शनिवार, 10 फ़रवरी 2018

संसद: बजट सत्र की कार्यवाही पांच मार्च तक स्थगित

राज्यसभा: आंध्र को विशेष दर्जा देने की मांग पर हंगामा
हरिभूमि ब्यूरो. नई दिल्ली।
संसद के बजट सत्र के पहले चरण के अंतिम दोनों सदनों में आंध्र प्रदेश को विशेष दर्जा देने की मांग को लेकर विपक्ष ने जमकर हंगामा किया, जिसके कारण लोकसभा की कार्यवाही को दोपहर में ही पांच मार्च तक के लिए स्थगित कर दिया गया, जबकि राज्यसभा की कार्यवाही को केंद्रीय बजट पर अधूरी चर्चा पूरी कराने के बाद स्थगित किया गया है। बजट सत्र का दूसरा चरण पांच मार्च से शुरू होगा।
लोकसभा में शुक्रवार को कांग्रेस, तेदेपा और वाईएसआर कांग्रेस ने आम बजट में आंध्र प्रदेश की अनदेखी करने का आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया, जिसके कारण सदन की कार्यवाही को पहले 12 बजे और फिर पांच मार्च तक के लिए स्थगित कर दिया गया। इससे पहले इन दलों के सांसदों ने आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग को लेकर हंगामा करते आसन के करीब पहुंचकर नारेबाजी की। प्रश्नकाल के दौरान भी सदन में हंगामा चलता रहा। लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने सदस्यों से शांत होकर अपनी-अपनी सीटों पर जाने का आग्रह किया, लेकिन सांसदों का विरोध नहीं थमा और एक बार के स्थगन के बाद सदन की कार्यवाही को दूसरे चरण की कार्यवाही के लिए पांच मार्च 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया। बजट सत्र का दूसरा चरण पांच मार्च से छह अप्रैल तक चलेगा। 
राज्यसभा में बरपा हंगामा
उधर राज्यसभा की सुबह जैसे ही कार्यवाही शुरू हुई, सभापति एम.वेंकैया नायडू ने विधायी कामकाज शुरू किया और सांसदों को शून्यकाल में मुद्दे उठाने को कहा। आंध्र प्रदेश से सांसद आसान के समीप आ गए और नारेबाजी करने लगे। सांसद सी.एम.रमेश सहित गुस्साए सांसदों ने ‘वी वांट जस्टिस’ के नारे के साथ हंगामा किया। सभापति एम वेंकैया नायडू ने हंगामा कर रहे सांसदों को संसदीय मर्यादाओं की नसीहत देते हुए कहा कि वह इस तरह सदन का संचालन नहीं कर सकते। इस पर तृणमूल कांग्रेस सांसद डेरेक ओब्रायन ने सभापति से शून्यकाल जारी रखने का आग्रह करते हुए कहा कि सदस्य अपने मुद्दों को उठाने का इंतजार कर रहे हैं।
नायडू के पक्ष में एकजुट दिखा विपक्ष
राज्यसभा में जनहितों से जुड़े मुद्दे उठाने में सभापति वेंकैया नायडू पर भेदभाव के आरोप को लेकर एकजुटता के साथ विरोध करते आ रहे कांग्रेस समेत समूचा विपक्ष सभापति के पक्ष में बोलते नजर आए। गौरतलब है कि इसी सप्ताह मंगलवार को कांग्रेस के सभापति नायडू पर भेदभाव पूर्ण रवैया अपनाने और लोकहित के मुद्दे न उठाने देने का आरोप लगाया था और सदन की पूरे दिन की कार्यवाही का बहिष्कार कर दिया था। शुक्रवार को विपक्ष की यही एकजुटता पलटती नजर आई और कांग्रेस, सपा, टीएमसी आदि लगभग समूचे विपक्ष ने सभापति नायडू के खिलाफ एक सांसद द्वारा फेसबुक पर आपत्तिजनक टिप्पणी पोस्ट करने की एक स्वर में निंदा की और सदन में संबन्धित सांसद से माफी मांगने की मांग की।  मसलन पूरा विपक्ष इस मामले में सभापति नायडू के पक्ष में एकजुट नजर आया। इस बारे में कांग्रेस के गुलाम नबी आजाद, भाजपा के भूपेन्द्र यादव, टीएमसी के डेरके ओ-ब्रायन, सपा के नरेश अग्रवाल आदि सदस्यों ने सदन में सभापति पर पूरा भरोसा जताते हुए कहा कि वैचारिक मतभेद हो सकते हैं लेकिन सभी सदस्य चेयर का सम्मान करते हैं।
बेहोश हुए ओडिशा के सांसद
राज्यसभा में सभापति वेंकैया नायडू ने एक बार के स्थगन के बाद दोपहर बारह बजे फिर शुरू हुई कार्यवाही के दौरान बताया कि ओडिशा से निर्दलीय सांसद ए.वी. स्वामी शुक्रवार सुबह संसद परिसर में बेहोश होकर गिर गए, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। स्वामी अप्रैल 2012 से उच्च सदन के सदस्य हैं। विनोभा भावे के शिष्य रहे वह लंबे समय से समाजसेवा के कामों में लगे हैं।
10Feb-2018


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