देश
में सड़क सुरक्षा के तहत हादसों पर अंकुश लगाने की दिशा में केंद्र सरकार
ने राष्ट्रीय राजमार्गो पर चलने वाले ट्रक जैसे भारी वाहनों की सुविधा बढ़ाने
की योजना तैयार की है, जिसमें बस स्टॉप निर्माण भी शामिल है। सरकार की इस
योजना में हाइवे पर बस व ट्रक स्टॉप बनाए जाएंगे। इस योजना की शुरूआत
दिल्ली-जयपुर हाइवे से होगी, जिसके लिए 352 करोड़ रुपये की योजना को हरी
झंडी मिल गई है।
केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के अनुसार
केंद्रीय मंत्री नितिन गड़करी ने वर्ष 2020 तक देश में होने वाले सड़क हादसों
में 50 प्रतिशत की कमी लाने का लक्ष्य तय किया है, जिसके लिए सड़क हादसों
के कारणों में राष्ट्रीय राजमार्ग पर लंबे सफर पर चलने वाले ट्रक जैसे
मालवाहक वाहन भी बड़े घटकों में शामिल है। इसके लिए किये गये अध्ययन में
मंत्रालय ने ट्रक चालकों को रास्तों में विश्राम देने के लिए कई महत्वपूर्ण
योजनाओं का खाका भी तैयार किया है। दरअसल हाइवे पर बनाई गई सर्विस लेन पर
जगह-जगह ट्रक खड़े दिखाई देते है, जिसके कारण अन्य वाहन सर्विस लेन का
इस्तेमाल नहीं कर पाते। वहीं हाइवे पर चलने वाली यात्री बसों के सामने भी
ऐसी ही समस्या है, जो कहीं भी सवारी उतारने या चढ़ाते नजर आती हैं। इसलिए बस
व ट्रकों के खड़े होने की इस समस्या से निपटने के लिए मंत्रालय ने 15 से 20
किमी के अंतर से राष्ट्रीय राजमार्गो पर ट्रक जैसे भारी मालवाहक वाहनों के
अलावा बसों के लिए जगह-जगह बस और ट्रक स्टॉप बनाने की योजना को अंतिम रूप
दिया है, जिसकी शुरूआत दिल्ली-जयपुर राष्ट्रीय राजमार्ग से की जाएगी। इसके
लिए मंत्रालय ने एनएचएआई को दिशानिर्देश जारी कर दिये हैं।
सर्विस लेन रहेगी सुरक्षित
मंत्रालय
के अनुसार भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने ट्रकों के खड़े होने की
सुविधा के मद्देनजर दिल्ली-जयपुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर करीब डेढ़ दर्जन बस
और ट्रक स्टॉप बनाने वाली 352 करोड़ रुपए की योजना को अंतिम रूप दिया है,
जिसके लिए जल्द ही काम शुरू कर दिया जाएगा, जिसके बाद इस मार्ग पर बनी
सर्विस लेन सुरक्षित रहेगी और कोई भी ट्रक सर्विस लेने पर खड़ा नजर नहीं
आएगा, वहीं बस भी अपने निर्धारित स्टैंड पर ही सवारी उतारने के लिए बाध्य
होंगी। एनएचएआई के मुख्य महाप्रबंधक विष्णु दरबारी ने इस योजना के बारे में
बताया कि दिल्ली-जयपुर हाइवे पर दोनों तरफ करीब 18 ट्रक स्टॉप बनाए जा रहे
हैं और इनके बनने के बाद इस मार्ग पर आने जाने वाले ट्रक अपने निर्धारित
जगह यानि ट्रक स्टॉप पर खड़े किये जा सकेंगे। इसी प्रकार बसों के लिए भी
स्टॉप बनाने का काम इस योजना के तहत किया जाएगा। ट्रक एवं बस स्टॉप और ट्रक
स्टॉप बनने के बाद जहां भी जगह तय होगी, इनको वहीं खड़ा किया जाएगा। इस
योजना में इन स्टॉप पर कम से कम 30 से 40 ट्रक पार्क किए जा सकेंगे।
गडकरी की प्राथमिकता
सूत्रों
के अनुसार दिल्ली-जयपुर हाइवे पर करीब दो साल पहले खुद केंद्रीय मंत्री
नितिन गडकरी घंटों जाम में फंसे रहे और इस अनुभव के बाद उन्होंने सबसे पहले
दिल्ली-जयपुर हाइवे के सफर को जाम और सुविधाजनक बनाने का लक्ष्य तय कर
लिया था। हाइवे के साथ मंत्रालय ने मंत्रालय ने दिल्ली-जयपुर के बीच बनने
वाले एक्सेस कंट्रोल हाइवे पर करीब 16000 करोड़ रुपये की लागत की एक
परियोजना को भी शुरू करा दिया है। मसलन दिल्ली और जयपुर के बीच एक नया
हाइवे बनाया जाएगा जो एक्सेस कंट्रोल हाइवे परियोजना पूरी होने के बाद बाद
दिल्ली-जयपुर की 270 किलोमीटर की दूरी दो घंटे में तय होगी। वहीं इस हाइवे
पर 150 किलोमीटर प्रति घंटा की गति से वाहन दौड़ सकेंगे। सरकार ने इस
राष्ट्रीय राजमार्ग के तीन मुख्य चौराहों का करीब 1005 करोड़ रुपये की लागत
से होने वाले सुधार कार्य को भी तेजी से पूरा करने के निर्देश दिये गये
हैं।
बेहद आसान होगा सफर
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण
(एनएचएआई) के सूत्रों का कहना है कि दिल्ली-जयपुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर
जाम और निरंतर आ रही बाधाओं को दूर करने के लिए अन्य परियोजनाओं को पूरा
करने की भी सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। जहां इस हाइवे पर मानेसर के
नजदीक बन रहे μलाईओवर का निर्माण जल्द ही पूरा होने की संभावना है। वहीं
352 करोड़ रुपए की लागत वाली बस एवं ट्रक स्टॉप की सुविधा विकसित करने का
काम भी इसी तेजी से कराने के लिए पूरी योजना तैयार की जा चुकी है। सरकार की
इस योजना से इस हाइवे पर बस स्टॉप की सुविधा न होने से चालक कहीं पर
यात्रियों को उतारने के ट्रैफिक जाम और फिर यात्रियों को दुर्घटना के शिकार
होने से बचाने के मकसद से इस योजना को पटरी पर उतारा जा रहा है।
24Apr-2017
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