गृहमंत्री
राजनाथ के साथ बनी कई मुद्दो पर सहमति
हरिभूमि ब्यूरो. नई दिल्ली।
केंद्रीय केंद्रीय
गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने मंगोलिया दौरे के दौरान वहां के नेताओं के साथ आपदा जोखिम
में कमी, सीमा प्रबंधन और सुरक्षा क्षेत्र में क्षमता निर्माण कार्यक्रम जैसे
मुद्दों पर द्विपक्षीय सहयोग हेतु सहमति बनाई है।
गृहमंत्रालय
के अनुसार केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह 21 से 24 जून तक मंगोलिया के आधिकारिक दौरे
पर हैं, जहां उन्होंने मंगोलिया के राष्ट्रपति श के बुटुलगा से मुलाकात की और
मंगोलिया के प्रधानमंत्री यू खुरेलसुख, उपप्रधानमंत्री यू इंखतुशिन तथा गृह एवं न्याय
मंत्री टीएस न्यामदोर्ज के साथ द्विपक्षीय हितों के व्यापक मुद्वों पर बैठक करके
सहयोग पर चर्चा की। इसमें आपदा जोखिम में कमी, सीमा प्रबंधन और सुरक्षा क्षेत्र में
क्षमता निर्माण कार्यक्रम जैसे मुद्दों पर दोनों देशों ने द्विपक्षीय सहयोग और
संबनों को मजबूत बनाने पर सहमति जताई। मंत्रालय के अनुसार भारत और मंगोलिया दोनों ही
बौद्ध धर्म के समान धागे से बंधे हुए हैं और आध्यात्मिक पड़ोसी हैं। गृह मंत्री की
मंगोलिया यात्रा दोनों देशों के बीच नियमित उच्च स्तरीय आदान प्रदान का एक हिस्सा है।
वहीं मंगोलिया के साथ गृह मंत्री राजनाथ सिंह की द्विपक्षीय वार्ता के दौरान दोनों
पक्षों ने वायु संपर्क, व्यापार एवं आर्थिक सहयोग, ऊर्जा सुरक्षा, खनन, पारंपरिक औषधि,
पशुपालन, क्षमता निर्माण, शिक्षा, मीडिया आदान प्रदान जैसे कई क्षेत्रों में सहयोग
बढ़ाने की आवश्यकता पर सहमति जताई।
रिफाइनी परियोजना में सहयोगी भारत
रिफाइनरी परियोजना राजनाथ सिंह ने इस दौरान मंगोलिया
के प्रधानमंत्री के साथ मंगोलिया की पहली पेट्रोरसायन रिफाइनरी परियोजना की ग्राउंड
ब्रेकिंग समारोह की अध्यक्षता की। इस रिफाइनरी परियोजना का निर्माण भारत द्वारा एक
बिलियन डॉलर की ऋण सहायता के साथ किया जाएगा, जिसकी घोषणा भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र
मोदी द्वारा 2015 में मंगोलिया की यात्रा के दौरान की गई थी। दोनों पक्ष इस बात पर
सहमत हुए कि रिफाइनरी परियोजना मंगोलिया के आर्थिक विकास और दीर्घकालिक ऊर्जा सुरक्षा
में योगदान देगी। गौरतलब है कि प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की यात्रा के दौरान
2015 में दोनों देशों के संबंधों को सामरिक साझेदारी में अपग्रेड किया गया था, जो दोनों
देशों के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना की 60 वीं वर्षगांठ के साथ हुआ था।25June-2018
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें