शुक्रवार, 1 जनवरी 2016

संसद में काम करने का संकल्प करे कांग्रेस!

नये साल पर पीएम मोदी ने नसीहत देते हुए दी सलाह
ओ.पी. पाल. नोएडा।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने संसद में अवरोधों को लेकर बिना नाम लिये कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि उसे कल से शुरू हो रहेनए साल में वह संसद को कार्य करने देने और देश के विकास में बाधा उत्पन्न नहीं करने का संकल्प ले। उन्होंने सभी राजनीतिकदलों से भी ऐसा ही आव्हान किया है।
यहां सड़क परियोजना के शिलान्यास समारोह में बोलते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने संसद सत्र के दौरान कार्यवाही को बाधा करने की टीस को उजागर किया। उन्होंने एक तरह से कांग्रेस पर यह हमला बोलते हुए कहा कि जिन्हें जनता ने नकार दिया था उन्होंने संसद को बंधक बना लिया। उन्होंने कहा कि हमारे से ज्यादा ये लोग जानते हैं कि संसद के काम रूकने से देश और जनता के हितों पर किस तरह आघात होता है। देश पर 60 साल तक राज करने और हमारे से ज्यादा यह जानते हुए कि संसद के काम रूकने से देश और जनता के हितों का किस तरह से नुकसान होता है और संसद में काम करना कितना जरूरी है। ऐसी स्थिति में उन्हें छह दशक तक सत्ता का सुख भोगने के बाद उसे अपने राजनीतिक कारणों से संसद में कामकाज को बाधित करने और देश के विकास को रोकने का कोई अधिकार नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि जिनको अवसर नहीं मिला, उनकी नाराजगी समझी जा सकती है, लेकिन जिन्होंने 60 साल तक देश पर हर प्रकार की सत्ता का उपभोग किया उन्हें तो संसंद को बर्बाद करने का कतई अधिकार नहीं है। प्रधानमंत्री मोदी ने हालांकि इस मंच से सभी राजनीतिक दलों से 2016 में एक संकल्प करने का आव्हान किया कि नए साल 2016 में वे संसद का कार्य चलने देंगे और गरीबों के लाभ के लिए काम करेंगे। उन्होंने कहा कि भारत के नागरिकों ने अपने प्रतिनिधियों का निर्वाचन संसद में बहस करने, परिचर्चा करने एवं विचार-विमर्श करने के लिए किया है इसलिए यह उनका दायित्व है।
'किसानों के हितों पर गंभीर सरकार'
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि देश में सूखा और किसानों की आत्महत्या के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि सरकार वाटर नेटवर्क की दिशा में काम कर रही है, जिससे किसानों को पर्याप्त पानी मिल सके और सूखे की समस्या ना झेलनी पड़े। प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार इस बात के लिए भी प्रतिबद्ध है कि गन्ना किसानों को ज्यादा से ज्यादा लाभ मिले। केंद्र सरकार ने चीनी मिलों को एथॉनोल का उत्पादन करने के लिए प्रोत्साहित किया है, जिससे प्रदूषण की समस्या को खत्म करने के लिए पांच प्रतिशत एथॉनोल पेट्रोल में मिश्रित करने की नीति तैयार की गई है, इससे किसानों के गन्ना भुगतान भी समय से हो सकेगा और चीनी मिलों के सामने आर्थिक समस्या भी नहीं रहेगी।
01Jan-2016

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