शुक्रवार, 24 जुलाई 2015

रॉबर्ट वाड्रा, ललित गेट और व्यापमं पर नहीं टूटा गतिरोध

मानसून सत्र: संसद में तीसरे दिन भी हंगामा
हरिभूमि ब्यूरो. नई दिल्ली
संसद के मानसून सत्र के तीसरे दिन भी ललित मोदी प्रकरण, व्यापमं घोटाला मामले एवं अन्य मुद्दों को लेकर कांग्रेस एवं कुछ अन्य दलों के सदस्यों के भारी हंगामे के कारण लोकसभा में प्रश्नकाल नहीं हो सका और सदन की कार्यवाही शुक्रवार तक के लिए स्थगित कर दी गई। काली पट्टी बांध कर सदन में नहीं आने की लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन की कल की चेतावनी के बावजूद राहुल गांधी समेत कांग्रेस सदस्य बृहस्पतिवार भी सदन में अपनी बांह पर काली पटटी लगाकर आए थे। शोर शराबे के दौरान दीपेंद्र हुड्डा समेत कांग्रेस के कुछ सदस्य आसन के समीप सत्तापक्ष की सीट ओर आकर नारेबाजी करने लगे। इसका संसदीय कार्य मंत्री वेंकैया नायडू, केंद्रीय मंत्री राजीव प्रताप रूडी, गिरिराज सिंह ने विरोध किया और भाजपा के कुछ सदस्य अपने नेताओं के सर्मथन में अगली कतार के समीप आ गए। बृहस्पतिवार सुबह सदन की कार्यवाही शुरू होने पर अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने कहा कि उन्हें आईपीएल पर एन के प्रेमचंद्रन, मल्लिकार्जुन खडगे, वीरप्पा मोइली, पी करूणाकरण आदि के नोटिस प्राप्त हुए। व्यापमं मामले पर बदरूदोजा खान एवं अन्य के नोटिस मिले हैं। इसके बाद अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही शुरू करने को कहा। इस पर कांग्रेस सदस्य तख्तियां लेकर नारेबाजी करते हुए अध्यक्ष के आसन के समीप आ गए। कांग्रेस सदस्यों की तख्तियों पर लिखा था, ललित मोदी पर क्यों मौनासान, जब बड़े मोदी मेहरबान, तो छोटे मोदी पहलवान, मोदीजी 56 इंच दिखाओ, सुषमा, वसुंधरा को हटाओ।  

रास में आनंद-नकवी की झडपें
राज्यसभा में कांग्रेस व्यापम व ललित गेट पर चर्चा की मांग के बावजूद चर्चा के लिए तैयार नहीं है। इसी चर्चा के लिए जब गुरुवार को संसदीय कार्यमंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने विपक्ष से चर्चा शुरू करने के लिए कहा तो कांग्रेस की ओर से पूर्व मंत्री आनंद शर्मा इतने बौखला गये कि नकवी व आनंद शर्मा में तीखी झड़पे हुई।
संसद के मानसून सत्र में लगातार तीन दिन विपक्ष के हंगामे में सरकार की घेराबंदी में कांग्रेस ज्यादा आक्रमक है, जिसमें कांग्रेस के पहले ही दिन राज्यसभा में इन मुद्दों पर चर्चा कराने के लिए दिये गये नोटिस स्वीकार हो गये थे, लेकिन इसके बावजूद कांग्रेस चर्चा शुरू करने के बजाए हंगामा करके सरकार की घेराबंदी का प्रयास करती आ रही है। दो बार के स्थगन के बाद जब दो बजहे उच्च सदन की कार्यवाही शुरू हुई तो संसदीय कार्य राज्यमंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने विपक्ष की ओर इशारा करते हुए चर्चा शुरू करने को कहा। नकवी ने कई बार यह बात दोहराई लेकिन कांग्रेस पर कोई असर नहीं पड़ा तो उन्होंने आनंद शर्मा की ओर इशारा करते हुए कहा कि चर्चा की मांग करते हो और होमवर्क करके नहीं आते तथा बिना तथ्यों के सदन के कामकाज में बाधा डालने की नीयत से यहां आते हो, तो आनंद शर्मा पूरी तरह बौखला गये और इस बात को लेकर आनंद शर्मा व नकवी के बीच जबरदस्त झडपें हुई। शोर शराबे में हालांकि दोनों के बीच किस तरह की टिप्पणियां हुई यह सुना नहीं जा सका और कांग्रेसी सांसद हाथों में पोस्टर लेकर आसन के करीब नारेबाजी करके हंगामा करने लगे, तभी उपसभापति कुरियन ने कांग्रेस की ओर इशारा करते हुए कहा कि जब चर्चा नहीं कराना चाहते तो इन मुद्दों पर यहां बोलते क्यों हो? ऐसे में आनंद शर्मा जब तक कुछ और टिप्पणी करते तब तक कुरियन सदन की कार्यवाही स्थगित कर चुके थे। कल भी आनदं शर्मा और वित्तमंत्री अरुण जेटली के बीच इसी तरह की तीखी झड़पे हुई थी।
भ्रष्‍टाचार मुद़दे पर पीएम: राहुल
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी के बारे में आज कहा कि वह केवल हवा में बातें करते हैं और भ्रष्टाचार के मुद्दे पर मौन धारण किये हुए हैं जिससे आहिस्ते, आहिस्ते उनकी विश्वसनीयता घट रही है। राहुल ने संसद भवन परिसर में संवाददाताओं से कहा कि प्रधानमंत्री ने चुनाव के समय पूरे हिन्दुस्तान को यह भरोसा दिया था कि ˜न मैं खाऊंगा, और न खाने दूंगा। पीएम के शब्द का वजन होता है। लेकिन जो इनके दिल में आता है, कह देते हैं। इनकी विश्वसनीयता अहिस्ते, आहिस्ते घट रही है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के शब्दों का वजन होता है, जब प्रधानमंत्री कुछ कहते हैं तब जनता को लगता है कि कुछ कहा। लेकिन दुख की बात है कि पीएम हवा में बात करते हैं। कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा कि हमने प्रधानमंत्री से पूछा कि मोदी (ललित मोदी) के बारे में आप क्या सोचते हैं, कोई जवाब नहीं आया। हमने पूछा कि व्यापमं के बारे में क्या सोचते हैं, कोई जवाब नहीं आया। सुषमाजी के बारे में क्या सोचते हैं कोई जवाब नहीं आया। वे इस बारे में नहीं बोलते। हमारा उनको सुझाव है कि आप देश के प्रधानमंत्री है, भाजपा के नहीं। देश की आवाज सुनिये। एक्शन तो छोड़िए, आज सिर्फ यह बताइए कि आप सोचते क्या हैं। राहुल ने कहा कि हमने स्पष्ट किया है कि इस्तीफे के बिना चर्चा नहीं। सुषमाजी ने आपराधिक कृत्य किया है, भगोड़े को हस्ताक्षर करके दे दिया। वहां के उच्चायोग को पता नहीं, वहां की सरकार को पता नहीं।
पूर्व सांसद चांद राम को श्रद्धांजलि 
नई दिल्ली। राज्यसभा ने अपने पूर्व सदस्य चांद राम को र्शद्धांजलि दी जिनका पिछले दिनों निधन हो गया। सुबह उच्च सदन की बैठकं शुरू होने पर सभापति हामिद अंसारी ने पूर्व सदस्य चांद राम के निधन का जिक्र किया। चांद राम का 92 साल की उम्र में गत 15 जून को निधन हो गया। चांद राम सामाजिक कार्यकर्ता के साथ ही पत्रकार भी थे। वह कृषि से भी जुड़े हुए थे। उन्होंने समाज के कमजोर और वंचित तबकों के उत्थान के लिए प्रयास किया। वह हरियाणा के उप मुख्यमंत्री भी रहे। उन्होंने मार्च 1983 से अप्रैल 1984 के बीच उच्च सदन में हरियाणा का प्रतिनिधित्व किया।
24July-2015

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