मंगलवार, 12 जून 2018

चार साल में 71 फीसदी बढ़ा बिजली उत्पादन

देश के गांवों का शतप्रतिशत विद्युतीकरण पूरा
हरिभूमि ब्यूरो. नई दिल्ली।
मोदी सरकार के चार साल के कार्यकाल के दौरान देश में बिजली उत्पादन में 71 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है, वहीं देश में अब एक भी ऐसा गांव नहीं रहा है, जहां बिजली की पहुंच न हो। देश में के ग्रामीण क्षेत्रों में शतप्रतिशत विद्युतीकरण के बाद केंद्र सरकार का लक्ष्य हर घर को बिजली से रोशन करना है।
केंद्र की राजग सरकार के चार साल पूरे होने पर मंगलवार को केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह ने भी अपने मंत्रालय की उपलब्धियां बताते हुए यह दावा किया है। एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान विद्युत मंत्रालय की चार साल की उपलब्धियों के आंकड़े पेश करते हुए सिंह ने कहा कि देश में वर्ष 2013-14 में 4.2 प्रतिशत थी, जिसमें तेजी के साथ आई गिरावट के बाद 2017-18 में यह कमी 0.7 प्रतिशत ही रह गयी है। सिंह ने कहा कि देश में विद्युत उत्पादन क्षमता को मार्च 2014 के 2,43,029 मेगावाट को बढ़ाकर मार्च 2018 तक 3,44,002 मेगावाट तक किया गया है, जिसमें एक लाख मेगावाट से भी ज्यादा बिजली उत्पादन क्षमता की वृद्धि दर्ज की गई है। उन्होंने कहा कि इस दौरान भारत बिजली के शुद्ध निर्यातक के रूप में उभर कर सामने आया है। जिसके नतीजे के तहत वित्त वर्ष 2017-18 में नेपाल, बांग्‍लादेश और म्‍यांमार को 7203 एमयू बिजली की आपूर्ति की गई है। उन्होंने कहा कि बिजली की कमी 4.2 प्रतिशत (वित्त वर्ष 2013-14 में) से घटकर 0.7 प्रतिशत (वित्त वर्ष 2017-18 में) के स्‍तर पर आ गई। उन्होंने कहा कि देश में उजाला योजना के तहत 107 करोड़ एलईडी बल्‍बों का वितरण किया गया, जिससे प्रतिवर्ष 15,500 करोड़ रुपये की बिजली बचाई गई। इसी प्रकार उदय योजना के तहत एलईडी बल्ब के लिए प्रोत्साहन देते हुए डिस्‍कॉम द्वारा 20,000 करोड़ रुपये से भी ज्‍यादा की ब्‍याज लागत बचाई है।
एक राष्‍ट्र-एक ग्रिड
केंद्रीय बिजली मंत्री ने कहा कि देश में पारेषण ग्रिड में एक लाख सीकेएम का विस्‍तारीकरण किया गया है, जिसका मकसद एक राष्ट्र-एक ग्रिड है। इस दिशा में वित्त वर्ष 2017-18 में 86193 एमवीए की अब तक की सर्वाधिक रूपांतरण क्षमता वृद्धि की गई है और टैरिफ आधारित प्रतिस्‍पर्धी बोली के जरिए 48427 करोड़ रुपये की लागत वाली 26 परियोजनाओं के ठेके दिए गए हैं। उनका दावा है कि अंतर-क्षेत्रीय हस्तांतरण क्षमता 16000 मेगावाट से बढ़कर चार साल मे 50,500 मेगावाट यानि तीन गुना से भी ज्यादा वृद्धि हुई है।  
दीनदयाल उपाध्‍याय ग्राम ज्‍योति योजना
केंद्रीय मंत्री आरके सिंह ने बताया कि आजादी के 70 साल बाद भी 18452 गांव बिजली से वंचित थे, जिनमें बिजली पहुंचाने के लिए मोदी सरकार ने दीनदयाल उपाध्‍याय ग्राम ज्‍योति योजना के जरिए तय किये गये लक्ष्य को समय से पहले ही शतप्रतिशत पूरा कर लिया है। अब सरकार का लक्ष्य इन गांवों समेत देश में हर घर को बिजली की रोशनी से रोशन का है। इसके लिए केंद्र सरकार ने योजना तैयार कर ली है। 
06June-2018

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