रविवार, 12 मार्च 2017

गोवा व मणिपुर में त्रिशंकु सरकार के आसार

सबसे ज्यादा सीट कांगे्रस व वोट भाजपा की झोली में
ओ.पी. पाल.
नई दिल्ली।
देश के जिन पांच राज्यों में हुए चुनाव के नतीजे सामने आए हैं, उनमें गोवा और मणिपुर में किसी भी दल को बहुमत नहीं मिला है, लेकिन कांग्रेस के बाद दूसरे स्थान पर सीट लेकर आई भाजपा ने इन राज्यों के सबसे ज्यादा वोट हासिल किये हैं।
देश में पांच राज्यों के चुनावों के नतीजों ने साफ कर दिया है कि भाजपा का जनाधार बढ़ा है। इनमें गोवा और मणिपुर ऐसे राज्य रहे जहां त्रिशंकु सरकार के आसार बनकर सामने आए यानि कोई भी दल बहुमत के नजदीक आंकड़ा हासिल नहीं कर पाया। इन दोनों राज्यों में कांग्रेस सबसे बड़े दल के रूप में उभरी है ,लेकिन इन राज्यों में वोट बटोरने में भाजपा ने कांग्रेस से बहुत आगे रही।
गोवा में आप पिछड़ी
गोवा में 40 सीटों के लिए हुए विधानसभा चुनाव नतीजों के बाद जो तस्वीर आई है उसमें त्रिशंकु सरकार के आसार पैदा हो गये हैं, हालांकि भाजपा और कांग्रेस दोनों ही अन्य दलों के विधायकों का समर्थन लेने का प्रयास करके सरकार बनाने की कोशिश करेंगे। गोवा में 17 सीट जीतकर कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है, जबकि भाजपा को 13 सीटों पर जीत मिली। इसके अलावा महाराष्टÑवादी गोमांटक, गोवा फार्वड पार्टी को 3-3 सीटें मिली, जबकि तीन सीटें ही निर्दलीय प्रत्याशियों ने जीती है। पंजाब की तरह केजरीवाल की आम आदमी पार्टी भी यहां कम से कम आधी सीटों पर चुनाव लड़ी थी, लेकिन उसे जीत नसीब नहीं हुई। गोवा में भाजपा को 2.97 लाख 558 यानि 32.5 फिसदी, कांग्रेस को 2.59 लाख 758 यानि 28.4 फीसदी वोट मिले। जबकि आप ने 57720 यानि 6.2 फिसदी ही वोट हासिल किये हैं।
मणिपुर भी अधूरा
देश में 60 सदस्यी मणिपुर विधानसभा के चुनाव नतीजों ने भी गोवा की तरह त्रिशंकु परिणाम सामने रखे हैं, जहां सबसे ज्यादा कांग्रेस को 28 सीट मिली है, जबकि भाजपा को 21 सीटों पर संतोष करना पड़ा है। एनपीएफ व एनपीपी को चार-चार, एलएनएसपी को एक तथा एक सीट निर्दलीय प्रत्याशी ने अपने हक में की है। पूर्वात्तर के इस राज्य में भले ही कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनी हो, लेकिन जहां तक वोट बैंक हासिल करने का सवाल है उसें भाजपा ने सर्वाधिक 6.01 लाख 527 यानि 36.3 फीसदी वोट लिये हैं। जबकि कांग्रेस की झोली में 5.81 लाख 869 यानि 35.1 फिसदी वोट ही जा सके हैं। इसके अलावा एनपीएफ को 1.18 लाख 850 वोट मिले हैं, जबकि अन्य दल इससे कम ही वोट हासिल कर पाये हैं।
नोटा ने भी रचा इतिहास
देश के पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में नोटा के बटन को दबाने वालों ने भी कोई परहेज नहीं किया यानि इस बटन को दबाकर वोटिंग करने वालों को काई भी नेता या प्रत्याशी पसंद नहीं था। जहां तक नोटा का बटन दबाने वाली वोटों का सवाल है उसमें पांचों राज्यों में 9.36 लाख 503 वोट डाले गये। इनमें सबसे ज्यादा 7.57 लाख 643 उत्त्तर प्रदेश, 1.08 लाख 471 पंजाब, 50408 उत्तराखंड, 10919 गोवा और 9062 मणिपुर के चुनाव में नोटा का प्रयोग किया गया।
12Mar-2017

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