मंगलवार, 17 अक्तूबर 2017

आतंकवाद नीति वाले देशों को अलग-थलग करना जरूरी: नायडू



राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड के स्थापना दिवस पर बोले उप राष्ट्रपति
हरिभूमि ब्यूरो. नई दिल्ली।
उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को आतंक प्रायोजित करने वाले उन देशों को अलग-थलग करने के लिए ठोस प्रयास करने पर बल दिया, जिन्होंने आतंकवादियों को वित्तीय सहायता और प्रशिक्षण देने अपनी नीति बना लिया है।
उप राष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने सोमवार को हरियाणा के मानेसर में राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड यानि एनएसजी के 33वें स्थापना दिवस समारोह में बोलते हुए पाकिस्तान का नाम लिए बिना कहा कि पडोसी देश सीमा पार आतंकवाद को एक नीति के रूप में बढ़ावा दे रहा है। उन्होंने इशारो में साफ कर दिया कि हमारे पड़ोसी ने आतंकवादियों को सहायता, धन मुहैया कराने और प्रशिक्षण देने को अपनी नीतियों में शामिल कर दिया है, ऐसे में अंतर्राष्ट्रीय समुदाय इस समस्या से निपटने के लिए एकजुट होने की जरूरत है। नायडू ने कहा कि हाल के वर्षों के दौरान भारत में हुए आतंकी हमलों का जिक्र करते हुए कहा कि भारत पिछले तीन दशकों से आतंकवाद के दुष्परिणामों का सामना कर रहा है। उपराष्ट्रपति ने कहा कि हमारे आतंकियों के बदले तौर-तरीकों को देखते हुए केवल सीमावर्ती क्षेत्रों में ही नहीं है, बल्कि दूर-दराज के क्षेत्रों में खतरों से निपटने के लिए हमें अपनी संचालन क्षमताओं में वृद्धि करनी होगी। इसलिए उन्होंने संयुक्त राष्ट्र से अंतर्राष्ट्रीय आतंकवाद को कुचलने के बारे में विस्तृत समझौता करने की अपील की। इस संबंध में भारत का प्रस्ताव 1996 से लंबित है।
प्रेरक बल है एनएसजी
नायडू ने कहा कि एनएसजी विशेष रूप से प्रशिक्षित, उच्च कौशल संपन्न और अत्यधिक प्रेरक बल है, जिसे भिन्न-भिन्न जिम्मेदारियां दी जाती हैं। उन्होंने कहा कि नेशनल सिक्योरिटी गार्ड बहादुरी, पेशेवर दृष्टिकोण तथा अत्यंत समर्पण का पर्याय है। देश की सुरक्षा में सराहनीय योगदान के लिए एनएसजी की प्रशंसा करते हुए नायडू ने कहा कि पिछले तीन दशक से भी अधिक समय से बल के कमांडो आतंकवादी हमलों तथा विमान अपहरण जैसी घटनाओं से बखूबी निपट रहे हैं।
आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता
नायडू ने कहा कि आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता तथा न ही वह सीमाओं से बंधा है और किसी को भी विचारधारा के नाम पर हिंसा की इजाजत नहीं दी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि आतंकवाद विरोधी अभियानों में पुख्ता खुफिया जानकारी की अहमियत पर जोर देते हुए कहा कि इस तरह की सूचनाएं गोला बारूद तथा हथियारों पर भी भारी पड़ती हैं। उन्होंने कहा कि पारदर्शिता तथा जवाबदेही जरूरी है। नायडू ने इस मौके पर एनएसजी का पोस्टल कवर भी जारी किया।
19 जवानों का श्रद्धांजिल अर्पित
उप राष्ट्रपति नायडू ने शौर्य और बलिदान की उच्च परंपरा को बनाए रखते हुए कर्तव्य परायरणता में उच्च बलिदान करने वाले एनएसजी के 19 बहादुर शहीदों को श्रद्धांजलि दी। इस मौके पर हरियाणा के शिक्षा मंत्री राम बिलास शर्मा, एनएसजी के महानिदेशक सुधीर प्रताप सिंह तथा अन्य गणमान्य व्यक्ति थे।
कंमाडो ने किए डेमो ऑपरेशन
एनएसजी ने अपने स्थापना दिवस के मौके पर कई तरीके के एन्टी हाई जैकिंग ऑपरेशन के बारे में दिखाया। इसमें सबसे पहले एनएसजी के ऑपरेशन में शामिल थीं, कनॉट प्लेस का ला प्लाजा रेस्टोरेंट जिसको आतंकियों ने हाईजैक कर लिया। कमांडो ने बड़ी ही तत्परता के साथ इस रेस्टोरेंट को आतंकियों से मुक्त कराया। आतंकियो ने वृंदावन जा रही बस को हाइजैक कर लिया, जिसको सफल ऑपरेशन के जरिये एनएसजी के कमांडो ने दिखाया कि कैसे आतंकियो से बंधकों को मुक्त कराते हैं। ऐसे ही कई प्रदर्शन किये गये।
17Oct-2017

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