शनिवार, 16 अप्रैल 2016

देश में आईएस का मुकाबला ऐसे करेगा भारत!

केंद्र सरकार जल्द ही लागू करेगी खास नीति
ओ.पी. पाल. नई दिल्ली।
पाकिस्तान से लगी भारतीय सीमाओं को सुरक्षित करने के लिए पांच स्तरीय सुरक्षा प्रणाली के बाद अब भारत के खिलाफ हमलों की साजिश रच रहे आतंकी संगठन आईएसआईएस से निपटने की तैयारी सरकार की प्राथमिकता पर होगी। मसलन आईएस का मुकाबला करने के लिए भारत एक खास योजना बना रहा है। पाकिस्तानी सीमा से आतंकवादियों की घुसपैठ को रोकने का तो भारत ने भारत की पश्चिमी सीमाओं को सुरक्षित करने के तो पुख्ता इंतजाम कर लिये हैं, लेकिन इस्लामिक आतंकी संगठन आईएसआईएस की भारत के खिलाफ चल रही हमलों की साजिश को नेस्तनाबूत करने पर भी भारत गंभीर है। दरअसल आतंकवादी संगठन आईएसआईएस सोशल मीडिया पर अपने ग्रुप और वीडियो के जरिए भारतीय युवाओं के दिमाग में नफरत के जहर घोल रहा है, इसी चुनौती से निपटने के लिए केंद्र की मोदी सरकार ने वर्ल्ड साइबर जैसे खतरे को मात देने हेतु एक नेशनल सोशल मीडिया नीति तैयार की है, जिसे जल्द ही लागू किया जाएगा।
सांप्रदायिक सौहार्द्र पर फोकस
सरकार द्वारा तैयार किये जा रहे इस नीति के मसौदे में सोशल मीडिया पर फैलाई जाने वाली अफवाहों से निपटना पहली प्राथमिकता होगी, ताकि देश में सांप्रदायिक सौहार्द्र को कायम रखा जा सके। गृह मंत्रालय के सूत्रों की माने तो आईएस देश में ऐसी घटनाओं को बढ़ावा देने का प्रयास कर रहा है, ताकि सांप्रदायिकता फैले और खासकर छात्रों का हुड़दंग या दो समुदायों के बीच संघर्ष की स्थिति पैदा हो सके। देश में युवाओं के बीच ऐसी घटनाएं होने के पीछे खुफिया विभाग की रिपोर्ट आईएस की साजिश होने की पुष्टि कर चुकी है। वैसे भी आईएस के लिए लड़ाकों की भर्ती के अभी तक सभी मामलों में इंटरनेट का जरिया बना है। इसलिए सरकार ने सोशल मीडिया के माध्यम से ही सकारात्मक संदेश देने पर जोर दिया है। दूसरी ओर हाल ही में आईएस की हिंदुओं को भी निशाने पर लेने वाली धमकी इसी साजिश का हिस्सा माना जा रहा है, जिसमें भारत पर बांग्लादेश और पाकिस्तान की सीमाओं से दोहरा हमले के तहत गुरिल्ला वार करने की योजना का भी खुफिया विभाग ने खुलासा किया है।
खाड़ी जाने वालों पर निगरानी
गौरतलब है कि इस साल जनवरी-फरवरी में देशभर में हुए छापे के दौरान एनआईए ने 25 लोगों को आईएस से संबंध के आरोप में गिरμतार किया था। भारत सरकार संयुक्त अरब अमीरात, सीरिया और तुर्की में खुफिया एजेंसियों के साथ मिलकर आईएस के प्रभाव वाले क्षेत्रों में भारतीयों के जाने के रास्ते बंद करने के दिशा में काम किए हैं। सूत्रो के अनुसार भारतीय पर्यटक वीजा पर दुबई, सऊदी अरब या बहरीन जाते हैं और वहां से तुर्की पहुंच जाते हैं। एक बार तुर्की पहुंचने के बाद सीमा लांघकर उनके लिए सीरिया जाना आसान हो जाता है। हालांकि भारत सरकार के अनुरोध पर तुर्की ने अपनी सीमा पर निगरानी बढ़ा दी है।
16Apr-2016


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