नई रेलवे
लाइनें और रेलवे ट्रैक सुधार का बनाई योजनाएं
हरिभूमि ब्यूरो. नई दिल्ली।
द्रीय बजट
में रेलवे के सुधार के लिए किये गये बजट प्रावधान के बाद रेलवे ने रेल सुरक्षा और
यात्रियों की सुविधाओं पर ज्यादा परिव्यय करने की योजना बनाई है। इस दिशा में नई
रेलवे लाइने बिछाने के साथ रेलवे ट्रैक के सुधार और अन्य रेल परियोजनाओं का भी
खाका तैयार कर लिया गया है।

राज्यों में ऐसे खर्च होगा बजट
उत्तर
रेलवे के अनुसार इस जोन के तहत नए वित्तीय वर्ष के बजट के तहत बनाई गई रेलवे
योजनाओं के अनुसार जम्मू एवं कश्मीर में 1975 करोड़, हिमाचल प्रदेश में 250 करोड़,
पंजाब में 450 करोड़, चंड़ीगढ़ में 95 करोड़, उत्तराखंड में 680 करोड़, हरियाणा में 545 करोड़, दिल्ली में 625 करोड़ तथा
उत्तर प्रदेश में सर्वाधिक 3043 करोड़ रुपये की रेल परियोजनाओं को पूरा करने का
लक्ष्य है। रेलवे द्वारा तैयार की जा चुकी योजनाओ के लिए आवंटित बजट के तहत 1973.79
करोड़ की लागत से नई रेल लाइनों का विस्तार के अलावा दोहरीकरण के लिए 22.50 करोड़,
यार्ड रि-मॉडलिंग जैसे यातायात सुविधाओं के लिए 183.17 करोड़, रोलिंग स्टॉक में 33.36
करोड़, रोड-ओवर/अंडर-ब्रिज जैसे सड़क संरक्षा कार्यों हेतु 407.48 करोड़, अन्य विद्युतीकृत
कार्यों के लिए 15.98 करोड़ रुपये, यात्री सुविधाओं के लिए 239.46 करोड़ रुपये खर्च
किये जाने हैं। वहीं 1900 करोड़ रुपये की लागत से ऊधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल मार्ग
पर नई रेल लाइने बिछाने की कार्ययोजना तैयार हो चुकी है।
चालू वित्त वर्ष में बढ़ी आमदनी
महाप्रबंधक
चौबे ने बताया कि उत्तर रेलवे ने वर्ष 2017-2018 के दौरान 15841 करोड़ रूपये की कुल
मूल आय अर्जित की है जबकि पिछले वर्ष की अवधि में यह आय 15635 करोड़ रूपये थी। निरंतर
टिकट जाँच प्रयासों के परिणामस्वरूप उत्तर रेलवे ने दिसम्बर 2017 के अंत तक 132.56
करोड़ रूपये की आय अर्जित की, जबकि पिछले वर्ष की इसी अवधि में यह 122.2 करोड़ रूपये
थी। हालांकि आय वृद्धि यात्रियों की सुविधाएं बढ़ाने के लिए विशेष गाडियां चलाने
और अतिरिक्त कोच के साथ फरों में बढ़ोतरी के कारण हुई है। वही विभिन्न रेल मार्गो
पर चालू वित्त वर्ष के दौरान अनुरक्षण संबंधित विभिन्न कार्य के तहत पुल और पटरी
मरम्मत तथा ट्रैक दुरस्त करने के काम भी किये गये हैं।
11Feb-2018
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