बुधवार, 27 जून 2018

राग दरबार: नौकरशाही में नमो मंत्र

अब मोदी की प्रशासनिक व्यवस्था पर नजरें
देश बदल रहा है और न्यू इंडिया संकल्प से समृद्धि को मिशन के रूप में आगे बढ़ाने के लिए मोदी सरकार नए-नए प्रयोग कर रही है। मसलन देश की अर्थव्यवस्था और बुनियादी ढांचे को मजबूत करने की दिशा में तेजी से हो रहे बदलाव नजर आ रहा है। किसी भी सरकार की परियोजनाओं को पूरा करने में नौकरशाही की अहम भूमिका होती है और अक्सर देखा गया है कि नौकरशाही के स्तर पर अनेक योजनाओं अड़ंगा लगता रहता है। ऐसे में नये भारत निर्माण में पीएम मोदी की अब प्रशासनिक व्यवस्था पर नजरें हैं, जिसके तहत देश की प्रशासनिक क्षेत्र को सशक्त बनाने और नौकरशाही को देश व जनहित में प्रभावी एवं चुस्तदुरस्त करने की तैयारियां की जा रही है। सरकारी सूत्रों से मिल रहे संकेत हैं कि आगामी 2019 के लोकसभा चुनाव के मद्देनजर मोदी सरकार प्रशासनिक व्यवस्था और कार्यशैली में बदलाव करके देश के विकास और विभिन्न चुनौतियों से निपटने की दिशा में नौकरशाही को प्रभावी, सक्षम एवं व्यवस्थित बनाने और इस व्यवस्था में नए तौरतरीकों को समाहित करने के मकसद से संयुक्त सचिव स्तर पर निजी क्षेत्र के दक्ष, विशेषज्ञ यानि पेशेवर लोगों     की तैनाती करने की शुरू की गई पहल में नमो मंत्र की झलक नजर आने लगी है। प्रशासनिक सेवा के विशेषज्ञों का मानना है कि देर से ही सही लेकिन केंद्रीय कार्मिक एवं प्रशासनिक विभाग ने पीएम मोदी इस इरादे को आगे बढ़ाते हुए विभिन्न क्षेत्रों के मेधावी और अनुभवी पेशेवर योग्य लोगों के आवेदन मांग कर शुरूआत कर दी है, तो ऐसे में इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता, कि इन नए प्रयोग से द्र सरकार के उच्च प्रशासनिक व्यवस्था को नया आयाम मिलेगा, यही है नमो मंत्र..!           
कांग्रेस का पाकिस्तान
देश में कश्मीर राग को लेकर बढ़ते आतंकवाद से निपटने की चुनौती इतनी आसान नहीं है, लेकिन आंतकवाद व अलगवावाद के खात्मे को लेकर भारतीय सेना और सुरक्षा बलों पर हो रही सियासत चरम पर है। खासकर कांग्रेस को जम्मू-कश्मीर में न तो भाजपा-पीडीपी गठबंधन की सरकार हजम हुई और न ही सीमापार के आतंकवाद के खात्मे और जम्मू-कश्मीर में अमन चैन कायम करने को लागू राज्यपाल शासन बर्दाश्त नहीं है। रक्षा विशेषज्ञ मानते हैं कि आतंकवाद के खात्मे के लिए भारतीय सुरक्षा बलों को लेकर राजनीति नहीं होनी चाहिए, जो दल वहां जल्द चुनाव कराने की मांग कर रहे हैं उनसे इस समस्या का हल नहीं होगा। सोशल मीडिया पर वायरल हो रही टिप्पणियों की बात की जाए तो सत्ता से दूर खासकर कांग्रेस को देश या देश की सुरक्षा से कोई सरोकार नहीं है, जिसके दिग्गज नेताओं ने अलगावाद की भाषा में ऐसी राजनीति शुरू की, जिसका पाक के आतंकवादी संगठन समर्थन करके कांग्रेस के कायल होते नजर आ रहे हैं। सत्ता के गलियारों में भी चर्चा तेज है कि कांग्रेस का भी अपना शायद एक पाकिस्तान है, जिसमें ऐसी वीडियों भी वायरल हो रही हैं, जिसमें आगामी लोकसभा चुनाव में पाकिस्तानी आतंकी संगठन मोदी का हराने के लिए कांग्रेस को हर तरह का समर्थन देने का ऐलान करते नजर आ रहे हैं। हालांकि कांग्रेस के कुछ कदावर नेताओं ने कश्मीर व आतंकवाद को लेकर कांग्रेस दिग्गजों के उन बयानों को पार्टी से अलग बताते हुए आतंकवाद उन्मूलन की प्रतिबद्धता को भी जाहिर करके आलोचना तक कर दी है।
मंत्री जी की टीस
मोदी सरकार के चार साल के कामकाज का प्रचार-प्रसार करने के मकसद से केंद्रीय मंत्रियों द्वारा संवाददाता सम्मेलन के जरिए अपने-अपने मंत्रालयों की उपलब्धियों को गिनाने का सिलसिला जारी है। इसके लिए मोदी सरकार के मंत्रियों की इच्छा होती है कि उनकी ज्यादा से ज्यादा उपलब्धियों का अखबारों व टीवी चैनलों पर प्रसारण हो। ऐसे में रेल मंत्रालय की उपलब्धियों को मीडिया जगत में ज्यादा तरजीह न मिलने की टीस का अंदाजा उस समय देखने को मिला, जब रेल मंत्री ने एक प्रेस कांफ्रेंस और बुलाई, जिसमें रेलवे द्वारा यात्रियों की सुरक्षा, स्वच्छता और समय पाबंद के मुद्दे के अलावा मंत्री ने अन्य किसी मुद्दे के सवाल का जवाब नहीं दिया और ज्यादातर सवालों को व टालते नजर आए। अपने मंत्रालय की उपलब्धियों को मीडिया में ज्यादा स्थान न मिलने का मलाल उस समय झलका, जब उन्होंने अपने मन की बात को बाहर करते हुए मीडिया से अनुरोधपूवर्क कहा कि यदि आप लोग रेलवे की योजनाओं को प्रचार-प्रसार में सहयोग देंगे, तो इसकी जानकारी आम जनता तक पहुंचेगी और हम रेलवे और यात्रियों की सेवा में सुधार लाने में अपना लक्ष्य हासिल कर पाएंगे?   
और अंत में
देश में इंदिरा गांधी शासनकाल के दौरान 1975 में देशभर में लगाए गये आपातकाल के विरोध 26 जून को भाजपा ने कालादिवस मनाने की योजना बनाई है। भाजपा मानती आ रही है कि तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के राजनीतिक स्वार्थ के लिए देश को आपातकाल के भंवरजाल में डाला था। इससे पहले भी आपातकाल पर कांग्रेस को घेरने के लिए भाजपा इस प्रकार के आंदोलन करती रही है। लेकिन इस बार का कालादिवस मनाते हुए भाजपा देशभर में प्रेसवार्ताएं आयोजित करके मोदी सरकार की उपलब्धियां और कांग्रेस की सियासत की पोल खोलेगी।
24June-2018
 

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