसरे राज्यों में आने-आने को लेकर विवाद का आखिरी पटाक्षेप हो ही गया, जिसमें पूरे 16 साल बाद दोनों राज्यों के बीच परिवहन समझौते को पटरी पर उतारा जा सका। इस समझौते के बाद अब दोनों राज्यों की परिवहन निगम की बसों के चालकों के बीच आये दिन होते आ रहे झगड़े फिसाद का सिलसिला भी थम गया है। 
परिवहन समझौते के लिए चलाई थी मुहिम
सूत्रों के अनुसार उत्तराखंड ने अलग राज्य बनने के बाद से ही यूपी, हरियाणा, दिल्ली आदि राज्यों के साथ परिवहन समझौते के लिए मुहिम चलाई थी, जिसमें केवल यूपी परिवहन निगम ही ऐसे समझौते में अवरोध बनता रहा है। यही कारण था कि एक दूसरे राज्य निगम की बस एक-दूसरे राज्य में जाती तो रही है, लेकिन कई बार उनके चालकों में सिर फुटव्वल जैसी नौबत भी सामने आई है। यूपी और उत्तराखंड में परिवहन समझौते के कई प्रयास हुए, लेकिन उन्हें परवान नहीं चढ़ाया जा सका।  
विवाद का झंझट भी खत्म
सूत्रों के अनुसार हाल ही में उत्तराखंड और यूपी के परिवहन निगम के प्रबंध निदेशकों लखनऊ में हुई बैठक दोनों राज्यों के बीच सहमति बनी, जिसके बाद उत्तराखंड परिवहन निगम के एमडी बृजेश संत और यूपी परिवहन निगम के एमडी के. रविन्द्र नायक ने अनुबंध पत्र पर हस्ताक्षर कर किये। उत्तराखंड परिवहन निगम के महाप्रबंधक दीपक जैन ने इस समझौते की पुष्टि करते हुए बताया कि दोनों राज्यों के निगमों के बीच 15 फीसदी बस फेरे बढ़ाने पर भी सहमति बनी है। इससे पहले यूपी परिवहन निगम की अड़ंगेबाजी से हर बार समझौते की कवायद ठंडे बस्ते में चली जाती थी। इस करार के तहत समय सारिणी बनने से दोनों प्रदेशों की बसों के चालकों के बीच आय दिन होने वाले विवाद का झंझट भी खत्म हो गया है। 
यात्रियों की सहूलियतों में इजाफा
दोनों राज्यों के परिवहन निगमों के बीच हुए समझौते के मुताबिक 12 हजार बसें 2.40 लाख किमी का सफर तय करेंगी और परमिट न होने के कारण उत्तराखंड की बसों को यूपी में नहीं रोका जा सकेगा। इस करार के बाद अब रोजाना यूपी की 2472 बसें और उत्तराखंड की 1725 बसें एक दूसरे के राज्य में यात्रियों के सफर को आसान बनाएंगी। अभी तक यूपी की 2150 बसें और उत्तराखंड की 1500 बसें रोजाना फेरे लगा रही थी, जिससे यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। यूपी की बसें उत्तराखंड में एक लाख 12 हजार किमी और उत्तराखंड की बसें यूपी में 2 लाख 40 हजार किमी का सफर तय करेंगी।

19Apr-2016

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