ग्रामीण सड़कों पर ज्यादा हादसों पर गंभीर सरकार
ओ.पी. पाल. नई दिल्ली।
देश
की सड़कों पर हादसों को रोकने के लिए केंद्र सरकार की सुरक्षित सड़क
परियोजनाओं के तहत ग्रामीण क्षेत्रों की सड़कों को भी सुरक्षित बनाने की
योजना है। शहरी क्षेत्रों से ज्यादा ग्रामीण क्षेत्रों की सड़कों पर बढ़ती
सड़क दुर्घटनाओं को गंभीरता से लेते हुए केंद्र सरकार ने परिवहन क्षेत्र में
सुरक्षा की दक्षता और निरंतरता में सुधार करने का निर्णय लिया है।
केंद्रीय
सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के अनुसार देश में होने वाले सड़क हादसों
और उनमें हो रही मौतों पर अंकुश लगाने के लिए सरकार ने व्यापक योजना खाका
तैयार करते हुए सड़क परियोजनाओं को तेजी के साथ शुरू किया है। सरकार ने देश
में होने वाली सड़क दुर्घटनाओं के बारे में उस अध्ययन रिपोर्ट को भी गंभीरता
से लिया है, जिसमें पाया गया है कि शहरी क्षेत्रों से ज्यादा ग्रामीण
इलाकों की सड़कों पर दुर्घटनाएं बढ़ रही हैं। इसलिए सरकार ने देशभर के
राज्यों में शहरी और ग्रामीण इलाकों में दुर्घटना संभावित क्षेत्रों को भी
चिन्हित करने के लिए राज्यों से आग्रह किया है। यह सर्वेक्षण भी उसी योजना
का हिस्सा है जिसमें सरकार के सामने ग्रामीण क्षेत्रों की सड़कों पर ज्यादा
हादसों की रिपोर्ट आई है। गौरतलब है कि हाल ही में हुए एक सर्वेक्षण में
खुलासा हुआ है कि देश के शहरी क्षेत्र में 45.3 प्रतिशत और और ग्रामीण
क्षेत्रों में 54.7 प्रतिशत सड़क हादसे हुए हैं।
सड़क सुरक्षा को प्राथमिकता
केंद्र
सरकार की राष्ट्रीय राजमार्ग, राज्य राजमार्ग के अलावा शहरी और ग्रामीण
क्षेत्रों की सड़कों को सुरक्षित बनाने की दिशा में सड़कों को डिजाइन करते
समय सुरक्षा के इन संघटकों को शामिल करने पर जोर दिया है। मंत्रालय के
अनुसार राजमार्गों के अतिशय दुर्घटना वाले स्थलों यानि ब्लैक स्पॉट्स की
पहचान करके उन स्थानों पर सुरक्षा की दृष्टि से सुधार के उपाय किये जा रहे
हैं। मंत्रालय ने इस आशंका को दूर किया है कि सरकार सड़क परियोजनाओं में
शहरी इलाकों के साथ ग्रामीण इलाकों की सड़क परियोजनाओं को भी प्राथमिकत दे
रही है। इस अध्ययन को लेकर स्वयं सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन
गडकरी ने देश में भारतीय सड़कों को सुरक्षित बनाने और जानलेवा दुर्घटनाओं की
संख्या में कमी लाने की प्राथमिकता दोहराई है।
क्या है अध्ययन रिपोर्ट

अध्ययन रिपोर्ट
के मुताबिक शैक्षणिक संस्थाओं के निकट 14.4 प्रतिशत और रिहायशी इलाकों में
11.8 प्रतिशत सड़क दुर्घटनाएं हुई हैं। रिपोर्ट में सड़क हादसों के कारणोें
में वाहनों की तेज गति, शराब के नशो में ड्राईविंग और यातायात नियमों के
उल्लंघन के अलावा रेलवे क्रासिंग के निकट सड़क हादसों में सैकड़ों की संख्या
में हुई मौतों का भी जिक्र किया गया है।
06Jan-2016
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