शनिवार, 23 जून 2018

अर्धसैनिक बलों को मिलेगा 'परिचालन दुर्घटना प्रमाण पत्र'



केंद्र सरकार का योजना बनाने का विचार: राजनाथ
हरिभूमि ब्यूरो. नई दिल्ली।
देश की सुरक्षा में लगे सीमा सुरक्षा बलों को सुरक्षा की पहली दीवार बताते हुए केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि सरकार अर्धसैनिक बलों को 'परिचालन दुर्घटना प्रमाण पत्र' देने पर विचार कर रही है। उन्होंने बीएसएफ के 14 जवानों को पुलिस पदक भी प्रदान किये गये
बीएसएफ के यहां नई दिल्ली में आयोजित 16वें अलंकरण समारोह के दौरान सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों को वीरता और सराहनीय सेवाओं के लिए 14 पुलिस पदक प्रदान किये, जिनमें चार को मरणोपरांत यह सम्मान दिया गया। इस मौके पर गृहमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार सशस्त्र बलों में युद्ध दुर्घटनाओं की तर्ज पर अर्धसैनिक बलों को 'परिचालन दुर्घटना प्रमाण पत्र' देने पर विचार कर रही है। इसका लाभ उन सीएपीएफ जवानों के परिवारों को मिलेगा जो सीमावर्ती संघर्ष या आतंकवाद से मुकाबला करने के दौरान मारे जाते हैं। राजनाथ सिंह ने कहा कि सीएपीएफ कर्मियों की शिकायतों का समाधान करने के लिए एक वेब पोर्टल शुरू किया गया है। उन्होंने कहा कि उन्होंने कहा कि राष्ट्र की एकता, संप्रभुता और अखंडता हमारे लिए सबसे महत्वपूर्ण है और इसके साथ कोई समझौता नहीं होगा। समारोह में आईबी के निदेशक राजीव जैन, बीएसएफ के पूर्व महानिदेशक तथा बीएसएफ एवं गृह मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।
सुरक्षा की पहली दीवार बीएसएफ
राजनाथ सिंह ने कहा कि वह बीएसएफ को ‘सुरक्षा की पहली पंक्ति’ के रूप में नहीं, बल्कि हमारी ‘सुरक्षा की पहली दीवार’ के रूप में बुलाएंगे। सीमाओं का बचाव करने में बीएसएफ की भूमिका को रेखांकित करते हुए उन्होंने कहा कि अपनी सीमाओं की रक्षा करना हमारी ज़िम्मेदारी है, लेकिन जिम्मेदारियों की कोई सीमा नहीं है। उन्होंने सीमाओं पर तस्करी और नकली नोटों की रोकथाम के लिए बीएसएफ की सराहना की। उन्होंने कहा कि किसी भी व्यक्ति के लिए व्यक्तिगत आत्म-सम्मान के साथ राष्ट्रीय आत्म-सम्मान बहुत महत्वपूर्ण है। जब कोई भी विदेशी ताकत हमारी सीमाओं पर शांति भंग करने की कोशिश करती है तो ऐसी स्थिति में राष्ट्रीय आत्म-सम्मान से कोई समझौता नहीं किया जा सकता है।
सुरक्षा की पहली दीवार बीएसएफ
राजनाथ सिंह ने कहा कि वह बीएसएफ को ‘सुरक्षा की पहली पंक्ति’ के रूप में नहीं, बल्कि हमारी ‘सुरक्षा की पहली दीवार’ के रूप में बुलाएंगे। सीमाओं का बचाव करने में बीएसएफ की भूमिका को रेखांकित करते हुए उन्होंने कहा कि अपनी सीमाओं की रक्षा करना हमारी ज़िम्मेदारी है, लेकिन जिम्मेदारियों की कोई सीमा नहीं है। उन्होंने सीमाओं पर तस्करी और नकली नोटों की रोकथाम के लिए बीएसएफ की सराहना की।
पाक की गोली का जवाब
राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत ऐसा देश है जिसने दुनिया को शांति का संदेश दिया और हम हमेशा अपने पड़ोसी देशों के साथ शांति बनाए रखना चाहते हैं, लेकिन हमारा एक पड़ोसी ऐसा है जो शांति में बाधा डालने की हरसंभव कोशिश करता है। उन्होंने कहा कि हमारे सुरक्षाबलों की हमेशा यह कोशिश रहती है कि वो पहले गोली नहीं चलाएंगे, लेकिन यदि कोई हमला होता है तो वो जानते हैं कि बदला कैसे लिया जाता है।
डाक टिकट जारी
समारोह के दौरान गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने चार पुस्तकों का विमोचन करने के अलावा एक डाक टिकट भी जारी किया। इस अवसर पर बीएसएफ के महानिदेशक केके शर्मा ने कहा कि बीएसएफ जवान राष्ट्र की सुरक्षा के लिए सर्वोच्च बलिदान कर रहे हैं। कार्यक्रम के दौरान 'बियॉन्ड द कॉल ऑफ ड्यूटी' नाम की एक वृतचित्र फिल्म को भी प्रदर्शित किया गया, जिसमें बीएसएफ जवानों और उनके परिवारों के लिए किए गए कल्याणकारी कार्यों को दर्शाया गया है। 
23June-2018


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