वाराणसी से कोलकाता जलमार्ग से मिली जगह
ओ.पी. पाल. नई दिल्ली।
ओ.पी. पाल. नई दिल्ली।
देश
में चल रहे गंगा और सहायक नदियों के लिए स्वच्छता अभियान और राष्ट्रीय
जलमार्ग परियोजना में वाराणसी से कोलकाता के हल्दिया तक शुरू किये गये
अंतर्देशीय जलमार्ग का निर्माण किया जा रहा है। इस परियोजना के कारण गंगा
नदी को दुनिया के छह नदी क्रूजों में शामिल कर लिया गया है।
दरअसल
केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी राष्ट्रीय जलमार्ग परियोजना के पहले चरण में
यूपी के वाराणसी से पश्चिम बंगाल के हल्दिया तक 1390 किलोमीटर जलमार्ग
विकास परियोजना के तहत 5369 करोड़ रुपये की लागत से गंगा नदी को जलमार्ग के
रूप में विकसित कर रही है। इसे विकसित करने की दिशा में हाल ही में
वश्वबैंक द्वारा हाल ही में 375 मिलियन डॉलर की धनराशि को मंजूरी मिली है।
अंतर्राष्ट्रीय नदी कू्रज में शामिल किये गये इस जलमार्ग वाली गंगा नदी के
बारे में केंद्रीय जहारानी मंत्रालय के सूत्रों ने बातया कि अमरीका के एक
प्रतिष्ठित संस्था ने अपने प्रकाशन ‘कोंडे नैस्ट ट्रैवलर’ में गंगा पदी पर
तैयार किए जा रहे गंगा क्रूज (पोत विहार) को वर्ष 2017 में बन कर तैयार
होने वाले छह नदी क्रूजों की सूची में शामिल किया है। इस संस्था ने लग्जरी
क्रूज पोत गंगा वॉयजर-2 को इस सूची में रखा है, जो वाराणसी और हल्दिया
(कोलकाता) के बीच गंगा में राष्ट्रीय जलमार्ग के पहले चरण को विकसित करने
कर काम तेजी से चल रहा है। इस अंतर्राष्ट्रीय नदी क्रूज में गंगा नदी के
अलावा अन्य पोत विहारों में चीन में मेकांग और यांग्त्जे नदियों पर संचालित
लीग आफ क्रूज शामिल है। जबकि दक्षिण अफ्रीका में अमेजन, रूस में वोल्गा और
म्यामांर में इरावड्डी नदी इस क्रूज यानि पोत विहार भी पहले से शुमार हैं।
मंत्रालय का मानना है कि ‘कोंडे नैस्ट ट्रैवलर’ द्वारा गंगा नदी को क्रूज
मार्गों की सूची में रखने से भारत में नदी पर्यटन को किये जा रहे प्रयासों
को भी बल मिलेगा।
जारी है वाटर-वे का निर्माण
इस
जलमार्ग का ट्रायल केंद्र सरकार पिछले साल अगस्त में दो मालवाहक जहाजों को
वाराणसी से रवाना करके हल्दिया तक के सफर में पूरा कर चुकी है। वहीं भारतीय
अंतदेर्शीय जलमार्ग प्राधिकरण यानि की पहले चरण के जल मार्ग (गंगा नदी) पर
प्राइवेट क्रूज आपरेटरों के सहयोग से वाराणसी से कोलकाता तक क्रूज के
प्रचालन की सुविधाएं प्रदान की जा रही है। प्राधिकरण द्वारा प्रदान की जाने
वाली सुविधाओं में रात्रि नौवहन सुविधा भी शामिल है। इस जल मार्ग विकास
परियोजना के तहत वाराणसी से हल्दिया तक जारी योजना के तहत भारत में गंगा
नदी पर प्रमुख माल ढुलाई मार्गों में से एक प्रमुख जलमार्ग तैयार किया जा
रहा है।
एकीकृत माल ढुलाई मार्ग शुरू
पिछले सप्ताह ही
रूपनारायण के किनारे से गंगा के किनारे तक एकीकृत माल ढुलाई विविध जल मार्ग
का शुभारंभ किया गया है, जिसके तहत आईडब्ल्यूएआई जहाज ने एनडब्ल्यू-86 पर
कोलाघाट से जलमार्ग-1 पर भागलपुर तक सीमेंट पहुंचाया है। इससे पहले जल
मार्ग प्राधिकरण के मालवाहक जहाज एमवी वी.वी. गिरि ने पिछले साल 23 को
पश्चिम बंगाल के पूर्वी मेदिनीपुर जिले से प्रयोग के तौर पर अपनी ऐतिहासिक
यात्रा शुरू की थी, जिसने 240 टन सीमेंट की खेप बिहार में भागलपुर पहुंचाई
थी। इससे पहले इस वर्ष के शुरू में आईडब्ल्यूएआई और एमवी. जाकिर हुसैन ने
350 टन सीमेंट हल्दिया से पटना पहुंचाया था। भारत सरकार का प्रयास है कि
जलमार्ग-1 (गंगा नदी) पर माल ढुलाई को नियमित कार्यक्रम का रूप दिया जाए।
12May-2017
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