शुक्रवार, 15 जून 2018

मार्च19 से पहले पूरी होंगी 300 सड़क परियोजनाएं

छग की 5, मप्र की 8 व हरियाणा की 6 परियोजनाएं शामिल
हरिभूमि ब्यूरो. नई दिल्ली।
केंद्र सरकार ने देशभर में चल रही सड़क परियोजनाओं में 300 परियोजनाओं को मार्च 2019 तक पूरा करने के लिए कमर कस ली है। इनमें छत्तीसगढ़ की पांच, मध्य प्रदेश की आठ तथा हरियाणा की छह परियोजनाएं भी शामिल हैं।
मंत्रालय के अनुसार केंद्रीय मंत्री गडकरी ने 20 राज्यों में चल रही सड़क परियोजनाओं की समीक्षा की है। जिन परियोजनाओं की समीक्षा की गई उनमें एनएचएआई की 427, सड़क मंत्रालय और एनएचआईडीसीएल की 311 परियोजनाएं शामिल थी। इनमें से 300 परियोजनाओं के काम को मार्च 2019 तक पूरा करने का लक्ष्य तय किया गया। जबकि एनएचएआई की 127 और सड़क परिवहन मंत्रालय की 153 सड़क परियोजनाएं जून 2019 तक पूरा करने का निर्णय लिया गया। मंत्रालय की परियोजनाओं में करीब 103 ऐसी परियोजनाएं हैं जिन्हें दिसंबर 2018 तक पूरा करने का लक्ष्य तय किया गया। मंत्रालय के अनुसार एनएचएआई का निर्माण लक्ष्य 2018-19 के लिए 5058 किमी से बढ़ाकर 6000 किमी कर दिया गया है।
छत्तीसगढ़ की परियोजनाएं
मंत्रालय के अनुसार छत्तीसगढ़ में राजधानी रायपुर से कोडेबोड तक 38.2 किमी में बचे 27.4 किमी, कोडेबोड से धमतरी तक 38.81 किमी के शेष 35.81 किमी का निर्माण 31 दिसंबर 2018 तक पूरा हो जाएगा। जबकि रायपुर-सिमगा सेक्शन पर चार लेन को छह लेने में बदलने के लिए सड़क निर्माण 48.58 किमी में शेष 24.12 किमी तथा सिमगा से सरगांव के बीच 42.45 किमी की सड़क परियोजना में शेष 22.27 किमी के काम को पूरा करने का लक्ष्य 31 अक्टूबर 2018 तक का है। इसके अलावा सरगांव से बिलासपुर तक 35.49 किमी के बचे मात्र 1.03 किमी निर्माण को 12 अगस्त 2018 तक पूरा करने को कहा गया है। मंत्रालय के अनुसार इन परियोजनाओं पर काम चल रहा है, जिसमें ज्यादातर पूरा किया जा चुका है और बाकी बचे काम को पूरा करने के लिए लक्ष्य तय किया गया है।
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मध्य प्रदेश में तेजी से होगा काम
मध्य प्रदेश में राजधानी भोपाल से सांची तक 53.78 किमी जनवरी 2019 तक, गुना बीओरा के बीच 93.5 किमी सडक निर्माण की परियोजना के शेष बचे 4.69 किमी को पूरा करने के लिए 23 जुलाई तक पूरा करने को कहा गया है। जबकि ग्वालियर से शिवपुरी तक 125.3 किमी परियोजना में बचे 7.43 किमी के काम को पूरा करने के लिए 30 नवंबर 2018 तक का समय तय किया है। इंदौर से गुजरात बोर्डर तक 155.15 किमी में 139.13 किमी का निर्माण हो गया है और बचे हुए काम को 31 जुलाई 2018 तक पूरा करना होगा। इसी प्रकार जबलपुर से लाखनांदोन तक 80.27 किमी में से बचे 46.13 किमी तथा माहिर से कटनी तक 69.07 किमी में शेष 30.77 किमी के अलावा रीवा से माहिर तक 69.18 किमी में से बाकी बचे 30.76 किमी का निर्माण 31 अक्टूबर 2018 तक पूरा करने को कहा गया है। स्लीनाबाद से जबलपुर तक 68.26 किमी लंबे काम में से बचे 32.15 किमी निर्माण को 30 सितंबर 2018 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
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हरियाणा में एक परियोजना लक्ष्य से भटकी
हरियाणा में अंबाला से पेहावा तक 50.86 किमी में से 44.8 किमी निर्माण पूरा हो चुका है, जिसके बाकी बचे काम को तीन दिन में पूरा करने का समय दिया गया है। इसकी दूसरे चरण की 44.52 किमी परियोजना में बची 10.52 किमी को दिसंबर 2018 तक पूरा किया जाएगा। कैथल से राजस्थान बोर्डर तक 166.25 किमी परियोजना में बचे मात्र 2.25 किमी के काम को 31 अगस्त तक, पानीपत से जालंधर के बीच 291 किमी निर्माण की परियोजना में मात्र 8.8 किमी का काम बाकी है, जिसे पूरा करने के लिए भी दिसंबर 2018 तक का समय है। पंजाब-हरियाणा सीमा पर जींद सेक्सन पर 68 किमी सड़क निर्माण की परियोजना में बचे 34.17 किमी के काम को 31 जनवरी 2019 तक पूरा करने को कहा गया है। जबकि यमुनानगर-साहा-बरवाला व पंचकूला सेक्शन पर 41.79 किमी को 15 मई 2018 में पूरा करना था लेकिन अभी 1.53 किमी के काम बचा है जिसे जल्द पूरा करने को कहा गया है।
15June-2018

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