सीएसएल का
रूसी जहाज निर्माण कंपनी से हुआ करार
हरिभूमि ब्यूरो. नई दिल्ली।
देश में ‘मेक
इन इंडिया’ मिशन को प्रोत्साहन देने की दिशा में भारत अंतर्देशीय जलमार्गो और तटीय
जहाजरानी के लिए विशेष जहाजों को विकसित करेगा। इस दिशा में पानी के जहाजों का
निर्माण करने वाली रूस की यूनाइटेड शिप बिल्डिंग कारपोरेशन भारत को सहयोग करेगी,
जिसके लिए उसके साथ भारतीय कंपनी कोच्चि शिपयार्ड लिमिटेड ने एक करार पर हस्ताक्षर
किये हैं।

मेक इन इंडिया को प्रोत्साहन
भारत व
रूसी कंपनियों के बीच हुए इस करार के तहत भारत में अंतर्देशीय तथा तटीय जलमार्गों के
लिए समकालीन अत्याधुनिक जहाज के डिजाइन, विकास और कार्यान्वयन में सहयोग बढ़ेगा
और मोदी सरकार के ‘मेक इन इंडिया’ कार्यक्रम में भी तेजी आएगी, क्योंकि सरकार सागर
माला योजना के तहत भारतीय जलमार्गों तथा तटीय जहाजरानी मार्गों को पर्यावरण सहाज और
आर्थिक दृष्टि से लाभकारी बनाना चाहती है। एक बार जल आधारित परिवहन के लिए आधारभूत
संरचना बन जाने पर निकट भविष्य तथा दीर्घकालिक दृष्टि से विभिन्न तरह के विशेषज्ञ जहाजों
की मांग होने लगेगी। यह सहमति ज्ञापन इसी संभावित मांग को पूरा करने के लिए एक प्रयास
है। इस अवसर पर श्री गडकरी ने कहा कि अंतर्देशीय
जलमार्गों, क्रूज पर्यटन तथा रो-रो परिवहन की विशाल संभावना है। इस सहयोग से आवश्यक
उत्पाद के साथ-साथ नई प्रौद्योगिकी के लिए बाजार अभिनव भी प्राप्त होगा।
04Feb-2018
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