24 उच्च न्यायालयों में 443 जजों के पद रिक्त
हरिभूमि ब्यूरो. नई दिल्ली।

पिछले साल अप्रैल में ये थी स्थिति
देश के 24 राज्यों के उच्च न्यायालयों में अप्रैल 2015 के दौरान 346 न्यायाधीशों के पद रिक्त थें, जिनमें सर्वाधिक इलाहाबाद उच्च न्यायाल में 76 पदों को भरने की दरकार थी। इसके अलावा छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय में आठ, मध्य प्रदेश और दिल्ली उच्च न्यायालय 19-19 तथा पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायाल में 31 न्यायाधीशों के पद रिक्त थे। तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में 20, बंबई में 10, कोलकाता में 21, गुवाहाटी में सात, गुजरात में 12, हिमाचल प्रदेश में छह, जम्मू-कश्मीर में सात, झारखंड में 12, कर्नाटक में 26, करेल में सात पद खाली थे। इसी प्रकार से मद्रास हाईकोर्ट में 18, मणिपुर में एक, ओडिशा में आठ, पटना में 11, राजस्थान में 21, सिक्किम में एक तथा उत्तराखंड में पांच जजों के पद खाली थे। ताजा आंकड़े के अनुसार सभी हाईकोर्ट में जजों की कमी में इजाफा हुआ है।
देश के 24 राज्यों के उच्च न्यायालयों में अप्रैल 2015 के दौरान 346 न्यायाधीशों के पद रिक्त थें, जिनमें सर्वाधिक इलाहाबाद उच्च न्यायाल में 76 पदों को भरने की दरकार थी। इसके अलावा छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय में आठ, मध्य प्रदेश और दिल्ली उच्च न्यायालय 19-19 तथा पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायाल में 31 न्यायाधीशों के पद रिक्त थे। तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में 20, बंबई में 10, कोलकाता में 21, गुवाहाटी में सात, गुजरात में 12, हिमाचल प्रदेश में छह, जम्मू-कश्मीर में सात, झारखंड में 12, कर्नाटक में 26, करेल में सात पद खाली थे। इसी प्रकार से मद्रास हाईकोर्ट में 18, मणिपुर में एक, ओडिशा में आठ, पटना में 11, राजस्थान में 21, सिक्किम में एक तथा उत्तराखंड में पांच जजों के पद खाली थे। ताजा आंकड़े के अनुसार सभी हाईकोर्ट में जजों की कमी में इजाफा हुआ है।
19Jan-2016
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