मंगलवार, 2 फ़रवरी 2016

खेलों से तैयार होगा सोनोवाल का सियासी मैदान!


पीएम मोदी पांच फरवरी करेंगे दक्षिण एशियाई खेलों उद्घाटन
ओ.पी. पाल
. नई दिल्ली।
असम में इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले गुहावटी में शुरू हो रहे 12वें दक्षिण एशियाई खेल राज्य में भाजपा की ओर से मुख्यमंत्री के उम्मीदवार सर्वानंद सोनोवाल के लिए सियासी जमीन की तैयार करने की नींव साबित हो सकते हैं। सोनोवाल के नेतृत्व में हो रहे इन खेलों का शुभारंभ पांच फरवरी को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी करेंगे।
पूर्वोत्तर राज्यों में विकास और अन्य गतिविधियों को बढ़ावा देने की दिशा में केंद्र सरकार की योजनाओं के तहत ही पांच फरवरी से असम और मेघालय में 12वें दक्षिण एशियाई खेलों का आयोजन किया गया है। भारत के इन खेलों की मेजबानी करने से जहां केंद्र की मोदी सरकार दक्षिण एशियाई देशों को खेल कूटनीति के जरिए अपने बेहद निकट लाने का प्रयास कर रही है। वहीं पूर्वोत्तर में केंद्र सरकार का नेतृत्व कर रही भाजपा भी अपनी सियासी जमीन तलाश रही है। असम में इसी साल विधानसभा चुनाव होने हैं जिन्हें देखते हुए रानीतिक दृष्टि से केंद्री खेल मंत्री सर्बानंद सोनोवाल को असम राज्य में भाजपा प्रमुख और फिर हाल ही में पुन: राष्ट्रीय अध्यक्ष बने अमित शाह ने सोनोवाल को असम के आगामी विधानसभा चुनाव में सोनोवाल को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार भी घोषित कर दिया है। ऐसे में दक्षिण एशियाई खेल सोनोवाल के लिए सियासी जमीन का टेÑक तैयार करने में भी सहायक साबित हो सकते हैं। इसके लिए पांच से 16 फरवरी तक होने वाले दक्षिण एशियाई खेलों की कामयाबी के लिए सभी तैयारियां दुरस्त कर दी गई हैं। यानि इन खेलों से केंद्रीय खेल मंत्री सोनोवाल की प्रतिष्ठा भी जुड़ी हुई है।
दोनो हाथों में लड्डू
दरअसल असम में पहली बार भाजपा सत्ता के संग्राम के लिए मैदान में है, जिसके लिए गठबंधन करने की रणनीति भी चलाई जा रही है। उसी का नतीजा है कि कांग्रेस के मुख्यमंत्री तरुण गोगोई के सामने भाजपा ने सर्बानंद सोनोवाल को पूरी तरह लाकर अपनी तस्वीर भी साफ कर दी है। राजनीतिकारों का मानना है कि इन अंतर्राष्टÑीय खेलों में केंद्रीय खेल मंत्री सोनोवाल चुनाव मैदान में उतरने से पहले खेल के मैदान से एक कुशल और सफल प्रशासक साबित होने की जुगत में हैं। दिलचस्प पहलू यह है कि सोनोवाल भाजपा की असम ईकाई के अध्यक्ष होने के साथ मुख्यमंत्री के दावेदार भी घोषित हो गये हैं, वहीं दक्षिण एशियाई खेल भी उन्हीं के नेतृत्व में हो रहे हैं, जो उनकी सियासत का माध्यम भी साबित होगा। सूत्रों के अनुसार असम चुनाव की सियासत के लिहाज से सार्क देशों के खलों के लिए बनी समिति के अध्यक्ष भी स्वयं सोनोवाल ही हैं जिसके नाते उनहोंने भारतीय प्रदर्शन को भी बेहतर बनाने की दिशा में पहले ही खेल संघों को सतर्क कर दिया है।
बंग्लादेश से पूर्वोत्तर में आए खेल
गौरतलब है कि 12वें दक्षिण एशियाई खेल बांग्लादेश में होने थे, जिसने मेजबानी करने में असमर्थता जाहिर की तो केंद्र की मोदी सरकार ने ‘पूर्व की ओर देखो’ के तहत इन खेलों की मेजबानी का जिम्मा लिया और इनका आयोजन पूर्वोत्तर खासकर असम और मेघालय को केंद्र बनाया, जहां इसी साल विधानसभा चुनाव होने हैं। इन खेलों के आयोजन में केंद्र सरकार ने राष्ट्रमंडल के भ्रष्टाचार की छाया न पड़े इसके लिए पहले ही सतर्कता बरतते हुए केंद्र सरकार की और से स्वयं खेल मंत्री ने खुद ही कैग को एक पत्र लिखकर एक विशेष आॅडिटर नियुक्त करने का आर्ग्रह किया था। हालांकि कैग ने ऐसी व्यवस्था से इंकार कर दिया है।
02Feb-2016

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