रविवार, 1 अप्रैल 2018

देश में हर रोज लापता होते हैं 175 बच्चे!




तलाशने को चलाई ‘आपरेशन स्माइल’ योजना
ओ.पी. पाल. नई दिल्ली।
देश में पिछले तीन साल में 1.93 लाख से भी ज्यादा बच्चे किसी न किसी रूप में लापता हुए हैं, जिनमें मानव तस्करी, अपहरण और अन्य गतिविधियां सामने आई है। मसलन भारत में हरेक दिन औसतन 175 बच्चे लापता हो रहे हैं। हालांकि सरकार लापता बच्चों को तलाशने के लिए ‘आपरेशन स्माइल’ योजना चला रही है।
गृहमंत्रालय के अनुसार मोदी सरकार द्वारा वर्ष 2014 से 206 के दौरान यानि तीन सालों में 1.93 लाख, 724 बच्चे लापता हुए है, जिनमें 1.19 लाख 276 बालिकाएं शामिल हैं। मंत्रालय के अनुसार वर्ष 2014 में लापता हुए 68874 बच्चों में 41614 बालिकाएं, वर्ष 2015 में लापता 60443 बच्चों में 36595 बालिकाएं तथा वर्ष 2016 में 63407 बच्चे लापता हुए है, जिनमें 41067 बालिकाएं भी शामिल हैं। इनमें इन तीन सालों में अकेले राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में 22362 बच्चें लापता हुए है, जहां हर साल करीब सात हजार से ज्यादा बच्चों के लापता होने के मामले दर्ज हैं। मंत्रालय के अनुसार इन लापता बच्चों में अपहरण और बच्चों के व्यापार के गोरखधंधे जैसी गतिविधियां सामने आई है। मसलन देश में हरेक दिन कम से कम औसतन 175 बच्चों के लापता होने के मामले सामने आ रहे हैं। इनमें अकेले दिल्ली-एनसीआर में ही प्रतिदिन औसतन 20 बच्चें लापता हो रहे हैं। लापता बच्चों के बचाव की दिशा में गृहमंत्रालय ने मानव तस्करी के मामलों से निपटने के लिए देशभर में 270 मानव दुरव्यपार रोधी ईकाईयां सक्रिय हैं, जिनके संचालन के लिए राज्यों को केंद्रीय वित्तीय सहायता भी प्रदान की जा रही है।
बरामद हुए 66453 बच्चें
मंत्रालय के अनुसार बच्चों के बचाव और उनकी सुरक्षा की दिशा में उनकी तलाश हेतु मोदी सरकार ने जनवरी 2015 में राज्य पुलिस की मदद से जनवरी 2015 में आपरेशन मुस्कान योजना शुरू की थी। इस योजना के तहत पिछले तीन सालों के दौरान या उससे पहले वर्षो के दौरान लापता हुए बच्चों में से 66453 बच्चों को बरामद किया गया है। वहीं इस योजना के तहत बच्चों को तलाशकर उनके परिजनों से मिलाने और उनके पुनर्वास करने जैसी कार्यवाही की जाती है। इस योजना को पुलिस और स्वयंसेवी संस्थाओं के जरिए खासकर दिल्ली व एनसीआर में तेजी के साथ चलाया जा रहा है। इसके अलावा अन्य राज्यों में ऐसी योजना को चलाने का अनुरोध किया गया है। वहीं इन तीन सालों के दौरान बच्चों का अपहरण या उनकी खरीद-फरोख्त की नीयत से तस्करी के मामले में देशभर में पुलिस द्वारा की गई कार्यवाही के दौरान बच्चों की बरामदगी के बाद अपराधियों के खिलाफ कार्यवाही भी की जा रही है,जिसके तहत पिछले तीन सालों में करीब 95 हजार से ज्यादा लोगों की गिरफ्तारी भी की गई है।
01Apr-2018
 


कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें