बुधवार, 3 मई 2017

एकीकृत परिवहन प्रणाली विकसित करने की तैयारी!

भारत की मेजबानी में शुरू हुआ शिखर सम्मेलन
ओ.पी. पाल.
नई दिल्ली।
देश में बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए केंद्र सरकार की देश में एकीकृत परिवहन प्रणाली यानि जल, थल, वायु व रेल नेटवर्क को मल्टीमॉडल निर्माण के आधार पर विकसित करने की तैयारी की जा रही है, जिसमें लॉजिस्टिक लागत कम करने का भी लक्ष्य है।
केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग तथा जहाजरानी मंत्री नितिन गडकरी ने बुधवार को शुरू हुए यहां भारत एकीकृत परिवहन एवं लॉजिस्टिक्स शिखर सम्मेलन के तहत देश के अतीत, वर्तमान और भविष्य और सुरक्षित सड़क और अंतर्राज्यीय राजमार्ग ट्रांसफार्मिंग इंडिया का उद्घाटन किया। इसके तहत यहां विज्ञान भवन में आयोजित दो प्रदर्शनियों का भी आयोजन किया गया है। ये प्रदर्शनी अतीत से लेकर भविष्य भारत में सड़क परिवहन के विकास को प्रदर्शित कर रही हैं। यह सम्मेलन पांच मई तक चलेगा, जिसमें देश विदेश के विशेषज्ञ भी हिस्सा ले रहे हैं। सम्मेलन में प्रदर्शनी का उद्घाटन करते हुए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि भारत ने पहली बार एक एकीकृत, बहुआयामी परिवहन व्यवस्था की योजना शुरू कर दी है। उन्होंने कहा कि देश में रसद लागत को कम करने के लिए एकीकृत परिवहन योजना की एक तत्काल आवश्यकता है।
राजमार्ग सागा प्रदर्शनी
एक प्रदर्शनी को राजमार्ग सागा का नाम दिया गया है, जिसमें अतीत की वर्तमान और भविष्य' और 'सुरक्षित सड़क और अंतर राज्य राजमार्ग ट्रांसफॉर्मिंग इंडिया को दर्शाया गया है। मसलन विगत, वर्तमान और भविष्य भारत में सड़क परिवहन के विकास की इस प्रदर्शनी मंडप को भी तीन अलग-अलग हिस्सों में विभाजित किया गया है। यानि पिछले, वर्तमान और भविष्य यह खंड सिंधु घाटी सभ्यता के दौरान और वर्तमान समय में वर्षों के दौरान परिवहन के साधनों का प्रदर्शन है जिसमें मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे के प्रसिद्ध भटना सुरंग का प्रदर्शन भी शामिल है। इस प्रदर्शन में स्वर्ण चतुर्भुज, राष्ट्रीय राजमार्ग 44 और विभिन्न अनूठे राजमार्ग शामिल किये हैं। भारत के भविष्य वाले खंड में आने वाली और भविष्यगत घटनाओं जैसे हाइपर लूप, पैसेंजर रैपिड ट्रांजिट और एम्फिबियन बसें हैं। सड़क विकास में शामिल एलआईडीएआर प्रौद्योगिकी हर किसी के लिए वास्तविक लिडर उपकरणों के साथ प्रदर्शित करने और अनुभव करने के लिए प्रदर्शित होती है। आॅनलाइन कई सेवाओं के कार्यान्वयन के संबंध में एमओआरटी द्वारा आईटी की पहल भी प्रदर्शन पर हैं।
सड़क सुरक्षा पर जागरूकता
सुरक्षित रोड और इंटर स्टेट हाईवे ट्रांसफॉर्मिंग इंडिया मंडप ज्यादा आकर्षक है, जो सड़क सुरक्षा के मुद्दों के बारे में लोगों को जागरूकता बढ़ाने की कोशिश कर रहा है, यह मंडप एक भूलभुलैया में खुलता है जिससे कि आगंतुक को सड़क के संकेतों की मदद से बातचीत करनी पड़ती है सही संकेतों का पालन करने की प्रेरणा दी जा रही है। मंडप में ड्राइविंग में सुरक्षा पर बल दिया गया है। इसका मकसद ड्राइविंग में सुरक्षा के बारे में सतर्कता बरतने की दिशा में विशाल मोबाइल फोन, हेलमेट, सीट बेल्ट, बोतल, स्पीडोमीटर, एम्बुलेंस आदि का प्रदर्शन हैं। इस मंडप में भी एक कार सिम्युलेटर है जो अपने ड्राइविंग कौशल, खेल को सड़क के संकेतों और एक चेतावनी फिल्म पर अपने ज्ञान का परीक्षण करने के लिए परीक्षण करता है जो भारत में होने वाली दुर्घटनाओं पर बल देता है।

मल्टीमॉडल लॉजिस्टिक्स पार्क
मंत्रालय के अनुसार देश में 35 मल्टीमॉडल लॉजिस्टिक्स पार्क (एमएमएलपी) को विकसित करने की योजना तैयार की गई है, जो माल भाड़ा आंदोलन के 50 फिसदी के हिस्से को पूरा करेगा, परिवहन लागत में 10 फीसदी कमी और सीटी 2 उत्सर्जन में 12 फीसदी की कमी का शुरूआती लक्ष्य होगा। भूमि पार्सल की पहचान की गई है और इनमें से छह स्थानों पर पूर्व-व्यवहार्यता अध्ययन शुरू किया गया है। सरकार एमएमएलपी के विकास के लिए एक समान नीति तैयार करने के लिए भी काम कर रही है।
आज शुरू होगा मंथन
इस शिखर सम्मेलन में कल 4 मई गुरूवार को केंद्री सड़क परिवहन और राजमार्गों और जहाजरानी मंत्री नितिन गडकरी के अलावा नागरिक उड्डयन मंत्री पी. अशोक गजपति राजू, रेल मंत्री सुरेश प्रभाकर प्रभु के अलावा डीपी वर्ल्ड अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अधिकारी एच.ई. सुल्तान बिन सुलेमान के अलवा संबन्धित विभागों के मंत्रियों, विशेषज्ञों और हितधारकोें के बीच मंथन किया जाएगा।
04May-2017

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