शनिवार, 20 फ़रवरी 2016

हलवा खाते ही टूटा इनका बाहरी नेटवर्क!

बजट पेश होने तक वित्त मंत्रालय के मेहमान रहेंगे नौकरशाह
हरिभूमि ब्यूरो.
नई दिल्ली।
संसद के सत्र के दौरान आगामी 29 फरवरी को पेश होने वाले आम बजट से जुड़े दस्तावेजों छपाई का काम शुक्रवार से शुरू हो गया है, जिसका शुभारंभ परांरागत हलवा कार्यक्रम से हुआ। मसलन संसद में बजट से पहले दस्तावेजों को तैयार और छपाई के जिम्मेदार अधिकारियों एवं कर्मचारियों को मंत्रालय में ही बंद रहना होगा और किसी को भी अपने घर या बाहर जाने की इजाजत नहीं होगी। वहीं ये लोग इंटरनेट या मोबाइल या किसी अन्य के जरिए परिजनों समेत किसी भी बाहरी लोगों से संपर्क कर सकेंगे।
वित्त मंत्रालय के अनुसार संसद में 29 फरवरी को पेश होने वाले आम बजट 2016-17 के लिए दस्तावेजों की छपाई का काम शुक्रवार को शुरू हो गया। इस कार्य की शुरूआत परंपरागत रस्म ‘हलवा कार्यक्रम’ से की गई। मसलन नॉर्थ ब्लॉक में हुए इस हलावा कार्यक्रम में वित्त मंत्री अरुण जेटली और वित्त राज्य मंत्री जयंत सिन्हा की मौजूदगी में अरसों से चली आ रही इस परंपरा के तहत एक बड़ी कढ़ाही में हलवा बनाया गया, जिसे वित्त मंत्रालय के हरेक स्टाफ को परोसा गया है। कार्यक्रम में वित्त सचिव रतन वतल, राजस्व सचिव हसमुख अधिया, आर्थिक मामलों के सचिव के अलावा बजट निर्माण से जुड़े दूसरे अधिकारी और कर्मचारी तथा अन्य स्टाफ भी मौजूद रहा। इस कार्यक्रम के तहत बजट निर्माण और इसकी छपाई की प्रक्रिया से सीधे तौर पर जुड़े अधिकारी और कर्मचारी अब मंत्रालय के ही मेहमान बनकर रहेंगे। मसलन वित्त मंत्री द्वारा संसद में बजट पेश किए जाने तक अब इनका अपने परिवार और अन्य लोगों के संपर्क में नहीं हो सकेगा। नियमों के मुताबिक इन लोगों को अपने जानकारों से ईमेल, फोन या अन्य किसी दूसरे माध्यम से संपर्क करने की भी सख्त मनाही रहेगी। केवल वित्त मंत्रालय के बेहद वरिष्ठ अधिकारी को ही घर जाने की इजाजत दी जाती है। मंत्रालय के अनुसार बजट की छपाई प्रक्रिया में करीब 100 कर्मचारी शामिल हैं, जो बजट पेश होने तक अब नॉर्थ ब्लॉक स्थति वित्त मंत्रालय के कार्यालय में ही बंद रहेंगे। इस प्रक्रिया का मकसद बजट के तथ्यों की गोपनीयता को कायम रखना है।
ये है बजट और हलवे का कनेक्शन
बजट का इंतजार हर कोई करता है आम बजट हो या रेल बजट। देश खास आदमियों के साथ आम आदमी को भी इसका बेसब्री से इंतजार रहता है। सभी यह जानना चाहते है कि इस साल सरकार उनकी झोली में क्या डालेगी। पर आम बजट के बारे में कुछ खास बातें ज्यादातर लोगों को पता नहीं होती हैं। आपको जानकर आश्चर्य होगा कि आम बजट के लिए सबसे खास है हलवा। जी हां भारत की यह खास मिठाई बजट से जुड़ी सबसे खास चीजों में एक है।
क्या है आम बजट?
बजट किसी सत्तारुढ़ पार्टी का दस्तावेज होता है जिसमें सरकार के द्वारा प्रस्तावित राजस्व और अलग अलग योजनाओं पर किए जाने वाले खर्चों का लेखा जोखा पेश किया जाता है। यह बजट भारत के वित्त मंत्री द्वारा हर साल संसद में पेश किया जाता है।
आजाद भारत का पहला बजट
भारत की आजादी के बाद संसद में पहला बजट आर के संमुखम छेत्ती ने 26 नवंबर 1947 को पेश किया था। बजट हर आर्थिक साल के फरवरी महीने के आखिरी दिन पेश किया जाता है और संसद के दोनों सदनों से पास होने के बाद 1 अप्रैल से लागू हो जाता है।
बजट और हलवा
बजट की छपाई शुरु करने से पहले मूंग की दाल का हलवा बनाया जाता है जिसे वित्त मंत्री खुद सदस्यों को परोसते है। देश के पहले बजट से लेकर अभी तक इस परंपरा का पालन किया जा रहा है। यह परंपरा भारतीय संस्कृति के उस मान्यता का परिचायक है जिसमें रहा गया है किसी भी शुभ काम को करने से पहले कुछ मीठा खाना चाहिए। इस दौरान बजट की छपाई से लेकर अन्य जिम्मेदारियों से संबंधित व्यक्ति अपने परिवार से दूर रहते हैं और तब तक मंत्रालय में ही रुकते हैं जब तक वित्त मंत्री सदन में बजट पेश नहीं करते।
20Feb-2016

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