बुधवार, 7 फ़रवरी 2018

बेरोजगार होने से अच्छा है पकौडे बनाना: शाह


राज्यसभा में अपने पहले भाषण में कांग्रेस पर कसे तंज
हरिभूमि ब्यूरो. नई दिल्ली।
राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा में हिस्सा लेते हुए भाजपा अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद अमित शाह ने अपने पहले ही भाषण में विपक्षी दलो की होती आ रही टिप्पणियों का जवाब मोदी सरकार की उपलब्धियों के जरिए दिया। उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों से विरासत में मिले गढ्ढे को भरने में मोदी सरकार को समय जरूर लगा, लेकिन अंत्योदय के सिद्धांत के आधार पर देश विकास की पटरी पर लौट रहा है।
सोमवार को भोजनावकाश के बाद उच्च सदन में राज्यसभा सदस्य निर्वाचित होने के बाद पहली बार बोलते हुए अमित शाह ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा की शुरूआत करते हुए आजादी के बाद 70 सालों में 55 साल सिर्फ एक ही परिवार का शासन रहा है। उन्होंने मोदी सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए कहा कि पिछले साढ़े तीन साल में मोदी सरकार अंत्योदय के सिद्धांत पर चलते हुए 50 से भी ज्यादा ऐसे काम किये, जिनसे देश में गरीबों, किसानों, आदिवासियों, महिलाओं और कमजोर वर्गो के हितों को साधने वाली सरकार साबित हो रही है। शाह ने जनधन बैंक खातों की योजना का जिक्र करते हुए कहा कि देश की आजादी के 70 साल तक भी 60 प्रतिशत आबादी बैंक खातों से वंचित थी। मोदी सरकार की जनधन योजना के तहत खोले गये 31 करोड़ बैंक खातों में आज 73 हजार करोड़ रुपए जमा हैं। वहीं गरीबों के लिए दवाएं एवं स्टेंट सस्ते करने के साथ ही सरकार ने गरीबों के जीवन स्तर को ऊपर उठाया है।। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने 3.2 करोड़ गैस कनेक्शन उज्जवला योजना के तहत दिए गए। उन्होंने कहा कि देश में हरेक वर्गो और समुदाय के हित में देश के विकास को गति देने की दिशा में मोदी सरकार ने गरीबों को गैस कनैक्शन, वंचित गांवों में बिजली की सुविधा, गांवों में स्वच्छता अभियान के तहत शौचालय निर्माण, युवाओं को रोजगार की दिशा में कौशल प्रशिक्षण, किसानो की आय को दो गुणा करने जैसी पहलों में फसल बीमा योजना, सिंचाई योजना, नीमकोटी यूरिया एवं कृषि उपकरण जैसी सस्ती सुविधाओं के साथ उनकी फसलों के एमएसपी को लागत से डेढ गुणा करने का फैसला देश की अर्थव्यवस्था और गरीबी उन्मूलन के लिए मिसाल साबित होगा। शाह ने देश के बुनियादी ढांचे, सड़क, हवाई, जल और रेल मार्ग, सुरक्षा, आंतरिक सुरक्षा, आतंकवाद जैसे मुद्दो पर सरकार की सफल नीतियों का जिक्र करते हुए कहा कि सरकार हर मोर्चे पर देश को विश्व के नक्शे पर गौरवान्वित करने में लगी हुई है।
जीएसटी को लेकर कांग्रेस पर तंज
उच्च सदन में बोलते हुए अमित शाह ने कहा कि भाजपा ने जीएसटी जैसे महत्वपूर्ण फैसले को देश में टैक्स सुधारों का प्रतीक बताते हुए तंज कसा कि इस टैक्स को गब्बरसिंह टैक्स कहने से पहले कांग्रेस या अन्य दलों को सोचना चाहिए कि यही टैक्स देश के विकास और अर्थव्यवस्था को मजबूत करेगा। यही नहीं जीएसटी के मसौदे में सबसे ज्यादा कांग्रेसशासित राज्यों के मंत्रियों ने ही सर्वसम्मिति बनाई है, इसलिए कांग्रेस को विरोध करने के नए नए तरीकें छोड़ने चाहिए। उन्होंने मोदी सरकार के साढ़े तीन साल की उपलब्धियों के आंकड़ो को उजागर करते हुए कहा कि इस दौरान आज तक उनकी सरकार में कोई भ्रष्टाचार या घोटाला सामने नहीं आया है। उन्होंने दावा किया कि मोदी सरकार के कार्यकाल में देश में पनपी अधिकांश समस्याओं का समाधान करने के रास्ते खोले गये हैं, चाहे जम्मू-कश्मीर की समस्या ही क्यों न रही हो। अमित शाह ने कहा कि पिछली सरकार में भ्रष्टाचार था और वर्तमान सरकार को पिछली सरकार के गड्‍ढे भरने में भी समय तो लगना ही था, अब सरकार की योजनाओं के नतीजे भी सामने आने लगे हैं।
पकौड़े बेचना शर्म की बात नहीं
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने प्रधानमंत्री के पकौड़े वाले बयान पर कहा कि बेरोजगारी से अच्छा है कि लोग मेहनत कर कमाएं। पकौड़े बनाना शर्म की बात नही है, बल्कि बेरोजगारी से अच्छा पकौड़े बेचना बेहतर है। दरअसल पिछले सप्ताह ही प्रधानमंत्री मोदी ने एक साक्षात्कर में कहा था कि पकौड़े बेचने वाले को बेरोजगार नहीं कहा जा सकता है। विपक्ष ने उनके इस बयान का मखौल उड़ाया था। इसमें कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने पकौड़े बेचने से अच्छा भीख मांगने वाला बयान दिया था, जिसकी शाह ने सदन में तीखी आलोचना की।
हंगामे की भेंट चढ़ा प्रश्नकाल
इससे पहले सोमवार को राज्यसभा में नोएडा एनकाउंटर मामले को लेकर समाजवादी पार्टी के सदस्यों ने जोरदार हंगामा हुआ जिसके बाद सदन की कार्रवाई दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गयी। वहीं आप सदस्यों ने दिल्ली में सीलिंग के मुद्दे को उठाते हुए हंगामा किया। इसके अलावा कई अन्य मुद्दे भी सदन में हंगामे का कारण बने ,जिसके कारण सदन की कार्यवाही को दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया था। इसके कारण राज्यसभा में प्रश्नकाल नहीं हो सका।
06Feb-2018

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें