सोमवार, 13 मई 2019

लोकसभा चुनाव के छठे चरण का मतदान आज

राजग, संप्रग व महागठबंधन के अस्तित्व दांव पर
सात राज्यों की 59 सीटों पर 979 प्रत्याशियों का होगा फैसला
हरिभूमि ब्यूरो. नई दिल्ली।
सत्रहवीं लोकसभा के लिए छठे चरण में कल रविवार को सात राज्यों की 59 सीटों पर मतदान होगा, जिसमें 979 प्रत्याशियों में राजग, संप्रग और महागठबंधन के अस्तित्व का फैसला होगा। चुनावी जंग में उतरे सियासी सुरमाओं के सामने सात राज्यों में 10.16 करोड़ 47624 मतदाताओं के चक्रव्यूह को भेदने की चुनौती होगी।
रविवार को सात राज्यों की 59 लोकसभा सीटों के लिए होने वाले मतदान में 4.74 करोड़ 46227 महिलाओं समेत 10.16 करोड़ 47624 मतदाता हिस्सा लेंगे, जो चुनावी मैदान में उतरे 83 महिलाओं समेत 979 उम्मीदवारों की सियासी किस्मत तय करेंगे। इस चरण में 174 राष्ट्रीय दलों, 65 क्षेत्रीय दलों, 430 गैर पंजीकृत मान्यता प्राप्त दलों तथा 310 निर्दलीय रूप से चुनाव लड़ रहे हैं।
इनमें प्रमुख राजनीतिक दलों में सर्वाधिक 54 भाजपा, 46 कांग्रेस, 49 बसपा, 16 शिवसेना, 10 तृणमूल कांग्रेस, 12 आम आदमी पार्टी, दस इनेलो, छह सीपीआई के प्रत्याशियों की प्रतिष्ठा दांव पर है।
किस राज्य में प्रमुख दलों के कितने प्रत्याशी
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की सात सीटों पर 1.43 करोड़ 16,453 मतदाताओं को 164 प्रत्याशियों का फैसला करना है। यहां भाजपा, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने सात-सात, बसपा ने पांच प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतारे हैं। दिल्ली में कांग्रेस की शीला दीक्षित, भाजपा की मीनाक्षी लेखी और आप की अतिशी समेत 15 महिलाएं भी अपनी किस्मत आजमा रही हैं।
हरियाणा की दस सीटों पर 1.80 करोड़ 56,896 मतदाताओं के सामने 223 प्रत्याशी हैं। यहां भाजपा, कांग्रेस और इनेलो ने सभी सीटों पर अपने प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतारे हैं, जबकि इनेलो से अलग हुई गठबंधन के तहत जेजेपी ने सात और आप ने तीन प्रत्याशियों पर दांव लगाया है। छह प्रत्याशी बसपा तथा सात प्रत्याशी शिवपाल यादव की पीएसपी के भी चुनाव मैदान में हैं।
मध्य प्रदेश की आठ सीटों पर 138 प्रत्याशियों के लिए 1.04 करोड़ 83,101 मतदाता वोटिंग करेंगे। यहां भाजपा व कांग्रेस के आठ-आठ, बसपा के सात तथा शिवपाल की पीएसपी भी पांच सीटों पर अपनी किस्मत आजमा रही है।
उत्तर प्रदेश 14 सीटों पर 117 प्रत्याशियों के सामने 2.50 करोड़ 68,296 मतदाताओं का जाल है। यहां भाजपा के 14 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं, जबकि कांग्रेस के 11, बसपा के 11, सपा के 3 और आम आदमी पार्टी के दो प्रत्याशी खड़े हैं। इसके अलावा जहां शिवपाल यादव की पीएसपी ने पांच प्रत्याशी उतारे हैं तो वहीं भाजपा की यूपी सरकार में सहयोगी सुहेल भारतीय समाज पार्टी ने भी पांच सीटों पर अपने प्रत्याशी पर दांव खेला है।
बिहार की आठ लोकसभा सीटों पर 1.38 करोड‍़ 2,576 मतदाताओं को 127 प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला करना है। यहां राजग व महागठबंधन के बीच मुख्य मुकाबला है। राजग से भाजपा ने चार, जदयू से तीन और लोजपा से एक प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं, तो वहीं महागठबंधन से राजद के पांच, आरएलएसपी के दो तथा कांग्रेस से एक प्रत्याशी चुनाव मैदान में है। इसके अलावा सात सीटों पर बसपा तथा एक सीट पर राकांपा भी अपनी किस्मत आजमा रही है।
झारखंड की चार सीटों के लिए चुनाव मैदान में उतरे 67 प्रत्याशियों के सामने  66 लाख 85,401 मतदाताओं का जाल होगा। यहां राजग से तीन भाजपा और एक आजसू पार्टी के प्रत्याशी चुनाव मैदान में है, जबकि यूपीए से दो कांग्रेस और दो झारखंड मुक्ति मोर्चा के प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। जबकि चार बसपा, तथा एक-एक प्रत्याशी सपा और तृणमूल कांग्रेस के टिकट पर भी चुनाव मैदान में है।
पश्चिम बंगाल की आठ सीटों पर अपनी किस्मत आजमा रहे 83 प्रत्याशियों का फैसला 1.33 करोड़ 69,749 वोटरों को करना है। यहां सभी आठ सीटों पर तृणमूल कांग्रेस और भाजपा के अलावा बसपा ने अपने प्रत्याशियों को चुनावी जंग में उतारा है। जबकि कांग्रेस सात सीटों पर चुनाव लड़ रही है।
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त्रिपुरा में पुनर्मतदान
चुनाव आयोग के अनुसार त्रिपुरा पश्चिम लोकसभा सीट की 26 विधानसभा सीटों के 168 बूथों पर कल रविवार को पुनर्मतदान होगा। चुनाव आयोग ने 11 अप्रैल को इन 168 बूथों पर मतदान को रद्द कर दिया था। पहले चरण में इस सीट पर इन बूथों पर विपक्षी दलों खासकर कांग्रेस और सीपीआई ने बड़े पैमाने पर धांधली करने, बूथ कैप्चरिंग, धमकी देने और हमला करने का आरोप लगाया था। चुनाव आयोग ने इस सीट के 168 बूथों पर फिर से मतदान कराने का निर्णय लिया है।

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