गुरुवार, 30 मार्च 2017

हरियाणा: गोद लिए गांव का नहीं हुआ विकास!

खफा पीएम मोदी ने ली सांसदों की क्लास
ओ.पी. पाल.
नई दिल्ली।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की देश के गांवों को आदर्श बनाने वाली सांसद आदर्श ग्राम योजना उम्मीद के अनुरूप सिरे नहीं चढ़ पा रही है। इसी कारण वे सांसदों द्वारा गोद लिये हुए गांव में विकास न होने से खफा दिखे। इसी योजना की समीक्षा में पीएम ने हरियाणा के लोकसभा व राज्यसभा सांसदों की भी क्लास लगाई, जहां इस योजना को सांसद इस योजना के नतीजे नहीं दे पाए हैं।
दरअसल पीएम मोदी ने सभी सांसदों को एक दिन पहले नाश्ते पर बुलाया था और सभी राज्यों के सांसदों से मिले। इसी सिलसिले में सांसद आदर्श ग्राम योजना की जानकारी देते हुए सूत्रों ने बताया कि जब हरियाणा में सांसद आदर्श ग्राम योजना के तहत गोद लिए गांवों का सवाल आया तो सूबे के सांसद बगले झांकते नजर आए। मसलन कोई भी सांसद अपने गोद लिये गांव को तीन साल में आदर्श नहीं बना सका है। हरियाणा के गांवों में अपेक्षित विकास न होने से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी पार्टी के सांसदों से खफा नजर आए, जिसके लिए उन्हें फटकार भी लगाई गई हैं। सूत्रों के अनुसार पीएम ने हरियाणा के सांसदों को नसीहत दी कि उन्होंने इस योजना में अपने गोद लिये गांवों में उम्मीद के अनुरूप विकास के कार्य नहीं कराएं हैं। बताया जा रहा है कि पीएम ने हरियाणा के सभी सांसदों को गोद लिए गांवों में विकास कार्य कराकर उन्हें आदर्श बनाने के सख्त निर्देश दिए हैं। दरअसल नाश्ते के बहाने पीएम मोदी ने सांसदों की अपने-अपने क्षेत्रों में चल रही केंद्रीय योजनाओं के कार्यान्वयन में उनकी सक्रियता की परीक्षा ली, जिसमें सांसद आदर्श ग्राम योजना मोदी की प्राथमिकता पर रही। यही नहीं पीएम मोदी ने सांसदों से लोकसभा क्षेत्रों में सांसद निधि के उपयोग और खर्च करने की भी जानकारी ली। मोदी ने सांसदों से उज्जवला योजना सहित अन्य योजनाओं में लाभान्वित हुए व्यक्तियों के बारे में जानकारी मांगी और सांसद आदर्श ग्राम योजना की मौजूदा स्थिति पर भी चर्चा की। सूत्रों ने बताया कि पीएम मोदी का केंद्रीय योजनाओं के कार्यान्वयन का खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में विकास के एजेंडे के प्रति सांसदों को प्रोत्साहित करना भी रहा और उन्हें सबका साथ-सबका विकास के नारे को आगे बढ़ाने की हिदायत भी दी।
सांसदों को पढ़ाया पाठ
सूत्रों के अनुसार पीएम मोदी ने सांसदों से अपने-अपने क्षेत्र की जनता की जरूरतों वाली योजनाओं का रोडमैप तैयार करने को कहा, ताकि केंद्र व राज्य सरकारों की योजनाओं को समय से पूरा कराकर वे जनता का विश्वास जीत सकें। हालांकि पीएम मोदी ने इन योजनाओं को लेकर अन्य राज्यों के सांसदों से भी बात की, लेकिन हरिभूमि के समक्ष हरियाणा के सांसदों के साथ पीएम मोदी की मुलाकात का का खुलासा किया। मसलन प्रधानमंत्री मोदी ने हरियाणा के सांसदों का तीन साल का रिपोर्ट कार्ड जानने का प्रयास किया और भविष्य की योजनाओं की भी जानकारी ली।
ग्रामीण विकास जरूरी
सूत्रों की माने तो प्रधानमंत्री ने ग्रामीण विकास को जरूरी बताते हुए सांसदों को हिदायत दी कि सभी सांसद अपने अपने निर्वाचन क्षेत्रों केंद्र सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं का अधिक से अधिक लोगों को लाभ पहुंचाए, ताकि जनता के बीच उनका ऐसा विश्वास कायम करें कि अपने सांसद और सरकार से सीधे संवाद को महसूस कर सके। हालांकि केंद्र की योजनाओं और उपलब्धियों को लेकर पीएम समय-समय पर अपने सांसदों को जनता के बीच जाने का फरमान देते रहे हैं, जिसमें जनता से सीधा संवाद करने के इस फरमान को दोहराते हुए उन्होंने सांसदों से सरकार की योजनाओं को जनता तक पहुंचाने के दिशानिर्देश दिये।

सहायता शिविर का सुझाव
प्रधानमंत्री मोदी ने सांसदों को जनता में विश्वास की डोर मजबूत करने के लिए सुझाव दिया कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में स्थानीय प्रशासन के सहयोग से जनता की मूलभूत सुविधाओं के लिए सहायता शिविरों का भी आयोजन कर सकते हैं, जिनके जरिए उन्हें सरकार की योजनाओं का सीधा लाभ मिल सके। सूत्रों की माने तो पीएम ने सभी सांसदों को जिस तरह का पाठ पढ़ाया है उससे सांसदों की कार्यशैली को वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव की तैयारियों का राजनीतिक रस खोलने का प्रयास है।
31Mar-2017

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