सोमवार, 12 फ़रवरी 2018

रेल सुरक्षा व यात्री सुविधाओं पर खर्च होगा ज्यादा बजट

नई रेलवे लाइनें और रेलवे ट्रैक सुधार का बनाई योजनाएं
हरिभूमि ब्यूरो. नई दिल्ली।
द्रीय बजट में रेलवे के सुधार के लिए किये गये बजट प्रावधान के बाद रेलवे ने रेल सुरक्षा और यात्रियों की सुविधाओं पर ज्यादा परिव्यय करने की योजना बनाई है। इस दिशा में नई रेलवे लाइने बिछाने के साथ रेलवे ट्रैक के सुधार और अन्य रेल परियोजनाओं का भी खाका तैयार कर लिया गया है।
उत्तर रेलवे को रेलवे के बजट में नई रेल परियोजनाओं के लिए 63 फीसदी और यात्री सुविधाओं के लिए इस बार 53 प्रतिशत ज्यादा बजट का आवंटन किया गया है। इस संबन्ध में उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक विश्वेश चौबे का कहना है कि बजट में की गई रेल सम्बन्धित घोषणाओं को क्रियान्वित करने की योजनाओं को पहले ही तैयार कर लिया गया है, जिसमें रेलवे की रेल संरक्षा और यात्रियों को बेहतर सुविधाएं मुहैया कराना प्राथमिकता पर रखा गया है। उत्तर रेलवे की बजटीय घोषणाओं को पूरा करने के लिए बनाई गयी कार्य योजनाओं और जोन की वित्तीय स्थिति को देखते हुए रेलवे क्षमता विस्तार करना प्रमुख लक्ष्य रखा गया है। चौबे के अनुसार रेल सम्पर्क को तीव्रता और विस्तार देने के लिए नई रेल लाइनों और दोहरीकरण परियोजनाओं का कुल व्यय 3896.29 करोड़ रूपये खर्च किये जाएंगे, जबकि उत्तर रेलवे को रोड-ओवर/अंडर-ब्रिज/सीमित ऊँचाई वाले सब-वे जैसे सड़क संरक्षा कार्यों के लिए 537.48 करोड़ रूपये का आवंटन किया गया है। उत्तर रेलवे नई सिगनल प्रणाली के सुधार के अलावा अन्य प्रमुख परियोजनाओं में यातायात सुविधाओं का उन्नयन, रेल पथ नवीनीकरण, इलैक्ट्रिकल एवं ट्रैक डिस्ट्रीब्यूशन कार्यों को पूरा करेगा। वहीं समपारों पर संरक्षा और कर्मचारीरहित समपार फाटकों को हटाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। यात्री सुविधाओं के तहत रेलवे ने रेल उपयोगकर्ता सुविधाओं यानि लिफ्ट और एस्केलेटरों को प्रावधान, फुट-ओवर-ब्रिज, प्लेटफॉर्म की ऊॅचाई बढ़ाना, स्टेशनों पर सॉफ्ट अपग्रेड, के आवंटन में वृद्धि की है । बजट में बाई पास लाइनों के लिए नियोजित सर्वेक्षणों और शहरी भीड-भाड़ को कम करने पर विशेष ध्यान दिया गया है।
राज्यों में ऐसे खर्च होगा बजट
उत्तर रेलवे के अनुसार इस जोन के तहत नए वित्तीय वर्ष के बजट के तहत बनाई गई रेलवे योजनाओं के अनुसार जम्मू एवं कश्मीर में 1975 करोड़, हिमाचल प्रदेश में 250 करोड़, पंजाब में 450 करोड़, चंड़ीगढ़ में 95 करोड़, उत्तराखंड में 680 करोड़, हरियाणा में        545 करोड़, दिल्ली में 625 करोड़ तथा उत्तर प्रदेश में सर्वाधिक 3043 करोड़ रुपये की रेल परियोजनाओं को पूरा करने का लक्ष्य है। रेलवे द्वारा तैयार की जा चुकी योजनाओ के लिए आवंटित बजट के तहत 1973.79 करोड़ की लागत से नई रेल लाइनों का विस्तार के अलावा दोहरीकरण के लिए 22.50 करोड़, यार्ड रि-मॉडलिंग जैसे यातायात सुविधाओं के लिए 183.17 करोड़, रोलिंग स्टॉक में 33.36 करोड़, रोड-ओवर/अंडर-ब्रिज जैसे सड़क संरक्षा कार्यों हेतु 407.48 करोड़, अन्य विद्युतीकृत कार्यों के लिए 15.98 करोड़ रुपये, यात्री सुविधाओं के लिए 239.46 करोड़ रुपये खर्च किये जाने हैं। वहीं 1900 करोड़ रुपये की लागत से ऊधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल मार्ग पर नई रेल लाइने बिछाने की कार्ययोजना तैयार हो चुकी है।
चालू वित्त वर्ष में बढ़ी आमदनी
महाप्रबंधक चौबे ने बताया कि उत्तर रेलवे ने वर्ष 2017-2018 के दौरान 15841 करोड़ रूपये की कुल मूल आय अर्जित की है जबकि पिछले वर्ष की अवधि में यह आय 15635 करोड़ रूपये थी। निरंतर टिकट जाँच प्रयासों के परिणामस्वरूप उत्तर रेलवे ने दिसम्बर 2017 के अंत तक 132.56 करोड़ रूपये की आय अर्जित की, जबकि पिछले वर्ष की इसी अवधि में यह 122.2 करोड़ रूपये थी। हालांकि आय वृद्धि यात्रियों की सुविधाएं बढ़ाने के लिए विशेष गाडियां चलाने और अतिरिक्त कोच के साथ फरों में बढ़ोतरी के कारण हुई है। वही विभिन्न रेल मार्गो पर चालू वित्त वर्ष के दौरान अनुरक्षण संबंधित विभिन्न कार्य के तहत पुल और पटरी मरम्मत तथा ट्रैक दुरस्त करने के काम भी किये गये हैं।
11Feb-2018


कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें