सोमवार, 29 जून 2015

दुनिया के सबसे बड़े नियोक्ता की सूची में आठवें पायदान पर भारतीय रेलवे!

रिपोर्ट: बड़े नियोक्तओं में सेना भी भी शामिल      नई दिल्ली।   
भारतीय रेल एशिया का सबसे बड़ा रेल नेटवर्क है तथा एकल प्रबंधनाधीन यह विश्व का दूसरा सबसे बड़ा रेल नेटवर्क में शुमार है,जिसे विश्व का सबसे बड़ा नियोक्ता भी माना गया है, लेकिन हालिया रिपोर्ट के इस दावे ने भारत को आहात किया है जिसमें भारतीय रेलवे को विश्व में आठवें पायदान पर पेश किया है।
भारतीय रेलवे को लेकर विश्व आर्थिक मंच यानि डब्ल्यूईएफ की इस रिपोर्ट ने भारत के गौरवशाली रेलवे के इतिहास को उलटते हुए चौंका ही नहीं दिया, बल्कि हर भारतीय को हैरत में डाल दिया है कि विश्व के सबसे बड़े नियोक्ता में भारतीय रेलवे साथ सेना भी शामिल है और इस रिपोर्ट के अनुसार भारतीय रेलवे व भारतीय सेना में 27 लाख कर्मचारियों की संख्या का जिक्र किया गया हैं। हालांकि आमतौर पर भारतीय रेलवे को दुनिया का सबसे बड़ी नियोक्ता संगठन कहा जाता है, लेकिन दुनिया के सबसे बड़े नियोक्ता की सूची में 14 लाख कर्मचारियों के साथ भारतीय रेलवे आठवें पायदान पर रखा है, जबकि उसके तुरंत बाद 13 लाख कर्मचारियों के साथ भारतीय सशस्त्र सेनाएं को स्थान दिया गया है। इस रिपोर्ट में अमेरिकी रक्षा विभाग को दुनिया का सबसे बड़े नियोक्ता का खिताब दिया गया, जिसके पास 32 लाख से अधिक कर्मचारी बताए गये हैं। जबकि चीन की सेना यानि पीपल्स लिबरेशन आर्मी को 23 लाख कर्मचारियों के साथ दूसरे स्थान पर बताया गया है। तीसरे पायदान पर अमेरिकी खुदरा कंपनी वॉलमार्ट को रखा गया है जिसके पास  21 लाख कर्मचारी हैं।
   
रेलवे का तर्क   
उधर भारतीय रेलवे के अनुसार 16 लाख से भी अधिक कर्मचारियों के साथ रेलवे देश की जीवन धारा हैं और इसके सामाजिक-आर्थिक विकास के लिए इनका महत्वपूर्ण स्थान है। यही नहीं भारतीय रेलवे देश की मूल संरचनात्मक आवश्यकताओं को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, बल्कि बिखरे हुए क्षेत्रों को एक साथ जोड़ने में और देश राष्ट्रीय अखंडता का भी संवर्धन करता है। राष्ट्रीय आपात स्थिति के दौरान आपदा ग्रस्त क्षेत्रों में राहत सामग्री पहुंचाने में भारतीय रेलवे अग्रणी रहा है। अर्थव्यस्था में अंतदेर्शीय परिवहन का रेल मुख्य माध्यम है। यह ऊर्जा सक्षम परिवहन मोड, जो बड़ी मात्रा में जनशक्ति के आवागमन के लिए बड़ा ही आदर्श    एवं उपयुक्त है, बड़ी मात्रा में वस्तुओं को लाने ले जाने तथा लंबी दूरी की यात्रा के लिए अत्यन्त उपयुक्त हैं।    
प्रमुख तथ्य   
-रेलवे का सबसे लंबा रुट हिमसागर एक्सप्रेस का है जो जम्मू तवी से कन्याकुमारी के बीच चलती है, इन दोनो स्टेशनों के बीच की दूरी तकरीबन 3751 किलोमीटर है।   
-सबसे कम दूरी की ट्रेन नागपुर से अजनी के बीच चलती है दोनो स्टेशनों की दूरी महज 3 किलोमीटर है   
- भारत में लखनऊ सबसे व्यस्त रेलवे स्टेशन हैं क्योंकि यहां कई दूसरे ट्रेनों के रुट भी निकलते हैं।   
- हावडा-अमृतसर एक्सप्रेस सबसे ज्यादा स्टेशनों पर रुकने वाली ट्रेन हैं यह कुल 115 स्टेशनों पर रुकती है।     - सबसे लंबी दूरी की नॉन स्टॉप ट्रेन त्रिवेंद्रम राजधानी है जो वड़ोदरा से कोटा के बीच 528 किलोमीटर का सफर केवल 6.5 घंटे में पूरा करती है।   
-हावडा नागपुर के बीच पड़ने वाला स्टेशन आईबी सबसे छोटे नाम का स्टेशन है जबकि सबसे लंबा नाम नरसिम्हाराजू वारियापेटा का  है ये स्टेशन दक्षिण भारत में पड़ता है।   
-केरला एक्सप्रेस ऐसी ट्रेन है जिसका रोज चलने वाली ट्रेनों में सबसे लंबा रुट है यह ट्रेन 42.5 घंटे में 3054 का सफर तय करती है।   
-रेलवे का पहला पुल थाणे मुंबई के बीच दापुरी में बना था। सबसे लंबा रेल टनल कोंकण रेलवे का कारबुडे है जिसकी लंबाई 6.5 किमी है।   
- भारतीय रेल से प्रतिदिन तकरीबन 1.5 करोड़ लोग सफर करते हैं    
- देशभर में तकरीबन 11 हजार ट्रेने रोज पटरियों पर दौड़ती हैं जिसमें से 7 हजार पैसेंजर ट्रेन हैं। 
29JUne-2015   
   

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