मंगलवार, 23 फ़रवरी 2016

वार रूम बना वित्त मंत्रालय: सुरक्षा चाकचौबंद

अंतिम चरण की तैयारी आम बजट
 नई दिल्ली

संसद के बजट सत्र में 29 फरवरी को वित्त मंत्री आम बजट पेश करेंगे। बजट की तैयारी अंतिम चरण में पहुंचते ही उलटी गिनती शुरू हो चुकी है, जिसके लिए नॉर्थ ब्लाक स्थित वित्त मंत्रालय कड़ी सुरक्षा और खुफिया तंत्र की निगरानी में वार रूम बना हुआ है।
नॉर्थ ब्लॉक स्थित वित्त मंत्रालय में शुक्रवार को बजट दस्तावेज की छपाई प्रक्रिया शुरू हो गई थी। इस बजट दस्तावेज की गोपनीयता बजट पेश होने तक रखना परंपरागत नियम है। बजट दस्तावेज की छपाई प्रक्रिया में मंत्रालय के एक सौ अधिकारी व कर्मचारी ही छपाई खाने में होते हैं, जिन्हें किसी भी व्यक्ति, यहां तक परिजन से मिलने की भी इजाजत नहीं होती। आम बजट में सरकार की रणनीतियों की गोपनीयता को कायम रखने के मकसद से ही वित्त मंत्रालय कड़ी सुरक्षा घेरे में हैं जहां आईबी यानि खुफिया की भी नजरे लगी हुई है, ताकि बजट की गोपनीयता कायम रखी जाए।
ऐसी होती है नार्थ ब्लाक की सुरक्षा
नॉर्थ ब्लॉक स्थित वित्त मंत्रालय के क्षेत्र की सुरक्षा में खुफिया विभाग (आईबी), दिल्ली पुलिस और सीआईएसएफ आदि सुरक्षा बल लगे हुए हैं। आमतौर पर बजट की तैयारी में लगी नार्थ ब्लाक के संबंधित हिस्से में जनवरी के शुरू से ही पत्रकारों और आम जनता का प्रवेश बंद कर दिया जाता है। वहीं नार्थ ब्लाक में आने वाली और यहां से बाहर जाने वाली हर चीज को विशेष एक्स-रे स्कैन से गुजार कर उस पर पैनी नजर रखी जाता है। वहीं शक्तिशाली मोबाइल फोन जैमर यंत्र लगा दिये जाते हैं, ताकि मोबाइल फोन काल से किसी सूचना को बाहर न किया जा सके। वरिष्ठ अधिकारियों व प्रक्रिया में शामिल कर्मचारियों के कार्यालयों में इंटरनेट कनेक्शन बंद कर दिए जाते हैं और नार्थ ब्लाक की बजट शाखा एक वार-रूम की तरह काम करने लगती है। लोकसभा में बजट पेश होने तक नार्थ ब्लाक में सुरक्षा के उच्चतम स्तर के उपाय लागू रहते हैं।
क्या है नीला जैकेट
इन सभी दस्तावेजों की सुरक्षा एक ‘नीला जैकेट’ करता है। इसे नीला जैकेट इसलिए भी कहते हैं क्योंकि इसमें बजट के लिए महत्वपूर्ण संख्या होते हैं। मंत्रालय का संयुक्त सचिव बजट इसका प्रभारी होता है और वह किसी को भी यहां तक कि वित्त मंत्री को भी इसे नार्थ ब्लाक से बाहर ले जाने नहीं देता। बजट बनाने की संपूर्ण प्रक्रिया के दौरान मंत्रालय के कुछ ही अधिकारी इस दस्तावेज को देख पाते हैं। वित्त मंत्री का भाषण, बजट पेश होने से कुछ घंटे पहले ही तैयार किया जाता है। इस बार का बजट इस लिहाज से अहम है कि जेटली को वृद्धि दर में तेजी लानी है और देश में कम निवेश को लेकर आ रही समस्याओं का समाधान करना है। उन्हीं पर राजकोषीय घाटा और राजस्व घाटे पर भी नियंत्रण करने की जिम्मेदारी है।
पहली बार अनुमान
हालांकि बजट की तैयारियों लगे नार्थ ब्लाक (वित्त मंत्रालय) में परंपरागत गोपनीयता बरती जा रही है, लेकिन इस साल ऐसा पहला मौका है, जब वित्त मंत्रालय में सचिवों ने आम बजट 2016-17 की दिशा का संकेत देने के लिए यूट्यूब का सहारा लिया है। अपने खुद के यूट्यूब चैनल का उपयोग करते हुए मंत्रालय ने बजट का महत्व दशार्या हैं। मंत्रालय ने बजट को प्रस्तुत करने के लिए वित्त मंत्री द्वारा बजट पत्रों को चमड़े के एक ब्रीफकेस में ले जाने की परिपाटी को भी प्रदर्शित किया है।
23Feb-2016

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें