
हरिभूमि ब्यूरो. नई दिल्ली।
सत्रहवीं
लोकसभा के लिए हुए चुनाव में निर्वाचित 542 सांसदों में से अब तक 350 सदस्यों ने
अपना पंजीकरण करा लिया है। लोकसभा सचिवालय ने नवनिर्वाचित सांसदों के स्वागत और
उन्हें राष्ट्रीय राजधानी में हर संभव सुविधाएं देने के लिए मतगणना से पहले ही सभी
तैयारियां पूरी कर ली थी।

गौरतलब है
कि लोकसभा सचिवालय ने इस बार नव निर्वाचित सांसदों के स्वागत और उनके पंजीकरण तथा
सुविधाएं देने के लिए कई नई व्यवस्थाएं शुरू की है। इनमें खासकर नए सदस्यों के ठहरने
के लिए वेस्टर्न कोर्ट और उसकी नई एनेक्सी के अलावा नई दिल्ली स्थित विभिन्न राज्य
भवनों और सदनों में अस्थायी आवास के रूप में व्यवस्था कराई गई है, जिसमें पहली बार
सदस्यों के लिए होटलों में अस्थायी आवास की दी जाने वाली व्यवस्था को खत्म किया
गया है। जहां नए सांसदों को ठहराया जा रहा है, वहीं चिकित्सा सुविधाओं के अलावा टेलीफोन
सुविधाएं और उनकी अन्य प्राथमिक आवश्यकताओं के लिए भी विशेष इंतजाम किये गये हैं।
रेलवे ने भी कसी कमर
लोकसभा सचिवालय
के अनुसार देशभर से अपने अपने निर्वाचन क्षेत्रों से नई दिल्ली आने वाले नव-निर्वाचित
सांसदों के स्वागत के लिए जहां इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर
व्यवस्था की गई है। वहीं नई दिल्ली रेलवे स्टेशन, पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन,
हज़रत निज़ामुद्दीन रेलवे स्टेशन और आनंद विहार रेलवे स्टेशन पर भी स्वागत केंद्र
के रूप में 'गाइड पोस्ट' स्थापित किये गये हैं, जहां रेलवे के अधिकारी और कर्मचारी
नवनिर्वाचित सांसदों के स्वागत और उनका मार्ग दर्शन करने में जुटे हैं। हवाई अड्डे
और रेलवे स्टेशनों से नए सदस्यों को संसद भवन और उनके लिए आवंटित अस्थाई आवास तक
आवागमन की भी व्यवस्था की गई है।
रेलवे
के अनुसार रेल मंत्रालय ने सभी स्टेशनों पर लिखित आदेश जारी किए गये हैं कोई भी सांसद
जिस स्टेशन से ट्रेन में सवार होता है तो उसकी सूचना दिल्ली कंट्रोल रूम में दी जाए।
इस दिशानिर्देश के आधार पर देशभर के किसी भी रेलवे स्टेशन से सांसद के ट्रेन में सवार
होते ही दिल्ली रेलवे मुख्यालय को अलर्ट भेजा जा रहा है, जिसके आधार पर नई दिल्ली
आने पर संबन्धित नवनिर्वाचित सांसदों का विभिन्न रेलवे स्टेशनों पर स्थापित गाइड
पोस्ट पर स्वागत किया जा रहा है। इस व्यवस्था के तहत यहां पर तैनात कर्मचारी इन सांसदों
को स्टेशनों पर मुहैया कराई गई दो कारों के जरिये संसद तक भेजा जा रहा है। यही
नहीं ट्रेन से सांसद का सामान उतारने, उनके ठहरने और खाने-पीने की व्यवस्था करने
के लिए रेल कर्मचारियों द्वारा जिम्मेदारी निभाई जा रही है।
28May-2019
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