गुरुवार, 28 जून 2018

इंडोनेशिया की तकनीक से दुरस्त होगा रेलवे

दोनों देशों के बीच रेल क्षेत्र में हुए समझौता मंजूर


हरिभूमि ब्यूरो. नई दिल्ली।
भारतीय रेलवे में  रॉलिंग स्टॉक के साथ सिग्नल और संचार प्रणालियों के आधुनिकीकरण और अन्य परिवहन के सुधार में अवसंरचना में तकनीकी सहयोग के लिए इंडोनेशिया के साथ किये गये समझौते का केंद्रीय मंत्रिमंडल ने मंजूरी दे दी है।
पीएम मोदी की अध्यक्षता में बुधवार को यहां हुई केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में रेल क्षेत्र में तकनीकी सहयोग के लिए भारत और इंडोनेशिया के बीच इस समझौता ज्ञापन को मंजूरी दी गई है। यह समझौता गत 29 मई 2018 को किया गया था। इस समझौते के तहत दोनों देश रेल क्षेत्र में ज्ञान, तकनीकी, क्षमता सृजन सहित संस्‍थागत सहयोग का आदान-प्रदान करेंगे। खासतौर से इंडोनेशिया भारतीय रेलवे में रॉलिंग स्‍टॉक के साथ सिग्नल और संचार प्रणालियों, रेल संचालन प्रबंधन तथा नियमन के आधुनिकीकरण में अपना तकनीकी सहयोग देगा। रेलवे के अनुसार इस करार के तहत इंडोनेशियाई तकनीक के इस्तेमाल से देश में अंतर मॉडल परिवहन, लॉजिस्टिक पार्क तथा माल-भाड़ा टर्मिनलों का विकास के आलावा रेलवे ट्रैक, पुल, सुरंग, ओवर हेड विद्युतीकरण तथा बिजली सप्‍लाई प्रणालियों समेत निर्धारित अवसंरचना के लिए रख-रखाव भी किया जाएगा। इस करार के तह त दोनों देशों द्वारा रेल क्षेत्र में संयुक्त रूप से सहमति बनाकर अन्य क्षेत्रों में सहयोगी होंगे।
कई देशों से हुए करार                                    
गौरतलब है कि रेल मंत्रालय ने विभिन्न देशों और राष्‍ट्रीय रेलवे के साथ तकनीकी क्षेत्र में सहयोग के लिए समझौता ज्ञापनों पर हस्‍ताक्षर किए हैं। सहयोग के चिन्हित क्षेत्रों में उच्च गति के गलियारे, वर्तमान मार्गों की गति में वृद्धि, विश्‍वस्‍तरीय स्‍टेशनों का विकास, संचालन में भारी बदलाव तथा रेल अवसंरचना का आधुनिकीकरण शामिल है। रेल तकनीकी के क्षेत्र में विकास पर सूचना आदान-प्रदान, ज्ञान साझा करने, तकनीकी आवागमन, प्रशिक्षण तथा परस्पर हित के क्षेत्रों में सेमिनारों और कार्यशालाओं के जरिए सहयोग का आदान-प्रदान किया जा रहा है। 
28June-2018

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