सोमवार, 18 जनवरी 2016

लेजर दीवारें भी बनेंगी सीमा प्रहरी!

भारत-पाक सीमा से घुसपैठ पर सख्त सरकार
सीमाओं पर सीसीटीवी कैमरे, तेज लाईटिंग और बाड़बंदी होगी मजबूत
ओ.पी. पाल. नई दिल्ली।
पठानकोट एयरबेस पर आतंकी हमले के बाद केंद्र की मोदी सरकार ने सीमापार से होने वाली घुसपैठ को रोकने के लिए भारत-पाक सीमा पर बाडबंदी, सुरक्षा व्यवस्था, सीसीटीवी कैमरों और तेज लाईटिंग के इंतजामों को पुख्ता करने के साथ अब सीमा पर नदी क्षेत्र में लेजर दीवारों का निर्माण करने की योजना बनाई है।
गृहमंत्रालय के सूत्रों के अनुसार केंद्र सरकार भारत-पाक सीमा से होने वाली आतंकियों और अन्य अपराधियों की घुसपैठ को रोकने के लिए गंभीर है और घुसपैठियों के तौर-तरीकों से आगे बढ़कर सीमाओं को पूरी तरह से सुरक्षित करने की योजना पर काम करना शुरू कर दिया है। मंत्रालय के अनुसार सरकार ने भारत-पाक सीमा पर बाड़बंदी और कड़ी सुरक्षा के साथ खासकर नदी क्षेत्र में जल्द ही करीब चार दर्जन ऐसे संवेदनशील जगहों को चिन्हित किया है, जहां से घुसपैठ होती आई है। दरअसल नदी क्षेत्र की सीमाओं पर बाड़बंदी नहीं है और ऐसी जगहों की सुरक्षा देश के सुरक्षा बलो के जिम्मे ही रही है। सरकार की ऐसी जगहों पर लेजर दीवारें खड़ी करने की योजना प्राथमिकता पर है। गृह मंत्रालय के सूत्रों की माने तो अंतरराष्ट्रीय सीमा से पाकिस्तान समर्थित आतंकी समूहों की घुसपैठ की संभावना को पूरी तरह से खत्म करने के लिए पाक से लगी सीमावर्ती पंजाब के हिस्से में ऐसी नदियां हैं, जिनको लेजर वॉल प्रौद्योगिकी से लैस करने की योजना को अंतिम रूप दिया गया है। ऐसी सीमाओं को बीएसएफ द्वारा विकसित लेजर वाल तकनीक के से कवर किया जाएगा। सूत्रों के अनुसार बामियाल में नदी के किनारे बीएसएफ की चौकियां हैं, जहां से हाई मास्ट लाइटों की रोशनी में सुरक्षाकर्मी हर समय नदी पर नजर रखते हैं। गौरतलब है कि जैश-ए-मोहम्मद के छह आतंकवादियों ने इसी जगह से घुसपैठ करने के बाद पठानकोट वायुसेना स्टेशन को निशाना बनाया था।
क्या है लेजर दीवार
मंत्रालय ने बताया कि लेजर वॉल एक ऐसा तंत्र है जो लेजर स्रोत और डिटेक्टर के बीच लाइन आॅफ साइट या दृष्टिरेखा से गुजरती चीजों का पता लगा सकता है। लेजर दीवार के जरिए लेजर स्रोत और डिटेक्टर के बीच ‘लाइन आॅफ साइट’ से गुजरती चीजों का पता लगा सकता है। नदी पर लगाई जाने वाली लेजर बीम उल्लंघन की स्थिति में एक जोरदार साइरन बजाती है। यह दीवार किसी भी तरह की मानवीय चूक को रोकने में भी सक्षम होती है। लेजर दीवारों को कोई भी लांघने की कोशिश करेगा, तो उसे लेजर दीवारे तुरंत डिटेक्ट कर लेगी और स्त्रोत का पता चलने पर सुरक्षा बलों को तत्काल कार्रवाही करने का मौका भी मिलेगा।
ये भी होंगे इंतजाम
केंद्र सरकार ने भारत-पाक सीमाओं से होने वाली घुसपैठ रोकने की मजबूत योजना बनाने की योजना में पहले ही पाक से लगती भारतीय सीमाओं पर एलईडी और μलड लाईटिंग को और ज्यादा सघन करने के सख्त निगरानी के लिए हाई रिजोल्यूशन वाले सीसीटीवी कैमरे भी लगाने का भी फैसला किया है। इस व्यवस्था से सुरक्षा बलों की चेक पोस्टों को तेज रोशनी के साथ हाई रिजोल्यूशन वाले सीसीटीवी कैमरों से लैस करने से सीमा चैकियों से गुजरने वाले वाहनों पर नजर रखने में भी आसानी होगी। यहां तक कि कैमरों से सीमाओं पर होने वाली हर गतिविधियों का डाटा नियंत्रण कक्ष में रिकार्ड करना आसान होगा। यह व्यवस्था पाकिस्तान से लगी जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, राजस्थान, महाराष्टÑ और गुजरात की सीमाओं पर कंटीली बाडबंदी के बावजूद तेजी से की जा रही है, जिसमें समुद्री तटों को भी ज्यादा सुरक्षित किया जा रहा है।

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