रविवार, 15 अप्रैल 2018

ऑन लाइन पीएफ दावे का फैसला वापस!



ईपीएफओ ने नियम बदलकर कर्मचारियों को दी राहत
हरिभूमि ब्यूरो. नई दिल्ली।    
देश में कर्मचारियों को अब दस लाख रुपये से अधिक पीएफ दावे के लिए ऑनलाइन प्रणाली का इस्तेमाल करने की जरूरत नहीं है। इस फैसले को कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) ने कर्मचारियों को हो रही परेशानी को देखते हुए वापस ले लिया है। मसलन अब कोई भी अंशधारक पीएफ क्लेम को ऑफलाइन भी कर सकेगा।
केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्रालय के अनुसार इस फैसले को वापस लने से करीब 5 करोड़ अंशधारकों के लिए बड़ी राहत मिलेगी। यह फैसला वापस लेने का मकसद ऑनलाइन क्‍लेम फाइल करने में ईपीएफ अंशधाराकों को आ रही दिक्‍कतों से राहत देना है। इसलिए ईपीएफओ ने इस फैसले को वापस लेने संबन्धी जारी एक सर्कुलर में अपने सभी ऑफिस को पीएफ क्‍लेम को लेकर नए निर्देश जारी किए हैं। इससे पीएफ क्‍लेम के सभी मामलों में ऑफलाइन आवेदन स्‍वीकार किया जाएगा। 
सर्कुलर में कहा गया है कि ऑनलाइन क्‍लेम में किसी तरह की धोखाधड़ी को रोकने के लिए पीएफ के सभी ऑनलाइन क्‍लेम को वेरीफिकेशन के लिए इम्‍पलॉयर के पास भेजा जाएगा। इसके बाद ही क्‍लेम का सेटेलमेंट होगा। इम्‍पलॉयर को ईपीएफओ से क्‍लेम मिलने के तीन दिन के अंदर क्‍लेम को स्‍वीकार करके या खारिज करके वापस करना होगा।
क्या था पुराना नियम
गौरतलब है कि इससे पहले गत 28 फरवरी को ईपीएफओ ने एक निर्देश जारी कर कहा था, कि अगर आपके प्रॉविडेंट फंड (पीएफ) अकाउंट में 10 लाख रुपए से ज्यादा हैं, तो उसके क्‍लेम सेटलमेंट के लिए ऑनलाइन आवेदन करना होगा। इसके लिए ईपीएफओ अब फिजिकल फॉर्म मंजूर नहीं करेगा। ईपीएफओ ने यह कदम क्लेम में धोखाधड़ी को रोकने के मकसद से उठाया गया था, लेकिन अंशधाराकों को आ रही परेशानी को देखते हुए इसके वापस लेने का फैसला करना पड़ा है।
15Apr-2018


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