मंगलवार, 18 अप्रैल 2017

एमसीडी चुनाव: दागी व अमीर प्रत्याशियों का वर्चस्व!

दिल्ली नगर निगम चुनाव
ऐसे उम्मीदवारों पर कांग्रेस ने खेला बड़ा दांव
ओ.पी. पाल.
नई दिल्ली।
दिल्ली नगर निगमों की 272 सीटों के चुनाव मैदान में भी राजनीतिक दलों ने दागियों और करोड़पति उम्मीदवारों परदांव खेला है, जिसमें निगमों से भाजपा का कब्जा छिनने के इरादे से कांग्रेस ने सबसे ज्यादा दागियों और करोड़पति उम्मीदवारों को चुनावी मैदान में उतारा है।
दिल्ली के तीनों नगर निगमों में फिलहाल भाजपा का कब्जा है। कुल 272 वार्डो के लिए आगामी 23 अप्रैल को होने वाले चुनाव के लिए छह राष्ट्रीय, 12 क्षेत्रीय और सात गैर मान्यता प्राप्त दलों समेत 18 सियासी दलों के अलावा 1174 निर्दलीय प्रत्याशियों समेत कुल 2537 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। इनमें 1127 महिलाएं भी चुनावी जंग में उतरी हुई है। गौरतलब है कि पूर्ववर्ती एकीकृत दिल्ली नगर निगम को वर्ष 2012 में तीन हिस्सों में बांट कर उत्तरी, दक्षिणी और पूर्वी नगर निगम बनाए गए थे। एनडीएमसी और एसडीएमसी में 104-104 वार्ड और ईडीएमसी में 64 वार्ड हैं। चुनाव मैदान में उतरे प्रत्याशियों के शपथपत्रों के आधार पर गैर सरकार संस्था एडीआर ने विश्लेषण करके जो तथ्य उजागर किये हैं उनमें आम आदमी पार्टी सभी सीटों पर चुनाव लड़ रही है, जबकि कांग्रेस 271, भाजपा 267, बसपा 211, जदयू 95, शिवसेना 56 व राकांपा 43 और सपा 28 सीटों पर चुनाव मैदान में है।
दागियों पर लगाया दांव
दिल्ली नगर निगम के चुनाव में हालांकि अपराधिक पृष्ठभूमि वाले प्रत्याशी 173 ही हैं, लेकिन इनमें 116 प्रत्याशी ऐसे हैं, जिनके खिलाफ हत्या, हत्या का प्रयास, लूट, अपहरण और महिला के खिलाफ अपराध जैसे संगीन मामले लंबित हैं। इन दागियों की सूची में सबसे ज्यादा 35 कांग्रेस के अलावा 26 भाजपा, 21 आम आदमी पार्टी, 13 बसपा, पांच-पांच सपा व जदयू, तीन- तीन राकांपा व शिवसेना और दो-दो लोजपा व वामदलों के साथ ही 55 निर्दलीय प्रत्याशी शामिल है। जबकि संगीन मामलों में लिप्त 116 उम्मीदवारों में भी सबसे ज्यादा 22 कांग्रेस के प्रत्याशी है, जबकि आप के 15, भाजपा के 13, बसपा के दस, सपा व जदयू के तीन-तीन तथा 42 निर्दलीय प्रत्याशी शामिल है। संगीन मामलों वाले प्रत्याशियों में दक्षिण निगम के वार्ड नंबर 42 दिचांव कलां से चुनाव लड़ रहे लोजपा के राजेश के खिलाफ हत्या का मामला लंबित है। चुनाव में 15 प्रत्याशियों के खिलाफ हत्या का प्रयास, सात के खिलाफ अपहरण का मामला और 23 उम्मीदवारों के खिलाफ महिलाओं के खिलाफ बलात्कार व अन्य आरोप के मामले लंबित चल रहे हैं।

दागियों से ज्यादा करोड़पति
एमसीडी चुनाव में 697 करोड़पतियों ने भी अपनी किस्मत आजमाई है, जिनमें सर्वाधिक 163 कांग्रेस, 141 भाजपा,104 आप, 41 बसपा, 16 जद-यू, दस शिवसेना, नौ राकांपा, सात सपा, छह इनेलो, तीन-तीन लोजपा व रालोद, दो-दो राजद व मुस्लिम लीग के अलावा 188 निर्दलीय प्रत्याशी करोड़पति उम्मीदारों की फेहरिस्त में शामिल हैं।
गीता यादव सबसे अमीर
चुनाव मैदान में अमीर प्रत्याशियों की टॉप टेन सूची में सबसे ज्यादा 82 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति दक्षिण नगर निगम के वार्ड 68 महरौली से चुनाव लड़ रही निर्दलीय प्रत्याशी गीता यादव का नाम शामिल है। जबकि उत्तरी निगम के सदनबाजार से कांग्रेस प्रत्याशी मोहम्मद उस्मान 57 करोड़ की संपत्ति के साथ दूसरे पायदान पर हैं। दक्षिण निगम के विष्णु गार्डन वार्ड संख्या सात से चुनाव लड़ रहे कांग्रेस की ही धनवती चंदेला 55 करोड़ की संपत्ति के साथ तीसरे नंबर की अमीर प्रत्याशी है।
अनपढ़ प्रत्याशी भी मैदान में
नगर निगम चुनाव में हिस्सा ले रहे 2537 उम्मीदवारों में जहां 685 यानि 30 फीसदी स्नातक और उससे अधिक शिक्षाप्राप्त हैं, वहीं 1403 यानि करीब 62 फीसदी कक्षा पांच से 12वीं पास प्रत्याशी हैं। जबकि 125 प्रत्याशी ऐसे अनपढ़ हैं जिन्हें अक्षर का ज्ञान नहीं हैं और बामुश्किल अपने हस्ताक्षर करने तक सीमित हैं।
19Apr-2017

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