
सड़क सुरक्षा
सूचना प्रणाली पर भारत जल्द करेगा करार
हरिभूमि ब्यूरो. नई दिल्ली।
देश में
सड़क हादसों पर अंकुश लगाने की दिशा में उठाए जा रहे कदमों में भारत जल्द ही सड़क सुरक्षा
सूचना प्रणाली को अपनाने के लिए दक्षिण कोरिया के साथ समझौता करेगा, ताकि नेशनल
हाइवे पर दक्षिण कोरिया की तर्ज पर एकीकृत रूप में निगरानी की जा सके।

नया कानून बनेगा सबब
समारोह
में गडकरी ने लोकसभा द्वारा पारित मोटर वाहन (संशोधन) विधेयक के राज्यसभा द्वारा पारित
न होने पर चिंता जताते हुए कहा कि इस विधेयक के पारित होने से नये कानून व्यापक रूप
से सड़क सुरक्षा को प्रोत्साहित करेंगे, जो विधेयक एक सक्षम, बाधा रहित और एकीकृत मल्टीमोड
सार्वजनिक परिवहन प्रणाली के विकास को भी बढ़ावा देगा। नया कानून आते ही देश की
परिवहन प्रणाली में सुधार आना तय है। उन्होंने बताया कि उनके मंत्रालय ने देशभर
में राष्ट्रीय राजमार्गों पर 789 संभावित दुर्घटना स्थलों को ब्लैक स्पॉट के रूप
में चिन्हित कराकर उन्हें सुरक्षित डिजाइन में बदलने की मुहिम चलाई है, जिसमें अभी
तक 139 स्थानों को ठीक किया जा चुका और 233 स्थानों को सुधारने का कार्य प्रगति पर
है। वहीं सड़क सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए भारतीय सड़क सुरक्षा अभियान (आईआरएसी)
द्वारा सड़क सुरक्षा पर तैयार पत्र को भी जारी किया, जो आईआरएसी युवा नेतृत्व वाला
राष्ट्रीय मिशन है। इस अभियान का नेतृत्व आईआईटी, दिल्ली के विद्यार्थियों और पूर्ववर्ती
छात्रों द्वारा किया जा रहा है।
कॉमर्शियल वाहनों पर फोकस
केंद्रीय
मंत्री गडकरी ने कहा कि सड़क परिवहन मंत्रालय सामान्य लोगों में जागरूपकता पैदा करने
और सड़क इस्तेमाल करने वालों की सुरक्षा में सुधार के मकसद से ही हर साल सड़क सुरक्षा
सप्ताह का आयोजन करता रहा है। उन्होंने कहा कि इस दिशा में सरकार का फोकस खासकर स्कूलों
तथा कॉमर्शियल वाहनों चालकों पर किया गया है। उन्होंने देश में वाहन सुरक्षा और संपूर्ण
सड़क सुरक्षा में सुधार के लिए उठाए गए कदमों की जिक्र करते हुए कहा कि 4ई-एजुकेशन
(शिक्षा), इन्फोर्समेंट (लागू करना), इंजीनियरिंग तथा इमरजेंसी केयर (आपात देखभाल)
के सिद्धातों को अपनाया जा है ताकि सड़क सुरक्षा की समस्या सुलझाई जा सके। वाहनों की
सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए बसों के मानकों को बढ़ाया गया, तो वहीं सभी कारों के
लिए एयर बैग और गति सीमा सतर्कता उपकरण अनिवार्य किया गया है। इसके आलवा फिसलन से बचने
के लिए सभी दो पहिया वाहनों में एबीएस की व्यवस्था की गई है।
स्कूली बच्चों का सम्मान
गड़करी ने
विद्यार्थियों से अपने परिवार और समाज के लिए सड़क सुरक्षा का एम्बेसडर बनने का अनुरोध
किया। वहीं उन्होंने सड़क सुरक्षा पर राष्ट्रीय स्तर की लेखन प्रतियोगिता के 15 विजेता
स्कूली बच्चों को पुरस्कार प्रदान किया। शीर्ष तीन विजेताओं को क्रमशः 15 हजार रुपये,
10 हजार रुपये और 5 हजार रुपये का नकद पुरस्कार और प्रमाण-पत्र दिया गया। श्रीगड़करी
ने इस अवसर पर लोगों की सड़क सुरक्षा की शपथ दिलाई।
24Apr-2018
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