सोमवार, 22 जून 2015

टेम्स जैसी बनेंगी देश की नदियां।


साबरमती की तर्ज पर सुधरेगी हालत!
नमामि गंगे मिशन को आगे बढ़ाने में जुटी सरकार
ओ.पी. पाल. नई दिल्ली।
देश में बहती नदियों को प्रदूषणमुक्त करके उनकी हालत सुधारने के इरादे से मोदी सरकार ने उन्हें लंदन की खूबसूरत थेम्स नदी जैसी बनाने के लिए साबरमती नदी की तर्ज पर अभियान को तेज करने का निर्णय लिया है। सरकार ने नदियों की स्वच्छता और उन्हें निर्मल धारा में बदलने के लिए जनांदोलन के रूप में नमामि गंगे मिशन को आगे बढ़ाना शुरू कर दिया है।
मोदी सरकार के एक साल में केंद्रीय जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण मंत्री सुश्री उमा भारती ने राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन को गति देने के लिए सभी परियोजनाओं को अंतिम रूप तो दे दिया है, लेकिन गंगा व अन्य नदियों की सफाई के काम को शुरू नहीं किया जा सका। जल संसाधन मंत्रालय के अनुसार नमामि गंगे के रूप में इस मिशन को आगे बढ़ाने के लिए मंत्रालय के राष्ट्रीय गंगा नदी बेसिन प्राधिकरण ने एक व्यापक दृष्टिकोण के साथ चार विभिन्न क्षेत्रों यानि अपशिष्ट जल प्रबंधन, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन, औद्योगिक प्रबन्धन और नदी तट विकास के जरिए गंगा व अन्य नदियों के समक्ष आ रही चुनौतियों से निपटने के लिए कमर कस ली है। केंद्र सरकार ने अगले पांच साल के लिए इन अभियान के लिए 20 हजार करोड़ रुपये के परिव्यय से नमामि गंगे के संबन्ध में एकीकृत गंगा संरक्षण नाम से एक व्यापक कार्यक्रम का अनुमोदन किया है। इस अभियान के लिए मंजूर हुए बजट को इससे जुड़ी सभी परियोजनाओं के लिए निर्धारित भी कर दिया गया है। मसलन इस अभियान के लिए जल शोधन संयंत्रों की स्थाना, सीवर नेटवर्क बिछाना, नदियों के तटों को विकसित करने और अन्य मॉडल परियोजनाओं में इस धनराशि को खर्च किया जा रहा है। सरकार को उम्मीद है कि नदियों की सफाई और उन्हें अविरल निर्मल धारा में बदलना एक चुनौती है, लेकिन इस अभियान को अंजाम तक पहुंचाना नामुमकिन भी नहीं है। देश में साबरमती नदी की खूबसूरती के लिए मिसाल बनी परियोजना को देश-विदेश में ख्याति मिल चुकी है, जिसे नरेन्द्र मोदी की गुजरात में बड़ी उपलब्धि के तौर पर भी देखा गया है।

इसलिए है मिशन मुमकिन
जहां तक नदियों को खूबसूरत रूप देने का सवाल है उसमें सरकार की लंदन में थेम्स जैसी नदियों की तरह देश की नदियों को स्वच्छ करके उनकी निर्मल धारा तय करना मुश्किल कार्य नहीं है। देश में लंदन की तरह ही गुजरात में अहमदाबाद जैसे शहर के बीच से गुजरने वाली साबरमती नदी की खूबसूरती देखते ही बनती है, जो कभी एक गंदे नाले के रूप में बहती थी। इस नदी को गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी ने साबरमती को स्वच्छ बनाकर उसकी अविरल धारा को निर्मल बनाने वाली परियोजना को गति देकर केवल डेढ़ दशक में ऐसी खूबसूरत नदी का रूप दे दिया गया, जिसकी तुलना अब लंदन थेम्स नदी से की जाने लगी है। अब नरेन्द्र मोदी देश के प्रधानमंत्री हैं तो गंगा व अन्य नदियों की हालत सुधारकर उन्हें खूबसूरत बनना कोई मुश्किल काम नहीं है। सुश्री उमा भारती ने साबरमती नदी की तर्ज पर इस मिशन को आगे बढ़ाने के लिए अंतर्राष्ट्रीय सहयोग के लिए बहरीन, आस्टेलिया, चीन, बांग्लादेश आदि देशों के साथ हाथ मिलाया है।
22June-2015

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