मंगलवार, 4 अप्रैल 2017

अगले साल 62 किमी नजदीक आ जाएंगे जम्मू-श्रीनगर!

अंतिम चरणों में पहुंचा बनिहाल-काजीगुंड सड़क सुरंग का निर्माण
उधमपुर से लौटकर ओ.पी. पाल

नई दिल्ली। देश के जम्मू-कश्मीर राज्य में बड़े शहरों को राष्ट्रीय राजमार्गो की लंबी दूरी को कम करने की दिशा में सुरंग सड़क मार्गो की परियोजना में चेनानी-नाशरी सुरंग के शुरू होने के बाद जहां जम्मू व श्रीनगर की दूरी 31 किमी कम हो गई है, वहीं अंतिम चरणों में चल रहे बनिहाल-काजीगुंड सुरंग सड़क मार्ग के अगले साल चालू होते ही यह दूरी 31 किमी और कम होकर जम्मू व श्रीनगर 62 किमी नजदीक आ जाएंगे ओर कम से कम चार घंटे के समय की बचत होगी।
केंद्र सरकार ने दुर्गम पहाड़ी रास्तो से गुजरते 286 किमी लंबे जम्मू-श्रीनगर राष्टÑीय राजमार्ग के बीच सफर को आसान बनाने के लिए 13 सड़क सुरंगों के निर्माण की परियोजना को अंजाम दिया है, जिसमें दो प्रमुख चेनानी-नाशरी और बनिहाल-काजीगुंड सुरंग शामिल हैं और इनमें से उधमपुर जिले के चेनानी और रामबन जिले के नाशरी तक 9.28 किमी लंबे सड़क सुरंग मार्ग को पीएम नरेन्द्र मोदी ने दो अप्रैल को उद्घाटन करके शुरू कर दिया है, जिसके शुरू होने से जम्मू व श्रीनगर के बीच का सफर 31 किमी कम हो गया है और दो से ढाई घंटे तक के समय के साथ 27 लाख रुपये के वाहन र्इंधन की भी बचत होगी। केंद्र सरकार का दावा है कि दुर्गम पहाड़ी रास्तों में जोखिम को कम करने के मकसद से सड़क सुरंगों के निर्माण को जीवनरक्षी बनाने के लिए एकीकृत सुरंग नियंत्रण प्रणाली को उच्च प्राथमिकता दी गई है।
तेरह सड़क सुरंग का निर्माण
जम्मू-श्रीनगर के बीच जारी 13 सड़क सुरंगों के निर्माण की जानकारी देते हुए भारतीय राष्टÑीय राजमार्ग प्राधिकरण के मुख्य महाप्रबंधक विष्णु दरबारी ने चेनानी में हरिभूमि संवाददाता को बताया कि दूसरी प्रमुख सुरंग के रूप में करीब 8.50 किमी लंबे सड़क मार्ग का निर्माण बनिहाल व काजीगुंड के बीच हो रहा है, जो अंतिम चरणों में है और वर्ष 2018 तक इस मार्ग के भी आम आवागमन के लिए शुरू होने की संभावना है। दरबारी के अनुसार इस दूसरी सुरंग सड़क मार्ग के चालू होते ही जम्मू व श्रीनगर के बीच 31 किमी की दूरी और कम हो जाएगी। यानि इन शहरों को जोड़ने वाले 286 किमी लंबे राष्ट्रीय राजमार्ग पर 8-9 घंटे में पूरा होने वाला सफर 4-5 घंटे कम होने के साथ केवल करीब 224 किमी का ही रह जाएगा। उन्होंने बताया कि 13 में से बाकी सुरंगे 200 से 300 मीटर लंबी है, जिनमें 5 पहले ही आवागम के लिए चालू हैं, बाकी का निर्माण कार्य अगले साल तक पूरा कर लिया जाएगा।
जम्मू व श्रीनगर रिंग रोड़ परियोजना
केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार मंत्रालय जम्मू व श्रीनगर जैसे शहरों के विकास को गति देने के लिए इन दोनों शहरों के चारों ओर रिंग रोड़ बनाने की परियाजनाओं को पहले ही मंजूरी दे चुका है। इसकी जानकारी स्वयं केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गड़करी ने भी दो अप्रैल को प्रधानमंत्री मोदी के चेनानी-नशारी सड़क सुरंग को समर्पित करने के दौरान रैली में जानकारी देते हुए बताया कि अगले दो सालों में जम्मू-कश्मीर में राजमार्ग परियोजनाओं के लिए सात हजार करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा। मसलन जम्मू में चारो ओर 2100 करोड़ रुपये की लागत और श्रीनगर में 2200 करोड़ रुपये की लागत से एक-एक रिंग रोड के रूप में सड़क का निर्माण किया जाएगा। रिंग रोड़ के टेंडर दे दिये गये हैं और अगले तीन महीनों में निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा।

विकास की राह तेज
केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के अनुसार जम्मू-कश्मीर में प्रधानमंत्री मोदी ने 24,160 करोड़ रुपये की पैकेज का ऐलान किया था, जिसमें से 4,463 करोड़ रुपये वाली परियोजनाएं कार्यान्वित हो चुकी हैं। केंद्रीय मंत्री गडकरी का कहना है कि इन परियोजनाओं के जरिए जम्मू-कश्मीर में बुनियादी ढांचे के विकास की नई और तेजी से राह शुरू हुई है, जिसमें सड़क परियोजनाओं के कारण रोजगार सृजन भी तेजी से बढ़ा है और भविष्य में भी कश्मीर के बेरोजगार युवकों के लिए रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे।
05Apr-2017

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